अमरीका पर हुए सायबरहमलों में रशिया का हाथ होने का अमरिकी प्रशासन का इल्ज़ाम

वॉशिंग्टन/मॉस्को, दि. ८ (वृत्तसंस्था) – अमरिकी नागरिक, संगठन और राजकीय दलों पर हुए सायबरहमलों में रशिया का हाथ होने का इल्ज़ाम अमरिकी प्रशासन ने लगाया है| शुक्रवार को अमरिकी अंतर्गत सुरक्षा यंत्रणा और गुप्तचर संगठन ने प्रकाशित किये संयुक्त निवेदन में इसकी घोषणा की गयी| इस निवेदन के बाद अमरिकी संसद सदस्यों ने रशिया पर ‘सायबर प्रतिबंध’ डालने की माँग की है| वहीं, यह अमरिकी इल्ज़ाम यानी रशिया के खिलाफ़ भावना भड़काने का प्रयास है और यह बकवास की बयानबाज़ी है, ऐसी टिप्पणी रशिया द्वारा की गयी है|

सायबरहमलों में रशिया का हाथपिछले हफ्ते, ‘युएस इंटेलिजन्स’ के मुख्य जेम्स क्लॅपर ने, ‘अमरीका पर हुए सायबरहमलों के पीछे यदि रशिया सूत्रधार के रूप मे सामने आया, तो वह अमरिकी जनता को हैरान करनेवाली बात नहीं होगी’ ऐसा बयान जारी किया था| सीआयए के संचालक जॉन ब्रेनन ने ‘सीबीएस’ चैनल पर ‘फेस द नेशन’ कार्यक्रम में, रशिया द्वारा होनेवाले सायबरहमलों के मसले पर तीव्र चेतावनी दी थी| साथ ही, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने अपने बयान में रशिया का ज़िक्र करते हुए, सरकार सब जानती है, ऐसे शब्दों में धमकाया था|

इस बयानबाज़ी की पृष्ठभूमि पर, अमरीका ने अधिकृत तौर पर रशिया को, अमरीका पर हुए सायबरहमलों के पीछे का सूत्रधार बताना, यह महत्त्वपूर्ण घटना है| शुक्रवार को अमरीका के ‘डिपार्टमेंट ऑफ होमलॅण्ड सिक्युरिटी’ और ‘डायरेक्टर ऑफ नॅशनल इंटेलिजन्स’ ने संयुक्त बयान प्रकाशित किया| इस बयान में, अमरीका पर होनेवाले सायबरहमलों में रशिया ही मुख्य और स्पष्ट सूत्रधार होने की बात बतायी गयी है|

सायबरहमलों में रशिया का हाथ‘अमरिकी खुफ़िया एजन्सियों को पूरा भरोसा है कि पिछले कुछ समय में अमरीका के नागरिक, विभिन्न संगठन तथा राजनीतिक दलों पर हुए सायबरहमलों के पीछे, रशियन सरकार द्वारा जारी किये गए निर्देश थे| डीसी लिक्स, विकिलिक्स, गुस्सिफर २.० द्वारा प्रकाशित किये गये ईमेल्स, यह रशिया द्वारा रची गयी योजना का हिस्सा था| सायबरहमलों से चुराई गयी जानकारी और उसका प्रकाशित होना, इन सबके पीछे अमरिकी चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का हेतु था| रशिया के लिए यह गतिविधियाँ नयीं नही हैं और उन्होंने युरोप में भी इस तरह के कारनामें किये हैं|’ ऐसा इल्ज़ाम अमरिकी एजन्सियों के बयान में लगाया गया है|

अमरिका द्वारा रशिया पर खुले इल्ज़ाम लगाये जाना, यह खलबली मचानेवाली घटना है| डेमोक्रॅट पार्टी पर हुए सायबर हमलों के बाद, जाँच करनेवालीं अमरिकी एजन्सियों ने, उन हमलों में रशिया का हाथ होने के दावे किये थे| अमरिकी खुफिया एजन्सी और राष्ट्राध्यक्ष ओबामा ने भी रशिया की तरफ ऊँगली उठायी थी| उस समय हालाँकि अमरिकी प्रशासन द्वारा खुले रूप से इल्ज़ाम नहीं लगाया गया था, मग़र शुक्रवार को प्रकाशित किये गये निवेदन में सीधे सीधे रशिया का नाम लेकर अमरीका ने संघर्ष के संकेत दिये हैं|

शुक्रवार को प्रकाशित निवेदन के बाद अमरिकी संसद से भी आक्रामक प्रतिक्रिया आयी है| संसद के ‘सायबर सिक्युरिटी सबकमिटी’ ने सायबरहमलों के मसले पर रशिया पर ठेंठ प्रतिबंध लगाने की माँग की है|

लेकिन रशिया ने अमरिकी इल्ज़ामों को बेबुनियाद बताते हुए सब दावें खारिज कर दिये हैं| रशिया के विदेश मंत्रालय ने अमरीका के इल्ज़ामों को ‘रशिया के खिलाफ भावना भडकाने का खराब प्रयास’ ऐसा कहा है| साथ ही, इन इल्ज़ामों के पीछे किसी भी तरह के सबूत ना होने का दावा किया है| रशियन सरकार के प्रवक्ता ने, रशिया पर किये गये आरोप बकवास बयानबाज़ी होने की प्रतिक्रिया दी है|

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