नई दिल्ली में क्वांटम कम्प्युटिंग पर आधारित नेटवर्क लिंक शुरू – केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैश्णव का ऐलान

नई दिल्ली – टेलीकॉम और आयटी विभाग के केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राजधानी नई दिल्ली में क्वांटम कॉम्प्युटिंग पर आधारित दूरसंचार सेवा शुरू होने का ऐलान किया। देश में इस तरह की शुरू हुई यह पहली ‘टेलिकॉम’ सेवा होने का बयान वैष्णव ने किया। साथ ही आर्टिफिशल इंटेलिजन्स प्रौद्योगिकी पर आधारित ‘चैटजीपीट’ की तर्ज पर भारत में नया ऐलान होगा, ऐसा अश्विनी वैष्णव ने कहा है।

क्वांटम कम्प्युटिंगसोमवार से नई दिल्ली में ‘फर्स्ट इंटरनेशनल क्वांटम कम्युनिकेशन कॉन्क्लेव’ की शुरुआत हुई है। इस दौरान टेलिकॉम और आयटी विभाग के केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने काफी अहम ऐलान किए। दूरसंचार यानी टेलिकम्युनिकेशन क्षेत्र में काफी बड़े बदलाव हो रहे हैं, ऐसा वैष्णव ने इस दौरान कहा। राजधानी नई दिल्ली के संचारभवन और ‘नैशनल इन्फोर्मेटिक सेंटर’ (एनआईसी) में ‘क्वांटम कॉम्प्युटिंग प्रौद्योगिकी पर आधारित टेलिकॉम नेटवर्क की शुरूआत हुई है, यह जानकारी अश्विनी वैष्णव ने प्रदान की। यह नेटवर्क काफी सुरक्षित हैं और इसकी सुरक्षा से जुड़े परीक्षण हो रहे हैं, यह भी उन्होंने स्पष्ट किया।

यह दूरसंचार सेवा सुरक्षित हैं या नहीं, इसे परखने के लिए एथिकल हैकिंग यानी कानूनी ढ़ंग से हैकिंग की प्रक्रिया करके सुरक्षा अधिक मज़बूत करने के लिए सहायक होने वालों को इस प्रक्रिया में शामिल किया जा रहा है, ऐसा वैष्णव ने कहा। इसके लिए जल्द ही यहां पर हैकेथॉन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा और जो कोई भी इस सिस्टिम को हैक करके दिखाएगा, उसे दस लाख रुपयों का इनाम दिया जाएगा, यह ऐलान भी वैष्णव ने इस दौरान किया।

इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने इसबार क्वांटम कॉम्प्युटिंग कंपनियों ने आयोजित किए प्रदर्शनी चा उद्घाटन भी किया। इस क्षेत्र की कंपनियां भारतीय रेलवे के लिए ‘पायलट प्रोजेक्ट’ तैयार करने के लिए पहल करें, यह आवाहन भी वैष्णव ने इस दौरान किया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक पर आधारित ‘चैटजीपीटी’ की तर्ज पर देश में जल्द ही सेवा शुरू होगी, ऐसे संकेत अश्विनी वैष्णव ने इस दौरान दिए। लेकिन, इसका अधिक ब्योरा देने से उन्होंने इन्कार किया।

संसद के शुरू मौजूदा अधिवेशन के दौरान इससे संबंधित अधिक जानकारी साझा करना मुमकिन नहीं होगा, यह भी केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया। इस वजह से कुछ हफ्तें इसके लिए प्रतिक्षा प्रतिक्षा करनी होगी, ऐसे संकेत वैष्णव के बयान से प्राप्त हो रहे हैं।

इसी बीच आर्टिफिशियल टेक्नॉलॉजी यानी एआई पर आधारित चैटजीपीटी का निर्माण अमरीका के सैन फ्रान्सिस्को की कंपनी ने किया है। इसे दुनिया भर में काफी प्रसिद्धी प्राप्त हुई है और विभिन्न क्षेत्रों के लिए इसका इस्तेमाल शुरू हुआ है। दुनियाभर के माध्यमों ने इसका संज्ञान लिया हैं और विशेषज्ञों से लेकर छात्रों तक सभी चैटजीपीटी का इस्तेमाल कर रहे हैं। हमारे देश में भी एआई तकनीक पर आधारित कम्युनिकेशन सिस्टिम तैयार होगी, यह संकेत देकर केंद्रीय मंत्री ने इससे संबंधित उत्सुकता बढ़ाई है। 

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.