अमरीका भारत को अहम तकनीक हस्तांतरित करने के लिए तैयार – रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

नई दिल्ली – अमरीका भारत को अहम रक्षासंबंधित प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण करने के लिए तैयार है। लेकिन, अभी इसकी पूरी जानकारी सार्वजनिक करना मुमकिन नहीं होगा, ऐसा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है। भारत रक्षा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भरता पर जोर दे रहा है। भारत ने दूसरे देशों पर निर्भर ना रहनेवाले नए आत्मनिर्भर भारत का ध्येय रखकर हम आगे बढ़ रहे है और कई देशों ने भारत के रक्षा क्षेत्र में निवेष करने की तैयारी जतायी है, ऐसा रक्षामंत्री ने कहा।

आज का भारत शांत रहनेवाला नहीं है। इसकी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम साहसी निर्णय ले रहे हैं। किसी पर भी निर्भर ना रहनेवाले आत्मनिर्भर भारत के सपनों की नींव रखी जा रही है। इसी के तहत रक्षा मंत्रालय ने ३१० से अधिक रक्षा उत्पादनों के आयात पर पाबंदी लगाई है और निजी क्षेत्र को देश में ही इन रक्षा सामान का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस वजह से देश में रक्षा सामान और हथियार विकसित किए जाएंगे। भारत के स्थानीय उद्योग जमीन, जल, आकाश और अंतरिक्ष क्षेत्र के रक्षा प्रौद्योगिकी विकसित करने की क्षमता रखते हैं। अगले कुछ सालों में भारत में विभिन्न प्रकार के रक्षा सामान का भारी मात्रा में निर्माण शुरू हो सकेगा। सरकार इस क्षेत्र के लिए आवश्यक माहौल उपलब्ध कराने की हर कोशिश कर रही है, ऐसा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा।

एक माध्यम को दिए गए साक्षात्कार के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अमरीका भारत को बड़ी अहम प्रौद्योगिकी हस्तांतरित करने के लिए तैयार होने का ऐलान किया। अमरीका के रक्षामंत्री ऑस्टिन के साथ कुछ दिन पहले हमारी चर्चा हुई। इस दौरान ऑस्टिन ने अमरीका भारत को यह अहम प्रौद्योगिकी देने के लिए तैयार होने की बात स्पष्ट की। साथ ही भारत को इसका उत्पादन करना हो तो इसका उत्पादन भारत में ही करेंगे, ऐसा ऑस्टिन ने कहने की बात राजनाथ सिंह ने साझा की। लेकिन, इस समय पर यह जानकारी सार्वजनिक करना मुमकिन नहीं होगा, यह भी राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया। सन २०२५ तक भारत में १.७५ लाख करोड़ रुपयों के रक्षा उत्पादन का तय किया गया लक्ष्य निश्चितरूप से पूरा किया जाएगा, यह विश्वास भी रक्षामंत्री ने इस दौरान व्यक्त किया। 

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