ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने भारत आने का निमंत्रण स्वीकार किया

लंदन/नई दिल्ली – ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने भारतीय गणतंत्र दिवस के समारोह के लिए उपस्थित रहने के लिए दिया निमंत्रण स्वीकार किया है। अगले वर्ष ‘ग्लोबल ब्रिटेन’ की शुरूआत हो रही है और भारत की यात्रा करने के लिए मैं उत्सुक हूँ, ऐसा बयान प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने किया है। भारत यात्रा कर रहें ब्रिटेन के विदेशमंत्री डॉमिनिक राब ने भी जॉन्सन के इस भारत दौरे की पुष्टि की है।

britain-pm-india-visitपिछले वर्ष से ब्रिटेन और चीन के संबंध काफी बिगड़े हैं और ‘ब्रेक्ज़िट’ की वजह से युरोपिय देशों के साथ जारी सहयोग पर भी नकारात्मक असर होगा। पिछले महीने में ब्रिटेन के एक अभ्यासगुट ने भी, चीन का प्रभाव रोकने के लिए ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र के भारत जैसें जनतांत्रिक देश को केंद्र में रखकर विदेश नीति निर्धारित करने की सलाह जॉन्सन सरकार को दी थी। इस पृष्ठभूमि पर, भारत जैसे तेज़ी से विकसित हो रहें प्रभावी देशों के साथ संबंध बढ़ाने के लिए ब्रिटेन ने कदम उठाना शुरू किया है, यह बात प्रधानमंत्री जॉन्सन ने भारत का न्यौता स्वीकार करने से दिखायी दे रही है।

प्रधानमंत्री जॉन्सन ने मंगलवार के दिन एक निवेदन जारी करके अपने अगले वर्ष के भारत दौरे का ऐलान किया। ‘अगला साल ‘ग्लोबल ब्रिटेन’ संकल्पना की शुरुआत है। ऐसे में भारत जैसे देश का दौरा करने के लिए मैं उत्सुक हूँ। हमने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ, ब्रिटेन और भारत के संबंधों में बड़ी उड़ान भरने का लक्ष्य तय किया है। इसमें हम यक़ीनन ही सफल होंगे’, यह बात जॉन्सन ने अपने निवेदन में कही है। भारत के गणतंत्र दिवस के समारोह में बतौर ‘प्रमुख अतिथी’ उपस्थित होनेवाले बोरिस जॉन्सन, ये पिछले तीन दशकों में दूसरें ब्रिटीश प्रधानमंत्री होंगे। इससे पहले सन १९९३ में ब्रिटेन के उस समय के प्रधानमंत्री जॉन मेजर, भारतीय गणतंत्र दिन के समारोह में उपस्थित रहे थे।

जॉन्सन के दौरे की तैयारी के लिए ब्रिटेन के विदेशमंत्री डॉमिनिक राब फिलहाल भारत पहुँचे हैं। मंगलवार के दिन उन्होंने भारतीय विदेशमंत्री एस.जयशंकर से भेंट करके चार घंटे प्रदीर्घ चर्चा की। इस दौरान दोनों के बीच कोरोना की महामारी, रक्षा, व्यापार एवं अन्य क्षेत्र के द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर बातचीत हुई, यह जानकारी दोनों देशों ने प्रदान की है। इसके अलावा दोनों विदेशमंत्री के बीच अफ़गानिस्तान, इंडो-पैसिफिक एवं खाड़ी क्षेत्र की स्थिति पर भी चर्चा होने की बात कही गई है। दोनों देशों का सहयोग नई उँचाई तक ले जाने पर हमने ध्यान केंद्रित किया है, यह प्रतिक्रिया भारतीय विदेशमंत्री ने व्यक्त की।

प्रधानमंत्री जॉन्सन की इस भारत यात्रा के दौरान ‘मुक्त व्यापार समझौता’ और ‘इंडिया-युके डिफेन्स लॉजिस्टिक पैक्ट’ के समझौतों पर विशेष ज़ोर दिया जाएगा, ऐसे संकेत भी सूत्रों ने दिए हैं। साथ ही, डिजिटल तकनीक, पर्यावरण एवं कोरोना का टीका, ये मुद्दें भी द्विपक्षीय चर्चा का हिस्सा रहेंगे, ऐसा कहा जा रहा है।

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