अमरिका ने जारी किए प्रतिबंधों के चंगुल से छूटने के लिए – रशियन उद्योजक को रोथ्सचाइल्ड की सहायता

मॉस्को: अमरिका ने जारी किए प्रतिबंधों के चंगुल से अपनी कंपनी की रिहाई करने के लिए प्रख्यात रशियन उद्योजक ओलेग देरीपास्का ने रोथ्सचाइल्ड से सहायता प्राप्त की है। ईएन प्लस और रुसल इन दो कंपनियों पर देरीपास्का का नियंत्रण है और यह दो कंपनियां अमरिका के प्रतिबंधों के चंगुल में फंसी है। इसीलिए इन कंपनियों में अपने हिस्से के समभाग की बिक्री करने के लिए देरीपास्का के प्रयत्न शुरू है। इसके लिए रोथ्सचाइल्ड से देरीपास्का को सहायता की जा रही है।

अमरिका ने रशिया पर कड़े प्रतिबंध जारी किए हैं और रशियन कंपनियां एवं उद्योगों को लक्ष्य किया जा रहा है। इसका फटका रशिया को लगा है और दुनिया भर के व्यवहार करनेवाली रशियन उद्योजक कि स्थिति जटिल हुई है। ईएन प्लस इस ऊर्जा क्षेत्र के बड़े कंपनी पर तथा रूसेल एल्युमिनियम क्षेत्र के अग्रणी कंपनी पर अमरिका ने प्रतिबंध जारी किया है। इस कंपनी पर रशियन उद्योजक ओलेग देरीपास्का का नियंत्रण होने से इस कंपनी पर कार्रवाई की जा रही है, ऐसी घोषणा अमरिका ने की थी।

अमरिका, प्रतिबंधों, चंगुल, छूटने, रशियन उद्योजक, रोथ्सचाइल्ड, सहायताअगर इन प्रतिबंधों से दोनों कंपनियों को बचाना है, तो उसपर ओलेग देरीपास्का का नियंत्रण कम करना होगा, ऐसी शर्त अमरिका ने रखी है। इसके लिए ५ अगस्त तक अवधि अमरिका के कोषागार विभाग ने दी थी। उसके बाद ईएन प्लस में ६६ प्रतिशत तथा रुसल में ४८ प्रतिशत इतना समभाग होनेवाले देरीपास्का ने अपने कई समभाग की बिक्री करने के लिए गतिविधियां शुरू की थी। ईएन प्लस में अपने समभाग का प्रमाण ५० फीसदी से नीचे लाने के लिए देरिपास्का के प्रयत्न है। इसके लिए रोथ्सचाइल्ड समूह के बैंक एवं वित्त संस्थाओं से देरीपास्का को सहायता दी जा रही है एवं उसकी प्रक्रिया भी शुरू होती दिखाई दे रही है।

तथा इन दोनों कंपनियों में नए संचालक की नियुक्ति करने के लिए रोथ्सचाइल्ड से देरी पास्का को सहायता होने की बात कही जाती है। रशियन वृत्तसंस्थाओं ने इसकी जानकारी दी है। रशिया और रोथ्सचाइल्ड उद्योग समूह के आज तक के संबंध देखते हुए रशियन उद्योजक को रोथ्सचाइल्ड समूह से मिलनेवाली यह सहायता ध्यान केंद्रित करने वाली है। कई वर्षों पहले रशिया के प्रधानमंत्री होते हुए पुतिन ने रोथ्सचाइल्ड परिवार में किसी भी व्यक्ति को रशिया में प्रवेश न दिया जाए, ऐसे आदेश दिए थे।

रशियन मंत्रिमंडल को आदेश देकर व्लादिमीर पुतिन ने अपनी भूमिका कड़े शब्दों में प्रस्तुत की थी। सारी दुनिया रोथ्सचाइल्ड की नहीं है, उन्हें किसीने भी सभी अधिकार नहीं दिये है। अगर उन्हें रशिया में आने से रोका नहीं, तो आगे चलकर बड़ी समस्या निर्माण हो सकती है। पर हम उनसे नहीं डरते, ऐसा पुतिन ने उस समय कहा था। दौरान हाल ही मे विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान के साथ अमरिका के गंभीर मतभेद सामने आने के बाद रोथ्सचाइल्ड परिवार से ईरान को पैसे और परमाणु शस्त्र प्रदान होने की खबरें प्रसिद्ध हुई थी। इन खबरों को समर्थन नहीं मिला है। फिर भी अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इनके विरोध में रोथ्सचाइल्ड से ईरान को सहायता दी जाने की चर्चा शुरू हुई है।

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