चीन के परमाणु प्रकल्प में ‘फ्यूल रॉडस्‌’ का हुआ नुकसान – चीनी परमाणु वैज्ञानिक की संदिग्ध मौत

china-fuel-roads-3बीजिंग – हाँगकाँग से मात्र १३० किलोमीटर दूरी पर स्थित चीन के ‘ताईशान’ परमाणु प्रकल्प से विकिरण हो रहा है, यह ड़र जताया जा रहा था। चीन इस घटना को छुपा रहा है और चेरनोबिल जैसी एक नई घटना के आसार होने का दावा अमरिकी माध्यमों ने किया था। लेकिन, चीन के पर्यावरण मंत्रालय ने अमरिकी माध्यमों का यह दावा ठुकराया है। ताईशान में पांच ‘फ्यूल रॉडस्‌’ का नुकसान होने से परमाणु प्रकल्प में ‘नोबल गैसेस’ का रिसाव होने की बात चीन ने स्वीकारी है। इसी बीच चीन के इस कबूलनामे के कुछ घंटे बाद ही ‘चायनिज न्युक्लिअर सोसायटी’ के उपाध्यक्ष झैंग झिजियान की संदिग्ध मौत होने की खबर सामने आयी है।

चीन के दक्षिणी हिस्से के ग्वांगडाँग प्रांत में स्थित ‘ताईशान’ परमाणु प्रकल्प से विकिरण होने की खबर अमरिकी समाचार चैनल ने जारी की थी। इसके लिए इस समाचार चैनल ने ‘ताईशान’ की भागीदार फ्रेंच कंपनी और अमरिकी यंत्रणाओं के बीच हुए संवाद का दाखिला दिया था। वहां के दो में से एक प्रकल्प में कुछ हफ्ते पहले ‘फ्युजन गैस’ का रिसाव होने की और यह सुरक्षा के नज़रिये से चिंता का विषय बन सकता है, यह बात एक संदेश में कही गई थी।

china-fuel-roads-1ताईशान प्रकल्प मकाव से ६० किलोमीटर और हाँगकाँग से १३० किलोमीटर दूरी पर स्थित है। इसके अलावा यह प्रकल्प ‘साउथ चायना सी’ से करीब होने की वजह से इस प्रकल्प में परमाणु रिसाव होने की खबर अंतरराष्ट्रीय माध्यमों ने बड़ी अहमियत देकर उठाई है। अमरिकी माध्यमों ने इस घटना की तुलना वर्ष १९८६ में सोवियत रशिया के ‘चेरनोबिल’ परमाणु प्रकल्प में हुई दुर्घटना से की थी। तब भी चेरनोबिल परमाणु प्रकल्प से हुए एटोमिक रिसाव की वजह से ५० की मौत होने का ऐलान रशिया ने किया था।

china-fuel-roads-2अमरिकी माध्यमों की इस खबर की वजह से मुश्‍किलों में घिरे चीन ने परमाणु प्रकल्प निकषों के अनुसार अच्छी तरह से कार्यान्वित होने का ऐलान किया था। लेकिन, दो दिन पहले ही चीन के पर्यावरण मंत्रालय ने इससे संबंधित अलग ही जानकारी जारी दी। ‘ताईशान’ के क्रमांक एक के प्रकल्प में पांच फ्यूल रॉडस्‌ का नुकसान होने का ऐलान चीनी मंत्रालय ने किया था। इस वजह से नोबल गैस का रिसाव हुआ है और इस वजह से पर्यावरण के लिए ज्यादा खतरा ना होने का दावा चीन ने किया।

‘ताईशान’ परमाणु प्रकल्प को लेकर चीन के इस खुलासे के कुछ घंटे बाद ही चीन के वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक की मौत होने की खबर सामने आयी है। चायनिज न्यूक्लिअर सोसायटी एवं हार्बिन इंजिनिअरिंग युनिवर्सिटी के उपाध्यक्ष झैंग झिजियान की हेलाँगजियांग प्रांत की राजधानी हार्बिन में दुर्भाग्यवश मौत हुई। उन्होंने अपने घर की बाल्कनी से कूदकर आत्महत्या की है, ऐसा स्थानीय पुलिस ने कहा। यह आत्महत्या है, उनकी हत्या नहीं हुई है, यह बात भी पुलिस ने स्पष्ट की। झैंग झिजियान, चीन के नामांकित परमाणु वैज्ञानिक थे। दो वर्ष पहले उन्हें चीन के प्रौद्योगिकी क्षेत्र से संबंधित सर्वोच्च पुरस्कार प्रदान करके सम्मानित किया गया था। उनकी मृत्यु और चीन के परमाणु प्रकल्प में हुए रिसाव का संबंध होगा, ऐसी कड़ी आशंका माध्यमों द्वारा व्यक्त की जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.