आतंक, नव-नाजीवाद एवं चरमपंथ विरोधी संघर्ष के लिए रशिया सहयोग करेगा – राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को – ईरान, सीरिया, युक्रैन, व्हेनेजुएला और ‘आईएनएफ ट्रिटी’ जैसे कई मुद्दों पर रशिया और अमरिका एवं यूरोपीय देशों में बने तनाव में बढोतरी हो रही है| ऐसे में गुरूवार के दिन रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने दुसरे महायुद्ध से संबंधित एक कार्यक्रम के दौरान देश के लष्करी सामर्थ्य की झलक दिखाई| रशिया इसके आगे भी अपना रक्षा सामर्थ्य में लगातार बढोतरी करती रहेगी, यह स्पष्ट इशारा भी दिया| लेकिन, इसके साथ ही आतंक, चरमपंथ एवं नव-नाजीवाद के विरोध में संघर्ष करनेवालों को रशिया सहयोग करना जारी रखेगी, यह वादा भी उन्होंने किया|

व्हेनेजुएला में मदुरो हुकूमत और ‘आईएनएफ ट्रिटी’ इन मुद्दों पर अमरिका और रशिया के बीच बना तनाव वर्तमान में चरम स्तर पर जा पहुंचा दिख रहा है| रशिया ने व्हेनेजुएला में परमाणु अस्त्र तैनात किए है और वर्ष १९६०-७० के दशक की तरह फिर एक बार ‘न्युक्लिअर क्रायसिस’ का निर्माण होने का डर जताया जा रहा है| साथ ही अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने परमाणु हथियारों से संबंधित ‘आईएनएफ’ समझौते से वापसी करने पर रशिया ने चिंता व्यक्त की है और दुनिया परमाणु युद्ध के समिप होने की आशंका विश्‍लेषक और विशेषज्ञ व्यक्त कर रहे है|

इस पृष्ठभूमि पर दुसरे महायुद्ध में रशिया ने ‘नाजी जर्मनी’ पर प्राप्त की जीत की याद में गुरूवार के दिन ‘व्हिक्टरी डे’ मनाया| इस दौरान रशिया की राजधानी मास्को में राष्ट्राध्यक्ष व्लदिमीर पुतिन इनकी मौजुदगी में विशाल लष्करी संचलन का आयोजन किया गया था| इस संचलन में १३ हजार सैनिकों के साथ ‘एस-४००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा, ‘आर्माटा’ टैंक, अंतरमहाद्विपीय बेलस्टिक मिसाइल, ‘एअर मिसाइल सिस्टिम’, प्रगत हथियारी वाहन के साथ रशिया के आधुनिक हथियारों के सामर्थ्य का प्रदर्शन कराया गया|

हथियारों का यह प्रदर्शन करते समय रशियन रक्षा दल की क्षमता चरम स्तर पर ले-जाने के लिए कोशिश शुरू है और इसके आगे भी इस में बाधा नही होगी, यह भरोसा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन इन्होंने दिलाया| साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभीयों का समावेश होनेवाली प्रभावी और संतुलित सुरक्षा यंत्रणा का निर्माण करने की जरूरत है और इसके लिए सभी देशों ने अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी, यह फटकार भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने लगाई| अमरिकी नेतृत्व से लगातार किए जा रहे एक तरफा निर्णयों को भी उन्होंने लक्ष्य किया|

‘दुनिया में विनाशकारी कल्पनाओं के लिए पहल करेनवालों को एकता के साथ विरोध करने की जरूरत है और यह बात वर्तमान में सबसे अधिक अहम है’, यह राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने कहा है| साथ ही दुसरे महायुद्ध के संघर्ष का जिक्र करके इस महायुद्ध से प्राप्त हुई सबक के दाखिले वर्तमान में भी अहम साबित होते है, यह दावा भी पुतिन ने किया| रशियन जनता को युद्ध क्या होता है, इसका पूरी तरह एहसास है, यह वक्तव्य भी पुतिन ने इस दौरान किया|

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