रशिया मे सन २०१८ को होनेवाले राष्ट्राध्यक्ष चुनाव के लिए व्लादिमिर पुतिन से उम्मीदवारी घोषित

मॉस्को: रशियन संघ राज्य के राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए मैं मेरी उम्मीदवारी घोषित कर रहा हूं। उसके लिए इस से अधिक अच्छी जगह और कारण उपलब्ध नहीं होगा। आने वाले समय में रशिया सिर्फ प्रगति के मार्ग पर होगा और उस दिशा से रशिया को कोई रोक नहीं सकेगा, इन शब्दों में रशिया के विद्यमान राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने आने वाले वर्ष के राष्ट्राध्यक्ष पद की दौड़ में दाखिल होने की घोषणा की है। बुधवार को निझ्नी नोव्हगोरोड़ में एक गाड़ी के कारखाने को दिए भेंट में, पुतिन ने अपनी उम्मीदवारी घोषित की है। इस घोषणा की वजह से राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन थक गए हैं और वह अपने राष्ट्राध्यक्ष पद के आने वाले सत्र के लिए प्रयत्न नहीं करेंगे, इस बारे में हुई चर्चा को पूर्ण विराम मिलने की बात स्पष्ट हो रही है।

रशियन संघ राज्य

रशिया में राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए १८ मार्च २०१८ को चुनाव होने वाले हैं। इसके लिए अब तक विविध पक्ष, गट और अपक्ष के ३० से अधिक लोगों ने राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए अपनी उम्मीदवारी घोषित की है। इस से पहले सन २०१२में हुए चुनाव में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने ६ महीने पहले ही अपनी उम्मीदवारी घोषित की थी। पर इस समय चुनाव के केवल ३ महीने पहले होते हुए भी राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए उन्होंने अपनी उम्मीदवारी घोषित नहीं की थी। इसकी वजह से पुतिन अपने राष्ट्राध्यक्ष पद के आने वाले टर्म मे प्रयत्न नहीं करेंगे, ऐसी आशंका जताई जा रही थी।

व्लादिमिर पुतिन सन १९९९ साल से रशिया के सूत्र संभाल रहे हैं और सन २००० से २००८ वर्ष के काल में दो बार राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर चुनाव जीतकर आए हैं। उसके बाद सन २००८ में राष्ट्राध्यक्ष पद की जिम्मेदारी स्वीकारे हुए पुतिन ने अपने निकटम दिमित्री मेदवेदेव इनको राष्ट्राध्यक्ष पद सौंपा था। मेदवेदेव राष्ट्राध्यक्ष पद पर होते हुए, राष्ट्राध्यक्ष पद की घटना में बदलाव कर के इस पद की अवधि ६ वर्षों तक बढ़ाइ थी। उसके बाद २०१२ में पुतिन ने फिर से रशिया के राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर सत्ता हासिल की थी।

तीन बार राष्ट्राध्यक्ष रहे पुतिन अपने निकटम नेताओं को नेतृत्व सौंपेंगे, ऐसी आशंका पाश्चात्य माध्यमों से एवं विश्लेषकों से जताई जा रही थी। पर उसे धक्का देते हुए पुतिन ने बुधवार को राष्ट्राध्यक्ष पद की दौड़ में उतरने का निर्णय लिया है। कुछ दिनों पहले रशिया में हुए एक सर्वेक्षण में पुतिन चुनाव मे उतरने के बाद उन्हें ८० प्रतिशत वोट मिलेंगे ऐसा घोषित किया गया था।

पुतिन को चुनाव में प्रतिस्पर्धी के तौर पर विशेष आवाहन नहीं है। फिर भी पिछले कई वर्षों में उनपर लगातार टीका करने वाले ऐलेक्सी नैव्हैलनी के साथ गेन्नाडी झुगानोव्ह, व्लादिमिर झिरिनोव्हसकी, ग्रिगोरी यावलिन्सकी, एकैटरीना गोर्डन, एवम सेनिया सोब्चैक ने उम्मीदवारी घोषित करके ध्यान केंद्रित किया है।

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