नेताजी-१११

नेताजी-१११

त्रिपुरी अधिवेशन की स्वागत समिति ने अधिकृत रूप से किये हुए ऐसे ‘स्वागत’ की अपेक्षा अनधिकृत, यानि जनसागर ने किया हुआ स्वागत तो काफ़ी उत्साहपूर्ण था। अधिवेशन के लिए दो लाख से भी ज़्यादा लोग इकट्ठा हुए थे। डॉक्टर तथा परिवारजनों द्वारा सुभाषबाबू की तबियत के बारे में साफ़ साफ़ चेतावनी दी जानेपर सुभाषबाबू ने […]

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किचन फ्रेंडली ‘टपर वेअर’

किचन फ्रेंडली ‘टपर वेअर’

बरतनों आदि का विकास मानवों की उत्क्रांति के साथ साथ हुआ। इस विकास के दौरान पत्थरों के, मिट्टी के, धातुओं के बरतनों को मानवों ने अपनी ज़रूरत के अनुसार उपयोग में लाना शुरु किया। इस विकास के दौरान ही भोजन अथवा खाने की चीजें आदि रखने के लिए प्लास्टिक के हवाबंद डिब्बों का उपयोग करने […]

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समय की करवट (भाग ३८)- ‘बर्लिन वॉल’ : दुनिया एक कारागृह….

समय की करवट (भाग ३८)- ‘बर्लिन वॉल’ : दुनिया एक कारागृह….

‘समय की करवट’ बदलने पर क्या स्थित्यंतर होते हैं, इसका अध्ययन करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। इस में फिलहाल हम, १९९० के दशक के, पूर्व एवं पश्चिम जर्मनियों के एकत्रीकरण के बाद, बुज़ुर्ग अमरिकी राजनयिक हेन्री किसिंजर ने जो यह निम्नलिखित वक्तव्य किया था, उसके आधार पर दुनिया की गतिविधियों का अध्ययन कर […]

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नेताजी- १०३

नेताजी- १०३

हरिपुरा अधिवेशन में अपने प्रागतिक एवं क्रान्तिकारी विचारों से भरे अध्यक्षीय भाषण को समाप्त कर सुभाषबाबू जब अपने आसन पर विराजमान हुए, तब का़फी देर तक तालियों की कड़कड़ाहट को साथ जयघोष के नारे गूँज रहे थे। बूढ़ी माँ-जननी तृप्त दृष्टि से उन्हें निहार रही थीं। गाँधीजी भी कौतुक के साथ उन्हें देख रहे थे। […]

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लेबनॉन के प्रधानमंत्री साद हरिरि परिवार समेत सऊदी में बंधक- लेबनॉन के राष्ट्राध्यक्ष द्वारा आरोप

लेबनॉन के प्रधानमंत्री साद हरिरि परिवार समेत सऊदी में बंधक- लेबनॉन के राष्ट्राध्यक्ष द्वारा आरोप

बेरूत / तेहरान: सऊदी अरेबिया ने लेबनॉन के प्रधानमंत्री साद हरिरी और उनके परिवार को बंधक बनाया है। सऊदी की यह कारवाई मतलब लेबनॉन पर आक्रमण माना जाएगा, ऐसा आरोप लेबनॉन के राष्ट्राध्यक्ष मिशेल एऑन ने किया है। चार दिनों पहले हरिरी ने एक लेबनीज वृतमाध्यम को दिए मुलाकात में, हम सऊदी में स्वस्थ होकर […]

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समय की करवट (भाग ३३) – ‘बर्लिन ब्लॉकेड’ : जर्मनी के बँटवारे की नांदी

समय की करवट (भाग ३३) – ‘बर्लिन ब्लॉकेड’ : जर्मनी के बँटवारे की नांदी

‘समय की करवट’ बदलने पर क्या स्थित्यंतर होते हैं, इसका अध्ययन करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। इसमें फिलहाल हम, १९९० के दशक के, पूर्व एवं पश्चिम जर्मनियों के एकत्रीकरण के बाद, बुज़ुर्ग अमरिकी राजनयिक हेन्री किसिंजर ने जो यह निम्नलिखित वक्तव्य किया था, उसके आधार पर दुनिया की गतिविधियों का अध्ययन कर रहे […]

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नेताजी-९५

नेताजी-९५

जवाहरलालजी की मुश्किल की घड़ियों में उनका साथ निभाकर सुभाषबाबू फिर से आराम के लिए कार्ल्सबाड लौटे। वहाँ के गरम पानी के झरनों के कारण उनके स्वास्थ्य में अब तेज़ी से सुधार आने लगा। लेकिन तीन-चार महीनों में ही उन्हें ख़बर मिली कि कमला नेहरूजी की तबियत काफी बिगड़ गयी है। इसलिए भारत में कारावास […]

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समय की करवट (भाग ३२) जर्मनी – पूर्व और पश्चिम!

समय की करवट (भाग ३२) जर्मनी – पूर्व और पश्चिम!

‘समय की करवट’ बदलने पर क्या स्थित्यंतर होते हैं, इसका अध्ययन करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। इसमें फिलहाल हम, १९९० के दशक के, पूर्व एवं पश्चिम जर्मनियों के एकत्रीकरण के बाद, बुज़ुर्ग अमरिकी राजनयिक हेन्री किसिंजर ने जो यह निम्नलिखित वक्तव्य किया था, उसके आधार पर दुनिया की गतिविधियों का अध्ययन कर रहे […]

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नेताजी-९४

नेताजी-९४

सुभाषबाबू के ‘द इंडियन स्ट्रगल: १९२०-१९३४’ इस पुस्तक का युरोप में अच्छा-ख़ासा स्वागत किया गया। ‘भारतीय राजनीति के तीन सर्वोच्च महत्त्वपूर्ण व्यक्तित्त्वों में से एक के द्वारा यह ग्रन्थ लिखा जाने के कारण इसकी काफी अहमियत है। लेखक द्वारा निर्भयतापूर्वक अपना मन्तव्य प्रस्तुत करते हुए किसी के साथ भी नाइन्सा़फी नहीं की गयी है। हालाँकि […]

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समय की करवट (भाग ३१) ‘ईयू’ संकल्पना- ‘अगला ठोकर खाये, पिछला देखकर कुछ सीखें’

समय की करवट (भाग ३१) ‘ईयू’ संकल्पना- ‘अगला ठोकर खाये, पिछला देखकर कुछ सीखें’

‘समय की करवट’ बदलने पर क्या स्थित्यंतर होते हैं, इसका अध्ययन करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। इसमें फिलहाल हम, १९९० के दशक के, पूर्व एवं पश्चिम जर्मनियों के एकत्रीकरण के बाद, बुज़ुर्ग अमरिकी राजनयिक हेन्री किसिंजर ने जो यह निम्नलिखित वक्तव्य किया था, उसके आधार पर दुनिया की गतिविधियों का अध्ययन कर रहे […]

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