‘पीओके’ की जनता का आतंकवादी पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन

मुझ्झफराबाद, दि. ६ (वृत्तसंस्था)- आतंकवादियों का खुलेआम विचरण तथा उनके कारनामों की वजह से ‘पीओके’ का भूभाग नरक बन गया होने की आलोचना, यहाँ के संतप्त लोगों ने की है| पाकिस्तान यहाँ के आतंकवादियों पर कार्रवाई नहीं कर सकता, तो हमें ही इसके बारे फ़ैसला करना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी देते हुए ‘पीओके’ के स्थानीय लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ़ जोरदार प्रदर्शन किये| गुरुवार के दिन हुए इस प्रदर्शन के कारण पाकिस्तान की बहुत बदनामी हुई है| इस भूभाग पर का पाकिस्तान का नियंत्रण अब ढीला पड़ता जा रहा है, यह दिखाई दे रहा है|

‘पीओके’पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर अर्थात ‘पीओके’ के लोग पूरी तरह अपने ही समर्थन में है, यह दावा पाकिस्तान द्वारा किया जाता है| लेकिन ‘आजाद कश्मीर’ ऐसा पाकिस्तान द्वारा उल्लेख किये जानेवाले इस भूभाग के लोग दरअसल पाकिस्तान के अत्याचार खिलाफ फ़रियाद माँग रहे है, यह सामने आ रहा है| यहाँ के लोगों पर अन्याय करनेवाले पाकिस्तान के खिलाफ़ पिछले कई महीनों से प्रदर्शन हो रहे होकर, गुरूवार के दिन भी स्थानीय लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ़ नारेबाज़ी करते हुए प्रदर्शन किये| भारतीय सेना ने किये ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ की पृष्ठभूमि पर, यहाँ के लोगों ने किये प्रदर्शन सभी का ग़ौर फ़रमा रहे हैं|

‘पीओके’ के मुझफ्फराबाद, कोटली, चिनारी, मिरपूर, गिलगिट, दीयामार और निलम व्हॅली इलाक़े में स्थानिक नेता और हज़ारों की तादात में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आये थे| ‘पीओके’ में स्थित आतंकी अड्डों के वजह से यहाँ के लोगों के दैनंदिन जीवन में दिक्कतें आ रही हैं| आतंकवादियों ने इस भाग को नरक बनाया है, यह आरोप प्रदर्शन करनेवालों ने किया है| पाकिस्तान यहाँ के आतंकवादियों की मदद करना बंद करें और यहाँ के आतंकवादियों पर कार्रवाई करें| आतंकवादियों को इस इलाक़े से हटा दें| आतंकवादियों को आश्रय देकर किसी भी मसले का हल मिलनेवाला नहीं, ऐसी खरी खरी ‘पीओके’ के लोगों ने पाकिस्तान की सरकार सुनायी| पाकिस्तान ने यहाँ के आतंकी अड्डों पर कार्रवाई नहीं की, तो यहाँ की जनता ही आतंकवादियों पर कार्रवाई करेगी, ऐसी चेतावनी प्रदर्शन करनेवालों ने मीडिया से बात करते समय दी|

‘पीओके’ में जुलाई महीने में हुए चुनाव में हमें मतदान करने को नहीं मिला| पाकिस्तान की खुफ़िया एजन्सी ‘आयएसआय’ ने ही यह चुनाव मॅनेज किया, ऐसा आरोप इस वक्त कुछ लोगों ने किया| इस चुनाव में नवाझ शरीफ की ‘पीएमएल-एन’ पार्टी को बहुमत मिल गया था| लेकिन यह चुनाव महज़ एक दिखावा था, ऐसा दावा स्थानियों द्वारा किया जा रहा है| इस चुनाव से पहले, पाकिस्तान से ‘पीओके’ अलग करने की माँग करनेवाले नेता की हत्या की गयी थी|  साथ ही, ‘पीओके’ यह पाकिस्तान का भूभाग नहीं, ऐसा माननेवालों को चुनाव में शामिल नहीं किया गया था| इसपर ‘पीओके’ में से तीव्र प्रतिक्रिया आयी थी|

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