पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को चीन की नाराज़गी की भारी क़ीमत चुकानी पड़ेगी – पाकिस्तानी माध्यमों का दावा

इस्लामाबाद – ‘चायना पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडॉर-सीपीईसी’ का भाग होनेवाली रेल परियोजना के लिए चीन ने पाकिस्तान को १ अरब डॉलर्स देने से इन्कार किया। सीपीईसी परियोजना फिलहाल प्रलंबित हुई होकर, इस संदर्भ में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान की भूमिका पर चीन नाराज़ है। विभिन्न मार्गों से चीन अपना असंतोष ज़ाहिर कर रहा है, ऐसे दावे किए जाते हैं। पाकिस्तान की प्रमुख विरोधी पार्टी होनेवाली ‘पीएमएल-एन’ इस नवाझ शरीफ की पार्टी के साथ, चीन पर शासन करनेवाली कम्युनिस्ट पार्टी सहयोग स्थापित करेगी, ऐसा पाकिस्तान में नियुक्त चीन के राजदूत ने घोषित किया है। यह चीन ने इम्रान खान को दिया झटका है। इतना ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री इम्रान खान को सत्ता से हटाने के लिए चीन पहल कर रहा है, ऐसा दावा पाकिस्तानी पत्रकार करने लगे हैं।

चीन की नाराज़गी

दूसरे देश में अपना प्रभाव बढ़ाकर उस देश पर वर्चस्व स्थापित करने के लिए चीन राजनीतिक दखलअंदाजी करता है, इसके उदाहरण इससे पहले भी सामने आए थे। श्रीलंका, नेपाल, मालदीव आदि देशों में अपने एजेंट्स होनेवाले नेताओं को सत्ता मिलें, इसके लिए चीन ने बड़ा निवेश करके सत्ता परिवर्तन करवाया था। पाकिस्तान में भी चीन यह प्रयोग करने की तैयारी में होने के संकेत मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री इम्रान खान ने, ‘सीपीईसी’ परियोजना में पहले की सरकार ने गैरव्यवहार और भ्रष्टाचार करने के आरोप किए थे। इसी कारण, चीन के साथ इस परियोजना पर नये सिरे से चर्चा करने की कोशिश इम्रान खान ने करके देखी। लेकिन चीन ने उससे स्पष्ट रूप से इन्कार किया।

इन मतभेदों के बाद सीपीईसी पर योजना फिलहाल ठप पड़ी दिखाई दे रही है। पाकिस्तान को चीन से अधिक निवेश और कर्जे की उम्मीद है। लेकिन इस परियोजना के संदर्भ में चीन की भी कुछ उम्मीदें होकर, अब तक दिए कर्जे का भुगतान क्या पाकिस्तान कर सकेगा, इस बारे में चीन को संदेह होने लगा है। इस कारण पैदा हुआ शक और अविश्वास इनका असर इस परियोजना पर हुआ है और यह परियोजना पूरी नहीं होगी, ऐसी चिंता पाकिस्तानी माध्यम व्यक्त करने लगे हैं।

ऐसी परिस्थिति में चीन ने पाकिस्तान की विरोधी पार्टी से मिलीभगत की है। पीएमएल-एन के नेता शाहबाझ शरीफ के साथ पाकिस्तान में नियुक्त चीन के राजदूत नॉंग रॉंग ने फोन पर चर्चा की। उसके बाद, पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ चीन के पुराने मित्र हैं, यह बताकर, चीन अपने पुराने मित्रों को कभी भी नहीं भूलता, ऐसा राजदूत रॉंग ने कहा। साथ ही, शरीफ की पीएमएल-एन पार्टी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी इनके बीच उत्तम सहयोग स्थापित किया जाएगा, ऐसा संदेश रॉंग ने दिया।

यह प्रधानमंत्री इम्रान खान के लिए चीन ने दी चेतावनी साबित होती है। आनेवाले समय में इम्रान खान को सत्ता से हटाने के लिए चीन, विरोधी पार्टियों से तथा पाकिस्तानी लष्कर से भी मिलीभगत करेगा, ऐसे दावे पाकिस्तानी पत्रकार कर रहे हैं।

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