आदेश प्राप्त होते ही ‘पीओके’ के लिए कार्रवाई करेंगे – भारतीय सेनाप्रमुख का बयान

नई दिल्ली – पूरा जम्मूकश्मीर भारत का ही हिस्सा होने का प्रस्ताव संसद ने पहले ही पारित किया है| यह भारत का ही हिस्सा है, यह धारणा भारत रखता है| इस वजह से आदेश प्राप्त होते है तभीपीओकेपर नियंत्रण पाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी’, यह कहकर सेनाप्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने सनसनी निर्माण की है| सेनाप्रमुख का यह बयान रहा है, तभी पाकिस्तान से सटी सीमापर भारत ने छह हैलिकॉप्टर तैनात करने की तैयारी भी की  है| सेनाप्रमुख ने ही इस तैनाती का ऐलान किया|

सेनाप्रमुख प्रतिवर्ष आयोजित हो रहे पत्रकार परिषद में जनरल नरवणे बोल रहे थे| आदेश प्राप्त होने परपीओकेपर नियंत्रण स्थापित करने के लिए जरूरी कार्रवाई करने के लिए सेना तैयार होने की बात कहकर सेनाप्रमुख ने पाकिस्तान को डर में धकेला है| पिछले कुछ हफ्तों से भारत पीओके पर हमला करने की तैयारी में होने के आरोप पाकिस्तान लगा रहा है| पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने इश बारे में संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखकर अपनी चिंता जताई है| इसके साथ ही भारत के हमले का जवाब देने के लिए हम पुरी तरह से तैयार होने के दावे पाकिस्तान की सेना कर रही है| जनरल नरवणे ने किए दावों के बाद भी पाकिस्तान की सेना ने भारत को जवाब देने का दावा किया है|

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पहले ही भारत पीओके पर हमला करने की कोशिश में होने की बात कही है| भारत के नेताओं नेपीओकेभारत का ही अंग होने की बात रखकर पाकिस्तान पर दबाव बनाया था| विदेशमंत्री एस.जयशंकर नेपीओकेजल्द ही भारत के नियंत्रण में होगा, यह भरौसा भी व्यक्त किया था| तभी रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने भीपीओकेयह भारत का सार्वभूम हिस्सा होने का एहसास पाकिस्तान से कराया| इसके आगे भारत कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से बातचीत नही करेगा|

अगले समय में भी भारत और पाकिस्तान में बातचीत होगी, पर वह मात्रपीओकेपर होगी, यह बात रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने डटकर रखी थी|

इसकी गुंज पाकिस्तान में सुनाई दे रही है और पाकिस्तान के नेता एवं लष्करी अधिकारी भारत को हमेशा के लिए सबक सिखाने की भाषा करने लगा है| पर सच्चाई में पाकिस्तापर काफी बडा दबाव बना है यही बात स्पष्ट हो रही है| पाकिस्तानी माध्यमों ने भी यह बदलाव पर ध्यान दिया दिख रहा है| भारत इतनी आक्रामक भाषा का प्रयोग कर रहा है फिर भी पाकिस्तान मात्र रक्षात्मक कार्रवाई कर रहा है, यह आलोचना कुछ चरमपंथी विश्लेषक कर रहे है|

अगले दौर में भारतपीओकेपर नियंत्रण पाने के लिए हमला करेगा ही, यह दावा पाकिस्तान के विश्लेषक बेझिझक कर रहे है और इससे दूर रहना है तो भारत के विरोध में अभी जंग सुरू करों, ऐसी सलाह यह विश्लेषकों ने अपनी सरकार को रखी है| पर फिलहाल पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बडी मुश्किलों में फंसी है और युद्ध का खर्चा इस देशे के बस की बाहर की बात हुई है और ऐसे में जंग का खर्चा हम उठा पाएंगे क्या? यह सवाल उदारमतवादी कर रहे है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.