ट्रम्प की नई परमाणु नीति परमाणु युद्ध भड़का सकती है- ओबामा प्रशासन के अधिकारी का दावा

वॉशिंग्टन: ‘अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प परमाणु के इस्तेमाल पर लगाई गई मर्यादा को कम करने की तैयारी में हैं। आने वाले समय में अमरिका के हितसंबंधों पर मिसाइलों का हमला हुआ और इस में बड़े पैमाने पर जीवितहानि हुई तो शत्रु देशों पर सीधे परमाणु हमला करने का प्रावधान नए नियम में है। अगर ऐसा हुआ तो परमाणु युद्ध भडक सकता है’, ऐसा दावा ‘जॉन वूल्फस्थैल’ ने किया है। उसी के साथ ही ट्रम्प प्रशासन कम क्षमता के परमाणु बम के निर्माण पर जोर दे रहा है, इस बात की तरफ भी वूल्फस्थैल ने ध्यान आकर्षित किया है।

परमाणु युद्ध

वूल्फस्थैल अमरिका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष ओबामा के कार्यकाल में ‘शस्त्रास्त्र नियंत्रण और प्रसारबंदी’ विभाग के विशेष सहायक थे। उन्होंने राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की नई परमाणु नीति पर टीका की है। ट्रम्प प्रशासन जल्द ही नई परमाणु नीति घोषित करने वाला है इस की जानकारी वूल्फस्थैल ने ब्रिटेन के दैनिक के साथ बातचीत करते समय दी है। अमरिका का रक्षा मुख्यालय ‘पेंटागन’ ने इस नीति को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, ऐसा वूल्फस्थैल ने कहा है।

‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्ह्यु’ (एनपीआर) ऐसा इस नई नीति का नाम है और जनवरी महीने के अंत में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इस बारे में महत्वपूर्ण घोषणा कर सकते हैं, ऐसा दावा भी वूल्फस्थैल ने किया है। ट्रम्प के राष्ट्राध्यक्ष बनने को एक साल पूरा होने आया है। इस अवसर पर ट्रम्प अमरिकी जनता को संबोधित करने वाले हैं। आठ साल बाद पहली बार अमरिका अपनी परमाणु नीति में महत्वपूर्ण बदलाव करने वाली है, यह जानकारी वूल्फस्थैल ने दी है।

इस नई परमाणु नीति के अनुसार अमरिका ‘ट्रायडेंट डी ५’ इन पनडुब्बियों में से प्रक्षेपित किए जाने वाले मिसाइलों को परमाणु से सज्जित किया जाने वाला है। इन मिसाइलों पर कम क्षमता वाले परमाणु विस्फोटक लादकर उन्हें प्रक्षेपित किया जा सकता है, ऐसा दावा वूल्फस्थैल ने किया है। इन मिसाइलों की वजह से रशिया के पूर्वी यूरोपीय देशों पर हुए हमलों का सामना किया जा सकता है। रशिया की तरह यह परमाणु से सज्ज मिसाइल उत्तर कोरिया के लिए भी इशारा है, इस बात को वूल्फस्थैल ने स्पष्ट किया है।

महत्वपूर्ण बात यह है कि ट्रम्प प्रशासन परमाणु के इस्तेमाल पर वर्तमान की मर्यादाओं को कम करने वाला है। ओबामा प्रशासन ने परमाणु निर्माण और ‘फर्स्ट स्ट्राइक’ के बारे में बनाए नियम शिथिल करने की तैयारी ट्रम्प प्रशासन ने की है, यह जानकारी वूल्फस्थैल ने ब्रिटिश दैनिक को दी है। यूरोपीय देशों की सुरक्षा साथ ही दुनिया भर के अमरिका के हितसंबंधों की सुरक्षा अधोरेखित करके ट्रम्प इन नियमों में शिथिलता लाने की तैयारी में हैं, ऐसा वूल्फस्थैल का कहना है।

‘रशिया, उत्तर कोरिया अथवा चीन ने अमरिका के हितसंबंधों पर पारंपरिक मिसाइलों का हमला किया तो अमरिका भी जोरदार प्रत्युत्तर देने के लिए तैयार है’, ऐसा इशारा ट्रम्प इस नई नीति के द्वारा दे रहे हैं। लेकिन इस नई परमाणु नीति की वजह से परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ेगा, ऐसी चिंता वूल्फस्थैल ने जताई है।

दौरान, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष की नई परमाणु नीति अमरिका की सुरक्षा के सामने चुनौतियाँ बढ़ा सकती हैं, ऐसी टीका उनके राजनीतिक विरोधकों की तरफ से की जा रही है। इस नई नीति की वजह से रशिया फिर एक बार परमाणु का निर्माण शुरू कर सकता है। वर्तमान में अमरिका के रक्षा विभाग के पास १८०० से ६८०० परमाणु होने का दावा किया जाता है। तो रशिया के पास १९५० से ७००० परमाणु होने की बात कही जाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.