सीरिया के अस्साद हुकूमत का समर्थन कर रहें रशिया और ईरान के सैनिकों में ही संघर्ष – सीरिया, रशिया और इस्रायली माध्यमों का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को – सीरिया में जारी संघर्ष में एक ही पक्ष में लड रहे रशिया और ईरान के सैनिकों के बीच संघर्ष शुरू होने की जानकारी सामने आ रही है| पिछले सप्ताह में सीरिया के अलेप्पो में रशिया की सेना ने ईरान से जुडे गुट पर बडी कार्रवाई की| पिछले दो वर्षों में रशिया और ईरान के सैनिकों में इस तरह कई अवसरों पर संघर्ष होने का दावा सीरिया, रशिया और इस्रायली माध्यम कर रहे है| इस संघर्ष का सिधे सीरियन सेना पर असर हो रहा है और अस्साद के साथ विश्‍वास के साथ खडी सेना में भी दरार निर्माण होने की बात विश्‍लेषक कर रहे है|

सीरिया की अंतर्गत सुरक्षा के लिए रशिया ने तैनात किए सेना पुलिस ने पिछले हफ्ते में बडी कार्रवाई को अंजाम दिया| सीरिया के अलेप्पो शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कब्जा करनेवाले ईरान से जुडे गुट पर रशियन सेना ने छापा किया| इस कार्रवाई में रशियन सेना ने ईरान से जुडे गुटों के सैनिकों की गिरफ्तारी भी की है| स्थानिय समाचार पत्र ने इस कार्रवाई का समाचार प्रसिद्ध किया| लेकिन, रशियन सेना ने ईरान जे जुडे कौन से गुट पर और किस कारण यह कार्रवाई की, इस बारे में ज्यादा जानकारी सामने नही आयी है|

इसके पहले भी रशिया और ईरान के सैनिकों में काफी तनाव निर्माण होने के समाचार प्रसिद्ध हुए थे| सीरिया के संघर्ष में रशिया और ईरान अस्साद हुकूमत के समर्थन में है| ऐसा होते हुए भी अन्य कई मुद्दों पर रशिया और ईरान के बीच कडे मतभेद होने का दावा रशियन समाचार पत्र ने किया है|

सीरिया के पश्‍चिम दिशा में होनेवाले तारतूस बंदरगाह के निकट ‘बानियास’ क्षेत्र में ईरान की गतिविधियों में बढोतरी हो रही है| लेकिन, ईरान की इन हरकतों की वजह से सीरिया में अपने आर्थिक और लष्करी हितसंबंधों को खतरा बना होने की चिंता रशिया को सता रही है| साथ ही बानियास में ईरान ने की तैनाती के कारण सीरिया में स्थिरता लाने के लिए रशिया से हो रही कोशिश में बाधा हो रही है, यह नाराजगी रशिया के लष्करी अधिकारी व्यक्त कर रहे है|’, यह जानकारी रशियन समाचार पत्र ने प्रसिद्ध की है|

बानियास यह सीरिया के पश्‍चिमी तट के निकट का शहर है और इस जगह पर ईरान ने बनाया लष्करी अड्डा भूमध्य समुद्र में तनाव बढाने का कारण हो सकता है, इस ओर रशियन वृत्तपत्र ने ध्यान आकर्षित किया है| इस वजह से सीरिया में हो रही ईरान की लष्करी गतिविधियों में बढोतरी होने से रशिया नाराजगी व्यक्त कर रही है| लेकिन, सीरिया में अस्साद हुकूमत ईरान की गतिविधियां रोकने में असमर्थ है, ऐसा रशियन एवं इस्रायली माध्यमों का कहना है| पिछले आठ वर्षों में ईरान ने सीरिया को छह से आठ अरब डॉलर्स का कर्ज मंजूर किया है| साथ ही सीरिया में ईरान और लेबनान में हिजबुल्लाह का प्रभाव भी काफी है, इस ओर इन मध्यमों ने ध्यान आकर्षित किया है|

इस दौरान, सीरिया में शुरू गृहयुद्ध लंबे समय तक चल रहा है| शायद इस वजह से सीरिया के संघर्ष में एक ही पक्ष में खडे रशिया और ईरान में यह तनाव निर्माण होने का दावा सीरिया के कुछ विश्‍लेषक कर रहे है| लेकिन, अलेप्पो की घटना रशिया और ईरान के बीच बढ रहे तनाव का ‘फ्लॅशपॉईंट’ होने की चेतावनी वॉशिंगटन इन्स्टिट्युट फॉर निअर ईस्ट पॉलिसी इस अभ्यासगुट के विश्‍लेषक फिलिप स्मिथ इन्होंने दी है| इसके पहले भी रशियन सेना ने ईरान से जुडे हथियारी गुटों पर ऐसी कार्रवाई की थी, ऐसा स्मिथ ने कहा| सीरिया में ईरान हिजबुल्लाह और अपने से जुडे अन्य गुटों को प्रबल करने की तैयारी में होने की बात एक भूतपूर्व अमरिकी अधिकारी ने कही थी| इसीलिए रशिया ने ईरान से जुडे गुटों के विरोध में कार्रवाई करना शुरू किया होगा, यह संभावना अन्य एक अमरिकी विश्‍लेषक ने व्यक्त की है|

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