अफ़गानिस्तान में जारी तालिबान के हमलों में हुई वृद्धि

वॉशिंग्टन/काबुल – अफ़गानिस्तान की राजधानी काबुल में मंगलवार के दिन हुए बम धमाकों में तीन की मौत हुई। काबुल के इन हमलों पर अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने आलोचना की है। अफ़गानिस्तान की राजधानी में तालिबान के हमलों में बीते कुछ महीनों में काफी बढ़ोतरी हुई है। तालिबानी आतंकी सरकारी अधिकारी और अफ़गान सेना को लक्ष्य कर रहे हैं, यह जानकारी अमरिकी अभ्यासगुट ने प्रसिद्ध की है। इसी बीच इस हिंसा की पृष्ठभूमि पर अमरीका ने अफ़गानिस्तान से सेना की वापसी के निर्णय को रोक रखा है। नाटो ने भी अफ़गानिस्तान से पूरी सेना की वापसी संभव ना होने का बयान ड़टकर किया है।

मंगलवार के दिन राजधानी काबुल में आतंकियों ने तीन बम धमाके किए। इन धमकों में अफ़गान सरकार से जुड़े गुट के धार्मिक नेता के अलावा अन्य दो की मौत हुई और सात लोग घायल हुए। इन धमकों की तीव्रता कम थी। राजधानी काबुल में हुए इन हमलों के लिए तालिबान ज़िम्मेदार होने का आरोप अफ़गान सुरक्षा यंत्रणा कर रही है। लगातार दूसरे दिन काबुल में कार बम के विस्फोट हुए हैं। बीते कुछ महीनों से तालिबान ने राजधानी काबुल में हमले किए हैं। ‘स्पेशल इन्स्पेक्टर जनरल फॉर अफ़गानिस्तान रिकन्स्ट्रक्शन’ (सिगार) नामक अभ्यासगुट ने सोमवार के दिन एक रपट पेश करके इस बात पर ध्यान आकर्षित किया है।

अमरीका और अफ़गान सरकार की तालिबान के साथ बातचीत शुरू होने के बाद अफ़गानिस्तान में जारी हमलों की तीव्रता में बढ़ोतरी हुई है, यह अनुमान ‘सिगार’ ने दर्ज़ किया है। बीते वर्ष १ अक्तुबर से ३१ दिसंबर तक के तीन महीनों में तालिबान ने अफ़गानिस्तान में किए हमलों में ८१० लोग मारे गए हैं और १,७७६ घायल होने की बात इस अभ्यासगुट ने अपनी रपट में दर्ज़ की है। इसके साथ ही हमलों में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक भी पहले की तुलना में अधिक प्रगत हैं। तालिबान ‘स्टिकी बम’ या ‘मैग्नेटिक आयईडी’ का अब इस्तेमाल कर रही है, ऐसा इस अभ्यासगुट का कहना है।

तालिबान के इन बढ़ते हमलों पर अमरीका के बायडेन प्रशासन ने चिंता व्यक्त की है। तालिबान के यह हमले युद्धविराम का उल्लंघन कर रहे हैं, ऐसा आरोप बायडेन प्रशासन ने किया है। इसके साथ ही अफ़गानिस्तान से सेना की वापसी करने के निर्णय पर पुनर्विचार करने का ऐलान अमरीका के रक्षा मुख्यालय पेंटगॉन ने किया है। नाटो ने भी मई तक अफ़गानिस्तान में सेना की वापसी किसी भी तरह से संभव ना होने की बात ड़टकर कही है।

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