अमरीका कोरिया के क्षेत्र में युद्धनौका तैनात करेगी

सेउल: “उत्तर कोरिया द्वारा किये गए आंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण से निर्माण हुए तनाव के पृष्ठभूमि पर, अमरिका कोरियन क्षेत्र में दों विमानवाहक युद्धनौका तैनात कर सकती हैं। एक माह पहले कोरियन क्षेत्र में सैन्य अभ्यास में सहभागी हुए ‘युएसएस रोनाल्ड रिगन’ और युएसएस कार्ल विन्सन एक बार फिर इस समुद्री क्षेत्र में दाखिल हो सकते है”, ऐसा दावा दक्षिण कोरियन लष्करी अधिकारी ने किया।

पिछले सप्ताह उत्तर कोरिया ने द्वारा लिए गए आंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण पश्चात पूर्व एशिया में तनाव बढ़ गया हैं। इसमें उत्तर कोरिया के समुद्री क्षेत्र में संदेहजनक कार्यवाही होने का दावा अमरीका एवं दक्षिण कोरिया की यंत्रणाओंने किया था। दो दिन पहले उत्तर कोरिया ने पनडुब्बी द्वारा मिसाइल चलाने का प्रयोग करने का बताया जा रहा था। परंतु इस विषय में उत्तर कोरिया ने अधिकृत जानकारी प्रस्तुत नहीं की हैं।

युद्धनौकापरंतु उत्तर कोरिया के आंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण से चीन ने कोरिया के सीमा के परिसर में लष्करी जमाव बढाकर उत्तर कोरिया से जुड़े ‘येलो सी’ के समुद्री क्षेत्र को परदेसी जहाजों के लिए बंद कर दिया हैं। साथ ही दक्षिण कोरिया ने अमरिका के ‘थाड’ के तैनाती को सहमति दी है। उसी के साथ दक्षिण कोरियन सरकार ने आंतरमहाद्वीपीय मिसाइल के सृजन के लिए अमरिका से सहकार्य मांगने की खबर प्रसिद्ध हुई थी। इस बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर अमरिका भी दों विमानवाहक युद्धनौकाओं को रवाना करने की जानकारी दक्षिण कोरियन लष्करी अधिकारी ने दी।

दौरान उत्तर कोरिया अमरिका का शत्रु देश न होने से उनके विरोध में युद्ध नहीं किया जाएगा, ऐसी घोषणा अमरिका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन ने दों दिन पहले की थी। परंतु उसी के साथ उत्तर कोरिया से चर्चा करना संभव नहीं ऐसा अमरिका के उपराष्ट्रपति माईक पेन्सने बयान दिया था। संभवतः उत्तर कोरिया के विरोध में लष्करी कारवाही का पर्याय खुला होने की चेतावनी अमरिका के लष्करी अधिकारी ने दी। इसलिए उत्तर कोरिया के प्रति अमरिका से संमिश्र संकेत मिल रहे हैं। उत्तर कोरिया से भी अमरिका को इशारे दिए जा रहे हैं। ‘राष्ट्रपति ट्रम्प की मृत्यु निकट आयी है। वे हमारी शरण में चले आ जाए’, ऐसी चेतावनी उत्तर कोरिया के तानाशाही शासन के मुखपत्र ने दी है।

‘एयर फ्रांस’ का उत्तर कोरिया पर ‘नो-फ्लाई’ झोन का ऐलान

पैरिस: उत्तर कोरिया ने प्रक्षेपित किए मिसाइल से ‘एयर फ्रान्स- केएलएम’ हवाई जहाज का उड़ान मार्ग पार करने पर फ्रान्स एयरलाइनने इस बारे में सतर्कता कायम करने का निर्णय लिया। उत्तर कोरिया पर ‘नो-फ्लाई’ झोन का विस्तार करने की घोषणा ‘एयर फ्लाई’ने करने पर अन्य आंतराष्ट्रीय एयरलाइनस भी ऐसा निर्णय लेने की सम्भावना है।

पिछले सप्ताह में उत्तर कोरिया ने प्रक्षेपित किये आंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल जापान के समुद्री सीमा में गिर पड़ा था। यह मिसाइल जिस सीमा में गिर पड़ा था उसी सीमा के दस मिनट पहले ३३२ प्रवासीयों को लेकर जाने वाले ‘एयर फ्रान्स’ के हवाई जहाज ने यात्रा की थी। मिसाइल गिर पड़ा उस समय एयर फ्रान्स का हवाई जहाज रशिया की दिशा में ६० मैल आगे गुज़र चुका था। इसी कारणवश उत्तर कोरिया के इस ख़तरनाक परिक्षण पर एयर फ्रान्स के अधिकारी तीव्र टिका कर रहे है।

 

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