आकाशगंगा की यात्रा

पिछले महीने भर से भारत के मंगल यान के संबंध में संपूर्ण जगत में काफी जोरदार चर्चा हो रही है। साथ ही प्रचंड रूप में इसकी प्रशंसा भी हो रही है। भारत के मंगलयान ने आकाश में व्यवस्थितरूप में उड़ान भर दी, उसने व्यवस्थित रूप में पृथ्वी की पाँच बार प्रदक्षिणा की और इसके पश्‍चात् अपने गन्तव्य तक पहुँचने के लिए इस यान ने अब पृथ्वी के कक्ष से बाहर निकलकर मंगल ग्रह की दिशा में उड़ान भरी है।

Galaxy- आकाशगंगाविद्यार्थियों को आकाश के ग्रह-तारे, आकाशगंगा, मनुष्यों के द्वारा आकाश में छोड़े गए उपग्रहों आदि के संबंध में काफी उत्सुकता होना यह स्वाभाविक ही है। इसके लिए भारत में हमारे पास २४ भिन्न-भिन्न शहरों में तारांगण हैं। इनमें से मुंबई का ‘नेहरू तारांगण’ यह काफी मशहूर है और अब जल्द ही पुणे में भी एक नवीन तारांगण उद्घाटन के लिए सुसज्जित हो रहा है। परन्तु भूगोल का वैसे देखा जाए तो यह कुछ जटिल सा विषय है। इस विषय को भली-भाँति घर पर ही पाठ्यपुस्तकों की अपेक्षा और भी अधिक भली प्रकार से समझना हो तो?

मंगलग्रह की ही बात चल रही है तो फिर  क्यों ना हम भी मंगल ग्रह की सैर कर आयें, जी हाँ ऑनलाईन।

गुगल ने २००९ में ‘गुगल मार्स’ यह अपना एव पूर्णत: नया एवं सबसे भिन्न उत्पादन माध्यम आरंभ किया है। www.google.com/mars यह इस साईट का पता(यूआरएल) है।  यह साईट हमें मंगलग्रह की हूबेहूब दृश्यमान प्रतिमा दर्शाती है। इस प्रतिमा को हम तीन प्रकार से देख सकते हैं।

१)मंगलपर होनेवाले ऊँचे-ऊँचे गड्ढ़ों सहित पूरे मंगलग्रह का संपूर्ण पृष्ठभाग

२)सामान्य व्ह्यू (साधारण दृश्य)

३)इंफ्रारेड दृश्य। इसके अलावा मंगल पर होनेवाले सभी क्षेत्र, पर्वत, पाषाण, खंडहर, विवर आदि सब कुछ गुगल मार्स में हम भली-भाँति देख सकते हैं।

Mumbai_BW-4भारत ने ‘चंद्रयान’ नामक अपना खुद का एक प्रगत अवकाशयान २००९ में चाँद पर भेज दिया था और इस यान के माध्यम से इस बात का सबूत हमें प्राप्त हो सका कि चाँद पर पानी है। इस समाचार से संपूर्ण जगत में कौतुहल निर्माण हो गया है। दुनियाभर के कुछ देशों ने तो चाँद पर ही अपनी बस्ती बनाने के मनसूबे बना रखे हैं। तो फिर हर एक छोटे बच्चों के इस चंदामामा के साथ भी मुलाकात हम करेंगे ही।

गुगल मार्स की तरह ही गुगल ने अपना ‘गुगल मून’ अर्थात गुगल चाँद नामक अपना एक भिन्न व्यवसाय आरंभ कर दिया है। www.google.com/moon यह है इस साईट का पता (यूआरएल)। गुगल मार्स के ही समान गुगल मून में भी चाँद का पृष्ठभाग देखने के लिए विविध प्रकार के विकल्प उपलब्ध हैं।

उदा. १) चाँद पर होनेवाले उच्चांक गड्ढ़ों सहित संपूर्ण चाँद का पृष्ठभाग और

       २)सामान्य दृश्य अब भी कुछ विशेषताएँ इन दोनों भी साईट्स में हैं, जिन्हें हम ऑनलाईन जाकर देख सकते हैं।

गुगल ने ‘गुगल मार्स’ एवं ‘गुगल मून’ इनके समान ही ‘गुगल स्काय’ नामक एक भिन्न प्रकार का व्यावसायिक उत्पादन निकाला है। www.google.com/sky यह है इस साईट का पता (यूआरएल)। अमेरिका की अवकाश संशोधन संस्था, ‘नासा’ के उपग्रहों की सहायता से यह साईट हमें हमारी आकाशगंगा (मिल्की वे) का हुबहू चित्र साकार करने की कोशिश करता है।

इस वेबसाईट के अन्तर्गत हमें आकाशगंगा में होनेवाले विविध नक्षत्र, ग्रह, आदि की जानकारी हासिल होती है।

गुगल स्काय में भी हमारे लिए विविध प्रकार के विकल्प उपलब्ध हैं। उदा. सामान्य, इतिहास प्रसिद्ध, इंफ्रारेड एवं मायक्रोव्हेव चित्र देखने को मिलते हैं।

अवकाश शास्त्र के इस विषय की जानकारी अधिक विस्तारसहित हासिल करने के लिए हमने आज काफी अधिक आसान विकल्पों से संबंधित जानकारी हासिल की है। अगले लेख में हम अवकाशशास्त्र के अध्ययन हेतु और भी अधिक उपयुक्त ऐसे विभिन्न प्रकार की वेबसाईट्स की जानकारी हासिल करेंगे।

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