अमरिका-चीन व्यापार युद्ध से वर्ष २०२० में जागतिक अर्थव्यवस्था को बडा झटका महसूस होगा – अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश की चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन/बीजिंग – अमरिका और चीन में जारी व्यापारयुद्ध की वजह से जागतिक व्यापार को झटका लगने की बात अब सीर्फ खतरा नही रही| इसका असर अर्थव्यवस्थाओं पर होने की शुरूआत हो चुकी है, यह कहकर इस व्यापारयुद्ध की वजह से जागतिक अर्थव्यवस्था को अगले वर्ष करीबन ०.८ प्रतिशत गिरावट का सामना करना होगा, यह चेतावनी अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश ने दी है| सीर्फ एक महीने के दौरान मुद्राकोश ने लगातार दुसरी बार अर्थव्यवस्था की गिरावट का एहसास कराना ध्यान आकर्षित कर रहा है|

‘जागतिक स्तर पर आर्थिक स्थिति में ज्यादा सुधार हो नही सका है| व्यापारयुद्ध और भूराजकीय तनाव के कारण बनी अनिश्‍चितता का असर उद्योग की विश्‍वासार्हता पर हुआ है| निवेश और व्यापार में भी गिरावट शुरू हुई है| अमरिका और चीन में तीव्र हो रहे व्यापारयुद्ध की वजह से वर्ष २०२० में जागतिक अर्थव्यवस्था के विकास दर में ०.८ प्रतिशत गिरावट हो सकती है| साथ ही उसके बाद भी व्यापारयुद्ध का असर सामने आता रहेगा’, ऐसा मुद्राकोश के प्रवक्ता गेरी राईस ने कहा है|

इस दौरान मुद्राकोश के प्रवक्ता ने उत्पाद क्षेत्र की कमजोरी की ओर ध्यान आकर्षित किया है| वर्ष २००७-०८ के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखी गई गिरावट जैसी स्थिती बनी है, ऐसा राईस ने कहा है| अगले महीने में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश आर्थिक रपट पेश करेगा| इससे जागतिक अर्थव्यवस्था का चित्र और भी स्पष्ट होगा, यह दावा भी उन्होंने किया|

जुलाई महीने में प्रसिद्ध हुए आंकडों के अनुसार चीन की अर्थव्यवस्था फिलहाल तीन दशकों के निचले स्तर पर पहुंचने की बात सामने आई है| इसके बाद अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने चीन से अमरिका में निर्यात हो रहे सभी उत्पादों पर अतिरिक्त कर लगाने का ऐलान किया था| अमरिका के इन करों से चीन की अर्थव्यवस्था को बडा झटका  लग सकता है, यह अंदाजा मुद्राकोश और अन्य गुटों ने पहले भी व्यक्त किया था|

इससे अगले महीने में चीन की अर्थव्यवस्था की और भी गिरावट होने की बात दिखाई दे सकती है| चीन की इस गिरावट का बडा झटका अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को लग सकता है| चीन यह फिलहाल दुनिया में दुसरें क्रमांक की अर्थव्यवस्था है और जागतिक व्यापार में इस देश का योगदान १२ प्रतिशत से भी अधिक है| दुनिया की प्रमुख एवं आगे बढ रही अर्थव्यवस्थाओं के लिए चीन यह प्रमुख व्यापारी भागीदार देश है| इससे चीन की अर्थव्यवस्था में गडबडी शुरू होने पर इससे सभी देशों को परिणाम भुगतने हो सकते है|

फिलहाल चीन का आर्थिक विकास दर ६.२ प्रतिशत होने की बात कही जा रही है| फिर भी वर्ष के अंत तक यह दर ६ प्रतिशत के निचे जाएगा, यह अंदाजा अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश और अन्य जागतिक संस्थाओं ने पहले ही व्यक्त किया है|

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