भारत-जापान के सेनाप्रमुख की हुई फोन पर बातचीत

नई दिल्ली – सोमवार के दिन भारत के सेनापमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे और जापान के रक्षाबलप्रमुख जनरल गोरो युआसा ने फोन पर बातचीत की। मुक्त इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए भारत और जापान का लष्करी सहयोग दृढ़ करने पर दोनों देशों के प्रमुखों की सहमति हुई है। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन अपना धौंस जमा रहा है और तभी भारत और जापान का इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ना बड़ी अहमियत रखता है।

इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में हिंद महासागर, साउथ चायना सी, पश्‍चिमी और मध्य पैसिफिक का समावेश होता हैं। हिंद महासागर में चीन की गतिविधियां बढ़ रही हैं। तभी साउथ चायना सी क्षेत्र पर अपना हक जताकर चीन वहां पर अपना धौस जमा रहा है। लेकिन, आग्नेय एशियाई देशों ने इस क्षेत्र में चीन के खिलाफ़ मोर्चा खोला है। जापान ने ही सबसे पहले भारत को इस क्षेत्र में अहम भुमिका निभाने के लिए निवेदन किया था। इसके बाद भारत और जापान के सहयोग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अब भारत और जापान के रक्षाबल इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाकर चीन के खिलाफ़ खड़े हुए हैं।

इसी बीच, भारत और जापान ने बीते सप्ताह में ‘लॉजिस्टिक्स’ समझौता किया था। इसके अनुसार दोनों देश एक दूसरे के लष्करी अड्डों का इस्तेमाल कर सकेंगे। इस पृष्ठभूमि पर भारत के सेनाप्रमुख और जापान के रक्षाबलप्रमुख के बीच हुई चर्चा ध्यान आकर्षित करती है। साथ ही लद्दाख में भारत और चीन में तनाव बना हुआ हैं और तभी भारत और जापान के लष्करी अधिकारियों की हुई इस चर्चा को बड़ी अहमियत प्राप्त हुई है।

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