एम्बेडिंग एवं जीफ इमेजेस्

पिछले लेख में हमने एम्बेडिंग इस संकल्पना के बारे में चर्चा की थी और साथ ही विडियो, एमपी३  (गाने) और चित्र (इमेजेस्) अपने ब्लॉग अथवा वेबसाईट में एम्बेड कैसे करना है, इसके बारे में जानकारी हासिल की थी। आज हम इससे आगे बढ़कर एम्बेडिंग के बारे में और भी अधिक जानकारी प्राप्त करेंगे।

एम्बेडिंग के पिछले लेख में देखे गए उदाहरण अर्थात एम्बेडिंग के मूलभूत प्रकार। परन्तु इनके अलावा हम और भी अधिक विभिन्न प्रकार की बातें अपने ब्लॉग अथवा वेबसाईट में एम्बेडिंग कर सकते हैं।

जीफ इमेजेस्
इमेजेस् इस शब्द का मतलब तो हम सभी जानते ही हैं। परन्तु इमेजेस् में भी विविध प्रकार होते हैं। उदाहरण – जे.पी.जी, पी.एन.जी. जीफ (gif)। विभिन्न हेतु एवं कारणों के लिए इन विविध हेतु एवं कारणों के लिए इन विविध प्रकार के इमेजेस् का उपयोग किया जाता है।

gicker1इनमें जीफ नामक यह इमेजेस् हमारे वेबसाईट अथवा ब्लॉग में कुछ प्रमाण में अनिमेशन देने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। जीफ इमेजेस् के बारे में बिलकुल आसान शब्दों में कहा जाये तो एक की अपेक्षा एक अधिक इमेजेस् जिस समय एक क्रमवार पद्धतिनुसार एक साथ लाकर उन्हें इस प्रकार से घुमाया जाता है कि इन इमेजेस् का क्रम किसी विडियो के समान प्रतीत होता है ऐसे में इस क्रमवार होनेवाले इमेजेस् के समूह के प्रदर्शन को हम जीफ इमेजेस् के नाम से जानते हैं।

जीफ इमेजेस् के उपयोग से अपना ब्लॉग्ज् अथवा वेबसाईटस् और भी अधिक आकर्षक बन जाते हैं और साईट पर भेट देनेवालें को साईटपर अधिक समय तक जमाये रखते में मदद करते हैं। इसके साथ ही इन भेट देने वालों का ध्यान जहाँ चाहिए वहाँ खींच लेने में और साथ ही हमें हो भी प्रस्तुत करना है उसे चित्रीकरण के स्वरुप में और भी अधिक स्पष्ट रुप में एवं सौंदर्य प्रदान कर प्रस्तुतिकरण के लिए जीफ्स् का अच्छा-खासा उपयोग होता है। ब्लॉग एवं वेबसाईट के अलावा हम जीफ इमेजेस् ईमेल में भी इसका उपयोग कर सकते हैं। जीफ्स का और भी एक उपयोग देखते हैं। कई बार हम देखते हैंकि कुछ ब्लॉग्स् अथवा वेबसाईटस् खुलने में काफी  समय लगता है। इसके पीछे भी काफी  कुछ यांत्रिक कारण होते हैं। परन्तु बिलकुल आसान शब्दों में कहा जाये तो ये जो काफी  समय के पश्‍चात् खुलनेवाले साईट्स हैं, वे काफी  भारी होते हैं। कहने का तात्पर्य यह है कि उनमें होनेवाली जानकारी (अ‍ॅनिमेश,विडियो, इमेजेस् आदि) काफी  अधिक मात्रा में होते हैं। इस समस्या के समाधान हेतु भी जीफ इमेजेस् काफी  अच्छा विकल्प साबित होता है। क्योंकि जीफ्स् यह फ्लॅशअ‍ॅनिमेश के साथ होनेवाला काफी  अच्छा विकल्प है।

picasionजीफ्स् को तैयार एवं एम्बेड करने के लिए हमें www.picasion.com, www.gickr.com, www.loogix.com, www.makegif.com ये तथा इसी प्रकार के अन्य साईट्स भी उपलब्ध हैं। जहाँ पर हम जीफ इमेजेस् बिलकुल आसान पद्धति से तैयार कर सकते हैं। बिलकुल सामान्य नेटकर भी इस साईट्स का उपयोग आसानी से कर सकते हैं, इतना आसान है इसका उपयोग। जीफ इमेजेस् कैसे होते हैं इसके उदाहरण भी हम इस साईट्स पर देख सकते हैं।

इस साईट्स का उपयोग करके हम विविध आकारों के जीफ इमेजेस् तैयार कर सकते हैं। जीफ इमेजेस् तैयार कर लेने पर हम अपने ब्लॉग्स् अथवा साईट्स में एम्बेड कर सकते हैं। एम्बेड करने की पद्धति हमने जो पिछले लेख में देखी थी, उसी तरह विडियो, एमपी३ एवं चित्रों के एम्बेडिंग के समान ही आसान होती है। कहने का तात्पर्य यह है कि एक बार यदि हमारा जीफ इमेज तैयार हो जाता है, तब उसका एक एचटीएम एम्बेड कोड हमें मिल जाता है, जिसे हम अपने ब्लॉग अथवा वेबसाईट के पोस्ट के एचटीएमएल विभाग में पेस्ट कर सकते हैं। यह करने पर तुरन्त ही अपने ब्लॉग/वेबसाईट पर ये विडियों समान लगने वाले अ‍ॅनिमेटेड इमेजेस दिखाई देने लगते हैं। एम्बेडिंग की और भी काफी  कुछ चीजें हमें देखनी हैं। उन्हें हम अगले लेख में देखेंगे ही।

gifmaker1कॅश का (नगद) उपयोग अब लगभग कम होता जा रहा है और अब तो प्लास्टिक मनी अर्थात क्रेडिट एवं डेबिट कार्ड का व्यवहार भी कम करने पर काफी  जोर दिया जा रहा है। इन दोनों बातों को छोड़ अब ई-कॉमर्स को ही कई कारणों से (ऑनलाईन व्यवहार) अधिक पसंद किया जा रहा है। ऐसे में जीफ इमेजेस् का उपयोग यह अन्य अच्छे मार्गों में से एक ऐसा मार्ग है, जिनके उपयोग से अनेक कंपनियाँ अपने ऑनलाईन ग्राहकों का मन और वह भी बड़े ही आसान पद्धति से जीतने की कोशिश कर रही हैं। इन कोशिशों के फलस्वरूप इन जीफ इमेजस् का उपयोग करनेवाली कंपनियों को व्यवहारिक तौर पर सर्वसाधारण तौर पर बारह प्रतिशत बढ़ोत्तरी दिखाई दे रही है, जो काफी  अचंभित कर देनेवाली बात साबित हो रही है।

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