रशिया युरोप में अमरीका-नाटो को क़रारा जवाब देगा नाटोस्थित रशियन दूत की चेतावनी

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अमरीका एवं नाटो ने पूर्व युरोप में लष्करी तैनाती को बढ़ानेवाली गतिविधियाँ तेज़ कीं, तो रशिया उसे अपारंपरिक पद्धति से तीख़ा प्रत्युत्तर देगा, ऐसी चेतावनी रशिया के नाटोस्थित दूत ने दी। सन २०१७ से युरोप में तीन लष्करी ‘ब्रिगेड’ तैनात करने की घोषणा अमरीका ने बुधवार को की थी। उससे पहले, नाटो ने पिछले ही महीने पूर्व तथा मध्य युरोप के देशों में ४० हज़ार सैनिक तैनात करने की योजना को मान्यता दी थी। नाटो, अमरीका एवं रशिया की इन गतिविधियों के कारण युरोप में नया संघर्ष भड़क उठने के आसार दिखने लगे हैं।

‘अमरीका द्वारा पूर्व युरोप में की जानेवाली लष्करी ब्रिगेड की तैनाती यह रशिया के लिए ख़तरे की घंटी है। इस तैनाती के साथ ही, नाटो द्वारा शुरू रहनेवालीं अन्य गतिविधियाँ, यह युरोप स्थित लष्करी सिद्धता को और भी मज़बूत बनाने के प्रयासों का भाग है। रशिया यह कोई महज़ दर्शक की भूमिका निभानेवाला देश नहीं है। अमरीका एवं नाटो की लष्करी सिद्धता को रशिया द्वारा सुयोग्य प्रतिसाद मिलेगा। रशिया इन गतिविधियों का अपारंपरिक पद्धति से क़रारा जवाब देगा’ ऐसी चेतावनी रशिया के नाटोस्थित दूत ने दी।

अमरीका के युरोपस्थित मिलिटरी कमांड ने बुधवार को, पूर्व युरोप में आक्रामक लष्करी तैनाती की घोषणा की थी। उसमें – सन २०१७ के अंत तक युरोप में तीन ‘फ़ुल्ली एक्विप्ड् आर्मी ब्रिगेड्’ तैनात किये जायेंगे, ऐसा कहा गया है। उनमें से एक ‘कॉम्बॅट ब्रिगेड्’ पूर्व युरोप में स्थायी रूप में तैनात हों, ऐसी व्यवस्था की गयी है। इस ब्रिगेड् में ४,२०० सैनिक, २५० टँक्स और सशस्त्र वाहन तथा अन्य लष्करी यंत्रणाओं का समावेश होनेवाला है।

पूर्व युरोप की तैनाती में इस्टोनिया, लाटव्हिया, लिथुआनिया, हंगेरी, बल्गेरिया, रोमानिया एवं पोलंड इन सात देशों का समावेश है। अमरीका ने फिलहाल युरोप में ६२ हज़ार सैनिक तैनात किये होकर, उनमें से २५ हज़ार सैनिकों की एक टुकड़ी युद्ध के लिए हमेशा सिद्ध रहती है। इस टुकड़ी की क्षमता तक़रीबन ३० हज़ार सैनिकों तक बढ़ा दी जानेवाली है। अमरीका की यह लष्करी तैनाती ‘युरोपिअन रिएश्युरन्स इनिशिएटिव्ह’ का भाग होकर, इसके लिए ३.४ अरब डॉलर्स का प्रावधान किया गया है।

अमरीका की इन लष्करी गतिविधियों को प्रत्युत्तर देने के लिए रशिया ने भी पूरी तैयारी शुरू की है। कुछ दिन पहले, रशिया के रक्षामंत्री सर्जेई शोईगु ने, युरोप से सटी हुई रशिया की पश्चिम सीमाओं पर लष्करी सिद्धता बढ़ायी जायेगी, यह घोषणा की थी। पश्चिम सीमा पर के लष्करी अड्डे के लिए टँक्स की स्वतंत्र टुकड़ी तैनात की गयी होकर, अड्डे पर जल्द ही ‘सुखोई एसयु-३५’ ये प्रगत लड़ाक़ू विमान, ‘एस-४००’ हवाईभेदी क्षेपणास्त्र यंत्रणा तथा नयीं तोपें तैनात की जा रही हैं, यह जानकारी भी लष्करी अधिकारियों ने दी है।

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