तालिबान के हमले में २७ अफगान सैनिकों की हत्या – अमरिकी कमांड प्रमुख ने दिए सेना को तैयार होने के आदेश

Third World Warकाबुल: तालिबान ने अफगानिस्तान के ‘सारी इ पूल’ हिस्से में अफगानी सुरक्षा यंत्रणा पर हमला किया है| इस हमले में २७ सैनिक मारे गेए| पिछले कुछ हफ्तों से अफगानिस्तान में तालिबान के हमलों में बढोतरी हुई है और आतंकवादी अफगान सुरक्षा यंत्रणा को लक्ष्य कर रहे है| पिछले हफ्ते में भी तालिबान ने अफगान सुरक्षा यंत्रणा की दो चौकीयों पर हमले किए थे|

अफगानिस्तान के उत्तर हिस्से में ‘सारी इ पूल’ क्षेत्र में मंगलवार के दिन तालिबानी आतंकियों ने हमले किए| वहां पर अलग अलग जगहों को तालिबानी आतंकियों ने लक्ष्य किया| इस दौरान २७ सैनिक मारे गए और ३३ जख्मी हुए| इन हमलों के बाद तालिबानी आतंकवादियों ने इस प्रांत के ईंधन के कुए पर कब्जा करने की कोशिश की| लेकिन अफगान सुरक्षा यंत्रणा ने उनका यह षडयंत्र उधेडा|

तालिबान, हमले, २७ अफगान सैनिकों, हत्या, अमरिकी कमांड प्रमुख, दिए, सेना, तैयार, होने, आदेशतालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी स्वीकारते समय इस हमले में ५० लोगों को खत्म करने का दावा किया| साथ ही इस प्रांत में तीन जगहों पर कब्जा किया है, यह भी तालिबान ने कहा है| पिछले कुछ महीनों में तालिबान ने अफगान सुरक्षा यंत्रणा और जनता पर हमले करने की तादाद में बढोतरी की है| पिछले वर्ष में तालिबान ने अफगानिस्तान में किए हमलों में ६०० से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है, यह दावा स्थानिय मानवाधिकार संगठनों ने किया था|

तालिबान अफगानिस्तान के सरकारी प्रवाह में शामिल हो, इस लिए अमरिका ने तालिबान के साथ सीधे तौर पर चर्चा करने की शुरूआत की थी| पिछले महीने में ही अमरिका के विशेष दूत झाल्मे खलिलझाद इन्होंने संयुक्त अरब अमिराती की राजधानी ‘दुबई’ में तालिबानी कमांडर्स के साथ चर्चा भी की| लेकिन किसी भी पुख्ता निर्णय के बगैर यह बैठक खतम हुई| इस बैठक के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान में हमलों की तादाद बढाई है| वही, अमरिका ने भी अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमा पर आतंकवादियों के ठिकानों पर हमलें की मात्रा बढाई थी|

लेकिन अफगानिस्तान की स्थिरता के लिए पश्‍चिमी देशों का समर्थन प्राप्त गनी सरकार और तालिबान इनके बीच चर्चा जरूरी है, यह भूमिका अमरिका ने रखी है| अफगानिस्तान में अमरिका एवं नाटो के कमांड प्रमुख जनरल स्कॉट मिलर इन्होंने भी तालिबान के साथ बातचीत करने के लिए अमरिका तैयार है, यह कहा है| लेकिन पिछले कुछ दिनों में हुई गतिविधियों की पृष्ठभुमि पर अमरिका और नाटो का लष्कर अफगानिस्तान में किसी भी चौकानेवाली गतिविधियों का सामना करने के लिए तैयार रहे, यह चेतावनी भी जनरल मिलर ने दी है| २०१९ में अफगानिस्तान में कुछ भी हो सकता है, यह संकेत मिलर ने दिए है| इस दौरान अफगानिस्तान में तालिबान के विरोध में शुर संघर्ष और भी तीव्र होगा, यह स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहे है|

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