डेव्हिड और गोलायथ की कहानी को अमरिका न भूले – रशिया के गुप्तचर प्रमुख का इशारा

५०० अरब डॉलर्स, नुकसान, व्यापार युद्ध, डोनाल्ड ट्रम्प, चीन के विरोध, वॉशिंगटन, अमरिकामॉस्को: ‘घमंडी अमरिका मतलब बायबल की कहानी का अतिआत्मविश्वासी और प्रबल योद्धा गोलायथ है जिसे युवा डेव्हिड ने मारा था। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस कहानी की तरफ बहुत ही बारीकी से ध्यान देना चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो पश्चिमी देश और रशिया के तनाव से नया कॅरिबियन पेंच प्रसंग (क्यूबा मिसाइल क्राइसिस) निर्माण होगा’, ऐसा कठोर इशारा रशिया के ‘फॉरेन इंटेलिजेंस सर्विस’ (एसव्हीआर) के प्रमुख ‘सर्जेई नेरिस्किन’ ने दिया है। ब्रिटन में भूतपूर्व रशियन जासूस पर हुए विषप्रयोग को लेकर पश्चिमी देशों ने रशिया के खिलाफ बेवजह अपनाई आक्रामक भूमिका के खिलाफ बोलते समय नेरिस्किन ने वक्तव्य किया है।

डेव्हिड, गोलायथ, कहानी, अमरिका न भूले, सर्जेई नेरिस्किन, इशारा, रशिया, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय विशेषमॉस्को में हुई ‘इंटरनेशनल सिक्युरिटी कांफ्रेंस’ में रशियन गुप्तचर प्रमुख ने, विषप्रयोग हुए भूतपूर्व रशियन जासूस सर्जेई स्क्रिपल के प्रकरण को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय विशेष रूपसे पश्चिमी जगत ने अपनाई भूमिका पर जोरदार टीका की है। ‘पश्चिमी देशों के प्रभाव को अब तक चुनौती नहीं मिलती थी। लेकिन अब यह प्रभाव कम होने लगा है और उसे चुनौती मिल रही है और इस सत्यता को स्वीकारने के लिए पश्चिमी देश तैयार नहीं हैं। खुद का सामर्थ्य दिखाने की पश्चिमी जगत की पद्धति बहुत ही दोहरी है’, ऐसी घनघोर टीका नेरिस्किन ने की है।

‘अमरिका अपनी तानाशाही को यूरोअटलांटिक अथवा अंतर्राष्ट्रीय ऐसा नाम देकर उसे छिपाने की कोशिश कर रहा है। आज के वक्त में अमरिका का अंतर्राष्ट्रीय सहकार्य, जबरदस्ती करना और ब्लैकमेल जैसी पद्धति पर आधारित है और उसे स्वईच्छा से आदेश पालने का मुखौटा चढ़ाया गया है। स्क्रिपल प्रकरण में रशियन अधिकारियों की की गई खदेड़ इसका बड़ा उदहारण है’, ऐसा रशियन गुप्तचर प्रमुख ने कहा है।

स्क्रिपल पर हुआ विषप्रयोग यह ब्रिटन और अमरिकी गुप्तचर यंत्रणाओं ने रचा हुआ षडयंत्र था, ऐसा सनसनीखेज आरोप भी नेरिस्किन ने किया है। कुछ यूरोपीय देशों ने अमरिका के दबाव के आगे न झुकते हुए रशिया के खिलाफ कार्रवाई करने से इन्कार किया है और यह बात अमरिका की मजबूत बंधी हुई व्यवस्था टूट गई है, इसे सामने लाती है, इन शब्दों में नेरिस्किन ने अमरिका पर क्रोध व्यक्त किया है। अमरिका की इस व्यवस्था पर बोलते समय नेरिस्किन ने, ‘बायबल’ के ‘डेव्हिड और गोलायथ’ की कहानी का उल्लेख किया है।

अमरिका के साथ साथ पश्चिमी देश अब, रशिया के ऐसे खतरे को जो अस्तित्व में ही नहीं है, उसे लक्ष्य बनाने की इर्षा से पागल हुए हैं और एक के बाद एक झूठे आरोप कर रहे हैं, ऐसा दावा भी रशियन गुप्तचर प्रमुख ने किया है। पश्चिमी देशों ने मानवाधिकार और लोकतंत्र के नाम पर दुनिया भर में किए हस्तक्षेप और विविध देशों में मचाई हुई रक्तरंजित अराजकता इसका उल्लेख करके, इस वजह से पिछले दो दशकों में लाखों निरपराध नागरिकों की मौत हुई है, इस स्थिति की तरफ नेरिस्किन ने ध्यान आकर्षित किया है। अब अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का संबंध रिसेट करने का समय आ गया है, ऐसा दावा भी नेरिस्किन ने किया है।

डेव्हिड और गोलायाथ की कहानी

डेव्हिड, गोलायथ, कहानी, अमरिका न भूले, सर्जेई नेरिस्किन, इशारा, रशिया, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय विशेषबलाढ्य शत्रु को अतिसामान्य लगने वाली शक्ति हराती है, उस समय डेव्हिड और गोलायथ की कहानी का प्रमाण दिया जाता है। पॅलेस्टाईन और इस्रायली सैनिकों के बीच घनघोर युद्ध शुरू था, तब ४० दिनों के युद्ध में हर रोज सुबह और शाम को गोलायथ नाम का महाकाय योद्धा इस्रायली सैनिकों को खुली चुनौती देता था। गोलायथ का सामना करके उसे पराभूत करने वाले वीर को अपनी प्रचंड धनसंपत्ति देकर अपना जमाई बनाएंगे, ऐसी इस्रायल के राजा ने घोषणा की थी। लेकिन महाकाय गोलायथ को देखकर उसकी चुनौती को स्वीकार करने की हिम्मत इस्रायली सैनिकों में नहीं थी।

गोलायथ की तरफ से हर रोज दी जाने वाली चुनौती की वजह से इस्रायली सैनिक धैर्य खो रहे थे। तभी पूरी घटना देख अपनी गोफन और पांच चिकनाई वाले पत्थर लेकर डेव्हिड आत्मविश्वास के साथ गोलायथ के सामने गया। गोलायथ की चुनौती स्वीकारने के लिये डेव्हिडने तैयारी की। अपने सामर्थ्य के सामने डेव्हिड तिनके की तरह है, ऐसा गोलायथ को लग रहा था। लेकिन डेव्हिड ने अपनी गोफन से पूरी शक्ति एकजुट करके फेंका पत्थर गोलायथ के सर पर लगा और इस वार से महाकाय गोलायथ की मौत हो गई।

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