रशिया, सीरिया को अमरीका की चेतावनी

वॉशिंग्टन, दि. २३ (वृत्तसंस्था) – ‘सीरिया में तैनात अमरिकी ‘स्पेशल फोर्सेस’ और दोस्त राष्ट्रों की सेना से, रशिया और सीरिया के लड़ाकू जेट्स दूर ही रहें| अन्यथा अपने सैनिकों के बचाव के लिए अमरीका को ज़रूरी कार्रवाई करनी होगी| ज़रूरत पड़ने पर रशिया और सीरिया के जेट्स को निशाना भी बनाया जा सकता है’ ऐसी चेतावनी अमरीका के रक्षा मुख्यालय ‘पेंटॅगॉन’ ने दी| पिछले सप्ताह सीरिया के लड़ाकू जेट्स ने अमरिकी ‘स्पेशल फोर्सेस’ से कुछ ही दूरी पर हवाई हमले किए थे| इस पृष्ठभूमि पर, अमरीका के रक्षा मंत्रालय ने यह चेतावनी दी है|

रशियापिछले सप्ताह सीरिया के लड़ाकू जेट्स ने उत्तरी पूर्व ‘हसाकाह’ शहर और आसपास के इलाकों पर हवाई हमले किए थे| ‘आयएस’ के आतंकी और उससे जुड़े हुए संगठनों पर कार्रवाई की गई, ऐसा दावा सीरियन वायुसेना कर रही है| वहीं, सीरिया के ‘सुखोई-२४’ लड़ाकू जेट्स ने अमरीका-समर्थक ‘पीपल्स प्रोटेक्शन युनिट्स’ (वायपीजी) इस कुर्द विद्रोहियों के संगठन को निशाना बनाया, ऐसी आलोचना अमरीका ने की| इसी जगह पर अमरिकी ‘स्पेशल फोर्सेस’ के जवान तैनात थे, ऐसी जानकारी सामने आ रही है| सीरियन वायुसेना के हमलें, अमरिकी ‘स्पेशल फोर्सेस’ तैनात रहनेवाली जगह पर होने से अमरीका की बेचैनी बढ़ गई है| इस पृष्ठभूमि पर, अमरीका द्वारा रशिया और सीरिया को चेतावनियाँ दी जा रही हैं|

अमरिकी रक्षा मुख्यालय ‘पेंटॅगॉन’ के प्रवक्ता ‘पीटर कूक’ ने, पिछले हफ़्ते सीरिया में हुई घटनाओं की कड़े शब्दों में आलोचना की| रशिया और सीरियन लड़ाकू जेट्स की कार्रवाई को क़रारा जवाब मिलेगा, ऐसी चेतावनी पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ने दी| इस वक़्त, ‘क्या अमरीका के लड़ाकू जेट्स रशिया और सीरिया पर हमले करेंगे?’ ऐसा सवाल भी कूक से पूछा गया| उस समय ‘किसी भी ख़तरे के खिलाफ़ अपनी सेना और हितैषियों की रक्षा करने का अमरीका को पूरा अधिकार है’ ऐसा कहते हुए कूक ने अमरीका की नीति स्पष्ट की|

सीरिया में तैनात ‘स्पेशल फोर्सेस’ और दोस्त राष्ट्रों के जवानों के साथ साथ, हमें इस संघर्ष में सहायता करनेवाले ‘सीरियन डेमोक्रॅटिक फोर्सेस’ (एसडीएफ) और ‘वायपीजी’ के विद्रोहियों पर होनेवाले हमलों का भी जवाब दिया जाएगा, ऐसी चेतावनी कूक ने दी| ‘अमरीका और दोस्त राष्ट्रों के जवान तैनात रहनेवाले इलाकों से रशिया और सीरिया के लड़ाकू जेट्स दूर ही रहें’ ऐसी फ़टकार पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ने लगायी| ‘क्या अमरीका इससे अप्रत्यक्ष रूप में सीरिया में ‘नो-फ्लाय’ झोन जारी करने की माँग कर रहा है?’ इस सवाल का जवाब देते हुए, ‘जो समझना है, वह समझ लीजिए, लेकिन अमरीका और दोस्त राष्ट्रों के इलाकों से रशिया और सीरियन लड़ाकू जेट्स उडानें नहीं भरेंगे’ ऐसा बताते हुए कूक ने, अमरीका इस विषय में संवेदनशील होने के संकेत दिए।

पेंटॅगॉन की तरह ही, इराक और सीरिया के लिए नियुक्त किये गए अमरिकी कमांड के प्रमुख लेफ्टनंट जनरल ‘स्टिफन टाउनसेंड’ ने भी रशिया और सीरिया को निशाना बनाते हुए चेतावनी दी| ‘सीरिया में अमरीका के जवान तैनात रहनेवाले इलाकों की जानकारी रशिया को दी है| उन्होंने ‘सीरिया को यह जानकारी बतायी है’ ऐसा कहा है। इसके बावजूद भी यदि अमरिकी जवानों के इलाकों पर हवाई हमले किये गए या फिर ‘स्पेशल फोर्सेस’ की सुरक्षा को ख़तरा दिखाई दिया, तो फिर अपने बचाव के लिए अमरीका जवाबी हमला करेगा’ ऐसी चेतावनी लेफ्टनंट जनरल ‘टाउनसेंड’ ने दी है|

सीरिया के संघर्ष में अमरीका का सहयोग हवाई हमलों तक सीमित रहेगा| किसी भी हालात में अमरिकी जवान सीरिया में कदम नहीं रखेंगे, ऐसी घोषणा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने इससे पहले की थी| लेकिन पिछले हफ़्ते सीरिया के ‘सुखोई-२४’ लड़ाकू जेट्स द्वारा किए गए हमलों के बाद, अमरिकी ‘स्पेशल फोर्सेस’ के ३०० जवान उत्तर-पूर्व सीरिया के इलाकों में तैनात होने की ख़बर सामने आयी है| हमारे जवान सीरिया में ‘आयएस’विरोधी संघर्ष में कुर्द तथा अन्य विद्रोही संगठनों की सहायता कर रहे होने का दावा अमरिका कर रहा है|

वहीं, पिछले हफ़्ते की घटना के बाद अपने ‘स्पेशल फोर्सेस’ की सुरक्षा के लिए अमरीका ने सीरिया में लड़ाक़ू जेट्स तैनात करने का फ़ैसला किया है, ऐसी जानकारी पेंटॅगॉन के प्रवक्ता कॅप्टन जेफ डेव्हिस ने दी| इससे सीरिया में अमरीका की सैनिकी गतिविधियॉं बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं|

इसी दौरान, सीरिया के संघर्ष में अमरीका के खिलाफ ईरान, रशिया, चीन और सीरियन सेना ऐसा एक बलशाली संगठन तैयार होने की चिंता कुछ ही दिनों पहले अमरिकी मीडिया ने जताई थी|

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