म्यांमार में ‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’ ने सेना पर किए हमले में ३० सैनिकों की मौत

नेप्यितौ – म्यांमार में जुंटा हुकूमत और हथियारी विद्रोही गुटों का हिंसक संघर्ष अधिक तीव्र होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। सगैंग प्रांत में ‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’ ने सेना के दल पर किए हमले में ३० सैनिकों के मारे जाने की बात कही जा रही है। ‘रेडियो फ्री एशिया’ नामक वेबसाईट ने यह जानकारी साझा की है। बीते तीन हफ्तों में म्यांमार के सगैंग प्रांत में सेना पर किया गया यह चौथा बड़ा हमला है। लेकिन, जुंटा हुकूमत ने अपने सैनिकों के मारे जाने के दावे ठुकराए हैं।

‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’फ़रवरी में म्यांमार की सेना ने विद्रोह करके सत्ता हथियाई थी। सेना के इस निर्णय का विरोध करने के लिए म्यांमार की जनता ने सड़कों पर उतरकर लोकतंत्र के समर्थन में प्रदर्शन शुरू किए थे। सेना की क्रूर कार्रवाईयाँ और भीषण अत्याचारों के बाद भी म्यांमार की जनता पीछे नहीं हटी है। आठ महीने बीतने के बावजूद इन प्रदर्शनों की तीव्रता कायम है और इन प्रदर्शनों का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। म्यांमार की लोकतांत्रिक हुकूमत के नेता और वांशिक एवं विद्रोही गुटों ने साथ मिलकर ‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ का गठन किया है।

‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ के आवाहन के बाद म्यांमार की जुंटा हुकूमत के खिलाफ संघर्ष कर रहे कई गुट एक हुए हैं और ‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’ के स्वरूप में सशस्त्र संघर्ष शुरू हुआ है। बीते कुछ महीनों में म्यांमार के अलग-अलग प्रांतों में ‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’ और लष्करी दलों के बीच लगातार मुठभेड़ होने की जानकारी सामने आ रही है। सगैंग प्रांत में इसकी तीव्रता काफी है और बीते महीने से कई बार लष्करी दलों को लक्ष्य किए जाने की जानकारी स्थानीय सूत्रों ने साझा की।

‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’सोमवार के दिन पाले गांव के करीब सेना का एक दल यात्रा कर रहा था तभी ‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’ ने सुरुंग द्वारा विस्फोट किया। इस विस्फोट में सैन्य दल के कमांडर के साथ ३० सैनिकों के मारे जाने की जानाकारी ‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’ के प्रवक्ता ने प्रदान की। मंगलवार के दिन फिर एक बार सैन्य दल को लक्ष्य किए जाने का दावा भी किया गया है। साथ ही मोनिवा क्षेत्र में पुलिस स्टेशन पर भी हमला किया गया है और दो पुलिसवालों की मौत होने की बात कही गई है।

म्यांमार के सगैंग में बीते तीन हफ्तों के दौरान सेना पर किया गया यह चौथा हमला है। इससे पहले किए गए तीन हमलों में लगभग १०० सैनिकों के मारे जाने का दावा ‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’ ने किया है। लेकिन, जुंटा हुकूमत ने इन दावों से इन्कार किया है और सिर्फ २२ सितंबर के हमले के दौरान कुछ सैनिकों के मारे जाने की बात कही है। ‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’ के दावे जुंटा हुकूमत के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष का दायरा अधिक बढ़ने के संकेत दे रहे हैं।

इसी बीच, म्यांमार की जुंटा हुकूमत ने की हुई कार्रवाई में अब तक एक हज़ार से अधिक नागरिकों की मौत हुई है। जुंटा हुकूमत ने आठ हज़ार से अधिक लोगों को जेल में बंद किया होने की जानकारी भी प्रदर्शनकारियों के गुट ने साझा की है।

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