‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ संगठन को जुंटा हुकूमत ने आतंकी घोषित किया

myanmar-national-unity-govtनेप्यितौ – म्यांमार की लोकतांत्रिक सरकार का तख्ता पलटनेवाली सेना (जुंटा) ने उनके खिलाफ गठित की गई ‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ को आतंकी संगठन करार दिया हैं। देश में हो रहे बम विस्फोट, आगजनी और हत्याओं के लिए ‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ संगठन ज़िम्मेदार होने का आरोप लगाकर यह ऐलान किया गया है। यह ऐलान यानी म्यांमार की जुंटा हुकूमत ने लोकतंत्र के समर्थन में जारी प्रदर्शनों को कुचलने के लिए उठाया हुआ नया कदम होने की आलोचना विश्‍लेषकों ने की है।

म्यांमार की सेना ने फ़रवरी में विद्रोह करके सत्ता पर कब्ज़ा किया था। सेना के इस निर्णय का विरोध करने के लिए म्यांमार की जनता ने सड़कों पर उतरकर लोकतंत्र के समर्थन में प्रदर्शन शुरू किए थे। सेना की जारी क्रूर कार्रवाई और भीषण अत्याचारों के बावजूद म्यांमार की जनता पीछे नहीं हटी है। बीते तीन महीनों से अधिक समय से इन प्रदर्शनों की तीव्रता अभी कायम है और इन प्रदर्शनों का दायरा अधिक से अधिक बढ़ता हुआ दिख रहा है।

बीते महीने में ही म्यांमार की लोकतांत्रिक सरकार का हिस्सा होनेवाले नेता और वांशिक एवं विद्रोही गुटों ने एक होकर ‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ का गठन किया था। यह ‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ जुंटा हुकूमत के विरोध में समांतर सरकार के तौर पर काम करेगी, यह ऐलान भी उस समय किया गया था। देश के कई संगठन और गुटों ने इस ‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ को अपना समर्थन घोषित किया था। इसमें कई दशकों से म्यांमार की सेना के विरोध में संघर्ष कर रहे विद्रोही संगठनों का भी समावेश है।

ऐसे बढ़ते समर्थन के बल पर ‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ ने कुछ दिन पहले ही म्यांमार की जनता की सुरक्षा के लिए ‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’ का गठन करने का ऐलान किया था। यह ‘फोर्स’ म्यांमार की सेना के खिलाफ खुलेआम सशस्त्र संघर्ष करेगी, myanmar-national-unity-govtयह संकेत भी दिए गए थे। इस वजह से जुंटा हुकूमत बेचैन हुई है और ‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ को आतंकी घोषित किया गया है। आतंकी संगठन करार देने के बाद अधिक आक्रामकता से मुहिम चलाकर समांतर सरकार और प्रदर्शनों को कुचनले की कार्रवाई की जाएगी, ऐसा दावा विश्‍लेषकों ने किया है।

जुंटा हुकूमत प्रदर्शनों को कुचलने के लिए नए-नए विकल्प खोज़ रही है और तभी म्यांमार की विद्रोही संगठन सेना के विरोध में अधिक आक्रामक होती दिख रही है। शनिवार के दिन चिन स्टेट में मौजूद विद्रोही संगठन ने सुर्खुआ शहर में पुलिस आउटपोस्ट पर हमला करके उस पर कब्ज़ा किया। इस दौरान वर्णित पोस्ट पर तैनात १५ सैनिक भाग खड़े हुए और बाद में इस पोस्ट को आग लगाई गई, ऐसा बयान ‘चिनलैण्ड डिफेन्स फोर्स’ संगठन ने किया है।

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