‘ग्रेन डिल’ से पीछे हटी रशिया के कारण कई लोग भुखमरी का शिकार होंगे – संयुक्त राष्ट्र संघ की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र/ब्रुसेल्स – ‘ग्रेन डिल’ के तहत पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को हथियारों की तस्करी की, ऐसा आरोप लगाकर रशिया इस समझौते से पीछे हटी है। लेकिन, रशिया के इस निर्णय की संयुक्त राष्ट्र संघ, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कड़ी आलोचना की है। ‘मानवीय सहायता की प्रतिक्षा में बैठे ३६ करोड़ से भी अधिक लोग रशिया के इस निर्णय से प्रभावित हुए हैं। यह निर्णय उनके भविष्य के लिए खतरा बना है। इस वजह से वह गुस्से में हैं और चिंता भी कर रहे हैं। इनमें से कुछ लोगों पर भूखमरी का संकट टूटता हैं तो इस निर्णय से कई लोगों की मौत हो जाएगी’, ऐसी चेतावनी संयुक्त राष्ट्र संघ ने दी है। इसी बीच ‘ग्रेन डिल’ टूटने के कारण अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में अनाज़ की कीमतों का उछाल होगा और वैश्विक स्तर पर अन्न का संकट निर्माण होगा, ऐसी चिंता मुद्रा कोष ने व्यक्त की है।

‘ग्रेन डिल’ से पीछे हटी रशिया के कारण कई लोग भुखमरी का शिकार होंगे - संयुक्त राष्ट्र संघ की चेतावनीपिछले वर्ष जुलाई महीने में संयुक्त राष्ट्र संघ और तुर्की की मध्यस्थता से किए गए ‘ब्लैक सी ग्रेन डिल’ के दौरान हमारी मांगों को जानबूझकर अनदेखा किया गया, ऐसा आरोप रशिया ने लगाया था। पश्चिमी देशों ने हमारी मांगे स्वीकार की तो यह समझौता जारी रखा जाएगा, ऐसी स्पष्ट भूमिका रशिया ने अपनाई थी। लेकिन, बार बार गुहार लगाने के बावजूद भी पश्चिमी देशों ने हमारी मांगों पर गौर नहीं किया। उल्टा अनाज़ की यातायात करने का बहाना करके इन जहाज़ों से यूक्रेन को हथियारों की तस्करी की यह आरोप लगाकर रशिया सोमवार को इस समझौते से पीछे हटी।

साथ ही गुस्सा हुए यूक्रेन ने ऐसे धमकाया है कि, रशिया के लिए ब्लैक सी क्षेत्र से यात्रा करने वाले जहाज़ों पर हमले किए जाएंगे। इससे यात्री जहाज़ों को भी बक्शा नहीं जाएगा, ऐसी धमकी भी यूक्रेन ने दी। संयुक्त राष्ट्र संघ की मानव अधिकार संगठन ने रशिया-यूक्रेन की इन गतिविधियों का संज्ञान लिया है। साथ ही ब्लैक सी के क्षेत्र से गुजरने वाले यात्री जहाज़ों पर हमले करने की हरकत बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ऐसी फटकार संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद की प्रमुख रोझमेरी डिकार्लो ने लगाई।

‘ग्रेन डिल’ से पीछे हटी रशिया के कारण कई लोग भुखमरी का शिकार होंगे - संयुक्त राष्ट्र संघ की चेतावनीइस बीच डिकार्लो ने ग्रेन डिल से पीछे हटी रशिया को भी लक्ष्य किया। रशिया का पीछे हटना, यूक्रेन के बंदरगाहों पर हुए हमलों के कारण अनाज़ का संकट अधिक ही तीव्र होगा, ऐसी चेतावनी डिकार्लो ने दी। इस बीच राष्ट्र संघ के मानव अधिकार विभाग के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिन्स ने यह कहा है कि, इस समझौते से रशिया का पीछे हटना यानी ३६.२० करोड़ लोगों के भविष्य के बना खतरा है। इस निर्णय की वजह से यह जनता रशिया पर गुस्सा हुई है, ऐसा दावा ग्रिफिन्स ने किया। इनमें से कई की भूखमरी से मौत होगी, यह चिंता भी ग्रिफिन्स ने व्यक्त की है।

रशिया के इस डिल से पीछे हटने के कारण अफ्रीका, दक्षिण एशिया और खाड़ी देशों में अनाज़ का संकट तीव्र होगा, यह ड़र मुद्रा कोष ने व्यक्त किया है। लेकिन, अफ्रीका के अपने मित्र देशों की मांग रशिया विशेष ध्यान देकर पुरी करेगी, ऐसा बयान रशिया के उप-विदेश मंत्री सर्जेई वेर्शिनीन ने किया है। ‘ग्रेन डिल’ से पीछे हटी रशिया के कारण कई लोग भुखमरी का शिकार होंगे - संयुक्त राष्ट्र संघ की चेतावनीअगले महीने के अन्त तक अफ्रीकी देशों की मांग पर निर्णय होगा, ऐसा वेर्शिनीन ने कहा है।

इशी बीच, शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में आयोजित बैठक में ग्रेन डिल से रशिया के पीछे हटने के मुद्दे पर रशिया के मित्र देश चीन ने भी आलोचना की। अनाज़ की निर्यात सामान्य करने के लिए रशिया और संयुक्त राष्ट्र संघ साथ मिलकर काम करेंगे, ऐसी उम्मीद राष्ट्र संघ में नियुक्त चीन के सहायक राजदूत गैन्ग शुआंग ने व्यक्त की।

साथ ही रशिया और यूक्रेन सार्वजनिक इमारतों को लक्ष्य ना करें, ऐसा आवाहन भी गैन्ग ने किया। दो दिन पहले यूक्रेन के ओडेसा प र रशिया ने किए हवाई हमले में ६० हज़ार टन अनाज़ का भंड़ारण किया गया भंड़ार नष्ट हुआ। यहां का अनाज़ चीन को निर्यात होना था, ऐसी जानकारी यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की ने प्रदान की। इस वजह से सुरक्षा परिषद की इस बैठक में चीन भी रशिया पर गुस्सा व्यक्त करता दिखा है।

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