पश्‍चिमी देश ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध हटाने के लिए तैयार – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी का दावा

तेहरान – ‘ईरान पर लगाए सभी प्रमुख प्रतिबंध हटाने के लिए पश्‍चिमी देश तैयार हुए हैं। वियना में हुई बातचीत के दौरान पश्‍चिमी देशों ने यह स्वीकार किया है और जल्द ही ईरान को यह जीत हासिल होगी’, ऐसा दावा ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने किया। वियना की बैठक में शामिल अमरीका के बायडेन प्रशासन ने ईरान के इस दावे पर अभी प्रतिक्रिया दर्ज़ नहीं की है।

Western-countries-rouhani-01‘वियना की बैठक में शामिल हुए सभी देश ईरान के र्इंधन, पेट्रोकेमिकल, समुद्री यातायात, बैंक और अन्य क्षेत्रों पर लगाए गए सभी प्रतिबंध हटाने पर सहमत हुए हैं। इससे संबंधित मुद्दों पर गहरी बातचीत हुई और कुछ अहम कदम उठाए गए हैं। अंतिम समझौता होने से पहले कुछ मुद्दों पर बातचीत जारी है’, ऐसा ऐलान राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने किया है।

‘शत्रु को उनकी गलतियाँ स्वीकारने के लिए मज़बूर करने का उद्देश्‍य सामने रखकर ईरान इस बैठक में शामिल हुआ था। प्रतिबंधों के ज़रिये ईरान की जनता और सरकार पर डाला हुआ दबाव गलत था, इसकी कबूली अमरीका की नई सरकार ने दी है। अमरिकी प्रशासन ने अपनी हार स्वीकारी है’, ऐसा बयान ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने किया है। लेकिन, वियना में जारी चर्चा में ईरान का नेतृत्व कर रहे उप-विदेशमंत्री सईद अब्बास अरागची ने इस बातचीत को लेकर अलग ही जानकारी साझा की है।

वियना में बीते दो हफ्तों से हो रही ईरान और पश्‍चिमी देशों की बैठक से अच्छी प्रगति हुई है। लेकिन, अभी भी कुछ अहम मुद्दों पर निर्णय ना होने की बात अरागची ने स्पष्ट की। साथ ही अमरीका ने सबसे पहले ईरान पर लगाए एकतरफा प्रतिबंध हटाएं और इसके बाद सुरक्षा परिषद ने लगाए प्रतिबंधों के मुद्दे पर भी ऐसी ही भूमिका अपनाएँ, यह माँग अरागची ने रखी है। इसके लिए अगले हफ्ते में हम फिर से वियना जाएँगे, ऐसा बयान अरागची ने किया है।

Western-countries-rouhaniईरान और पश्‍चिमी देशों के परमाणु समझौते को लेकर वियना में बीते डेढ़ महीनों से बैठक हो रही है। वर्ष २०१५ में किया गया परमाणु समझौता पुनर्जिवीत करने के लिए अमरीका का बायडेन प्रशासन कोशिश कर रहा है। इसके लिए बायडेन प्रशासन ने ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध शिथिल करने की तैयारी शुरू की है, ऐसी खबरें प्राप्त हुईं थी। लेकिन, उससे पहले ईरान वर्ष २०१५ में किए गए परमाणु समझौते की निर्धारित मर्यादाओं का पालन करे और अपना परमाणु कार्यक्रम पहले के स्तर पर लाए, यह माँग अमरीका ने की थी। अमरीका की यह माँग ईरान ने ठुकराई और साथ ही हमारी माँगें मंजूर किए बगैर परमाणु समझौते में शामिल नहीं होंगे, यह स्पष्ट किया था।

इसी बीच, ईरान ने वर्ष २००३ में ही परमाणु बम बनाने की तकनीक आत्मसात की थी, यह दावा अमरीका के नामांकित विश्‍लेषकों ने चार दिन पहले ही किया है। इस महीने के शुरू में इस्रायल के गुप्तचर विभाग के प्रमुख योसी कोहेन ने अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन से भेंट करके ईरान परमाणु बम बनाने के काफी करीब पहुँचा होने के सबूत दिए थे। अमरिकी सिनेट के कुछ वरिष्ठ नेता भी ईरान के विरोध में ढ़ीलाई दिखाने की गलती ना करे, ऐसा इशारा बायडेन प्रशासन को दे रहे हैं।

ऐसी स्थिति में अमरीका ने ईरान पर लगाए सभी प्रतिबंध हटाने का ईरानी राष्ट्राध्यक्ष रोहानी का ऐलान ध्यान आकर्षित करता है। अमरीका के विपक्षी दल इस पर तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ कर सकते हैं। साथ ही इस्रायल, सौदी अरब और खाड़ी क्षेत्र के अन्य देशों को भी नाराज़ करने का खतरा उठाकर बायडेन प्रशासन ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध हटाने की तैयारी करता हुआ दिख रहा है।

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