सऊदी के कब्जे के बहुतांश आरोपी ‘सेटलमेंट’ के लिए तैयार

जेद्दा: सऊदी अरेबिया में भ्रष्टाचार के अंतर्गत गिरफ्तार हुए आरोपियों में से बहुतांश आरोपी रिहाई के लिए सऊदी की सरकार के साथ ‘सेटलमेंट’ करने के लिए तैयार हुए हैं। अपनी संपत्ति में से ७० प्रतिशत हिस्सा सऊदी की तिजोरी में जमा करके ‘प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान’ के नेतृत्व को स्वीकार करने की शर्त भी इन आरोपियों ने मान्य की है। सऊदी अरेबिया के अटोर्नी जनरल ‘शेख सौद अल-मुजिब’ ने यह जानकारी दी है।

महीने पहले, ४ नवम्बर को प्रिंस मोहम्मद के नेतृत्व में स्थापित हुई भ्रष्टाचार विरोधी समिति ने सऊदी अरेबिया में बड़ी कार्रवाई की थी। भ्रष्टाचार के करीब १९६ गंभीर आरोपियों को सिर्फ कुछ ही घंटों में गिरफ्तार करके ‘रित्झ कार्लटन’ इस पंचसितारा होटल में कैद किया था। इसमें सऊदी के राजघराने के ४० से भी अधिक राजपुत्रों के साथ सऊदी के प्रभावी व्यवसायिक, उद्योगपति, लष्करी अधिकारीयों का भी समावेश है। सऊदी के साथ साथ खाड़ी देश को झटका देने वाली यह कार्रवाई थी।

‘सेटलमेंट’

पिछले महीने से सऊदी की यंत्रणाओं ने ३२० लोगों को कब्जे में लिया था। इसमें से १५९ अभी भी गिरफ्त में होने की जानकारी, अटोर्नी जनरल मुजिब ने दी है। इन आरोपियों ने लगभग १०० अरब डॉलर्स का भ्रष्टाचार करने का आरोप सऊदी की यंत्रणाओं ने किया था। इस पृष्ठभूमि पर, गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के ३७६ बैंक खातों को बंद किया गया है और सऊदी के पडौसी देशों के बैंक खातों की भी पूछताछ चल रही है, ऐसा मुजिब ने कहा है।

दो हफ़्तों पहले सऊदी की यंत्रणाओं ने इन आरोपियों के सामने रिहाई के लिए शर्त रखी थी। हफ्ते पहले सऊदी के प्रिंस ‘मितेब बिन अब्दुल्लाह’ ने यह शर्त मान्य करके अपनी संपत्ति में से ७० प्रतिशत हिस्सा सऊदी की तिजोरी में जमा किया है। उसके बाद प्रिंस मितेब की रिहाई हुई थी। उसके बाद भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों ने भी अपनी रिहाई के लिए शर्तों को मान्य करने की तैयारी दिखाई हिया, ऐसा मुजिब ने कहा है। लेकिन अभी भी सऊदी के कुछ राजपुत्र और उद्योजक प्रिंस मोहम्मद की शर्त मान्य करने के लिए तैयार नहीं हैं, ऐसा दावा सऊदी की मीडिया कर रही है। लेकिन इसमें सऊदी के राजघराने के प्रभावी राजपुत्र प्रिंस ‘अलवालिद बिन तलाल’ का समावेश है क्या, यह जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।

दौरान, प्रिंस मोहम्मद ने रखी शर्त मान्य करने के लिए किसी भी आरोपी पर किसी भी प्रकार का दबाव डाला नहीं जा रहा है, ऐसा दावा अटोर्नी जनरल मुजिब ने किया है। साथ ही हर एक को सामने रखा प्रस्ताव से इन्कार करने का पूरा अधिकार है, ऐसा भी मुजिब ने कहा है। सऊदी की यंत्रणा से ऐसे आरोपियों पर जबरदस्ती नहीं की जा रही है, ऐसा दावा मुजिब कर रहे हैं। लेकिन ‘रित्झ कार्लटन’ इस पंचसितारा होटल में कैद किए गए सऊदी के राजपुत्र और अन्य आरोपियों का छल शुरू है, ऐसी खबर ब्रिटेन के एक दैनिक ने प्रसिद्ध की थी।

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