अफ्रिका में शुरू हुआ सूडान और इथियोपिया का युद्ध

खार्तुम/आदिस अबाबा – सीमा विवाद के मुद्दे पर सूडान ने इथियोपिया के साथ युद्ध शुरू किया है, ऐसी जानकारी सूडान की सेना ने प्रदान की है। सूडान और इथियोपिया की सीमा पर स्थित ‘अल-फश्‍का’ प्रांत पर सूडान की सेना ने कब्ज़ा किया है, यह दावा भी किया गया है। इथियोपिया की सरकार ने सूडान के दावों की पुष्टी की है और इस विवाद का चर्चा के माध्यम से हल निकला नहीं तो इथियोपिया की सेना जवाबी हमला करेगी, यह इशारा भी दिया है। इजिप्ट के बहकावे से सूडान ने यह जंग छेड़ी है, ऐसा आरोप इथियोपिया से किया जा रहा है।

sudan-ethiopia-warसूडान और इथियोपिया के बीच १,६०० किलोमीटर लंबी सीमारेखा है और इस सीमा पर अब भी कुछ हिस्सों में सीमारेखा तय नहीं की गई है। सूडान के ‘अल-फश्‍का’ प्रांत की ६०० किलोमीटर लंबी सीमारेखा इथियोपिया से जुड़ी हुई है और यह हमेशा से विवाद का मुद्दा रहा है। ‘अल-फश्‍का’ पारंपारिक दृष्टीकोन से सूडान का हिस्सा रहा है, फिर भी इथियोपिया की हुकूमतों ने अपनी जनता को इस क्षेत्र में घुसपैठ करने की खुली छूट दे रखी थी। इनकी सुरक्षा के लिए इथियोपिया ने अपनी सेना दलों की भी तैनाती की थी।

सूडान के पूर्व लष्करी तानाशाह ‘ओमर अल-बशिर’ ने इस विवाद की ओर ज्यादा ध्यान नहीं दिया था। इथियोपिया के ‘तिगरे’ वंशी और उनके वर्चस्व वाली सरकार से अच्छे संबंध इसका कारण रहे हैं। लेकिन, बीते दो वर्षों में सूडान और इथियोपिया की हुकूमतों में बदलावों के कारण सीमा विवाद का मुद्दा दुबारा उठा है। इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबि अहमद ने बीते महीने में तिगरे प्रांत के विरोध में खुलेआम लष्करी संघर्ष शुरू किया था। इस संघर्ष में सूडान ने तिगरे के विद्रोही एवं जनता को सहायता प्रदान की थी, ऐसा कहा जा रहा है। इसके बाद अब सीमा विवाद का मुद्दा उठा हुआ दिख रहा है।

sudan-ethiopia-war‘अल-फश्‍का’ में सूडान ने लष्करी टुकड़ियां भेजकर इथियोपियन नागरिकों को बाहर खदेड़ना शुरू किया है। इस प्रांत के ६० प्रतिशत से अधिक क्षेत्र पर सूडान की सेना ने कब्जा किया है, ऐसा कहा जा रहा है। सूडान ने ‘अल-फश्‍का’ पर पूरी तरह से कब्जा करने का इशारा दिया है और इसके बाद इथियोपिया के साथ चर्चा करेंगे, ऐसी चेतावनी भी दी है। इथियोपिया की सरकार ने इस पर प्रत्युत्तर देते समय अपनी सेना संप्रभुता की रक्षा करने के लिए तैयार होने का बयान किया है। साथ ही अन्य देश इथियोपिया और सूडान के बीच तनाव निर्माण करने की कोशिश में जुटे होने का आरोप भी इथियोपिया के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने किया है।

इथियोपिया के माध्यमों एवं सोशल मीडिया में भी सूडान की लष्करी कार्रवाई पर आलोचना की जा रही है और इसके पीछे इजिप्ट का हाथ होने का दावा किया जा रहा है। इजिप्ट, सूडान और इथियोपिया के दरमियान ‘नाईल’ नदी के बटवारे को लेकर विवाद जारी है। इजिप्ट ने सूडान की कुछ माँगे पूरी करने की तैयारी दिखाई है और इसी बीच इथियोपिया की सभी माँगें पूरी तरह से ठुकराई हैं। बीते कुछ वर्षों से यह विवाद लगातार बढता ही रहा है और अमरीका ने भी इसमें मध्यस्थता करने की कोशिश की है, ऐसा समझा जा रहा है।

कुछ महीनें पहले इसी मुद्दे पर हुई चर्चा किसी भी तरह का हल ना निकलने से नाकाम हुई। इसके बाद इजिप्ट ने सूडान के सहयोग से इथियोपिया को अलग-थलग करने की कोशिश शुरू की है। इथियोपिया की सरकार ने तिगरे प्रांत में संघर्ष शुरू करने के बाद इजिप्ट ने सूडान के सहयोग से व्यापक लष्करी युद्धाभ्यास भी किया था। इस युद्धाभ्यास का उद्देश्‍य इथियोपिया पर दबाव डालने का ही था, ऐसा कहा जा रहा है। इस युद्धाभ्यास के बाद ही सुडान ने ‘अल-फश्‍का’ में लष्करी टुकड़ियां भेजकर कार्रवाई शुरू की थी। इस वजह से सूडान और इथियोपिया के बीच छिड़ी हुई जंग के पीछे इजिप्ट गतिविधियां नियंत्रित कर रहा होगा, ऐसा दावा इथियोपिया के विश्‍लेषक कर रहे हैं।

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