ईरान के सिस्तान-बलोचिस्तान में हुई हिंसा मे गुप्तचर विभाग के अधिकारी समेत ३६ लोग मारे गए

तेहरान – ईरान के सिस्तान-बलोचिस्तान प्रांत में १५ वर्ष की बलोच लड़की पर सेना के अधिकारी ने अत्याचार करने की बात सामने आने के बाद जनक्षोभ भड़कता देखा गया है। इसके बाद शुरू हुए प्रदर्शनों के दौरान ईरान के ‘आईआरजीसी-इस्लामिक रिवोल्युशनरी गार्ड कोअर’ की गुप्तचर यंत्रणा के सिस्तान-बलोचिस्तान नियुक्त प्रमुख सयेद अली मौसवी को प्रदर्शनकारियों ने ढ़ेर किया। साथ ही, ‘आईआरजीसी’ की कार्रवाई मे ३६ लोगों के मारे जाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, अली मौसावी की हत्या के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ होने का आरोप लगाकर ईरान के गुप्तचर विभाग के प्रमुख इस्लाईल खातिब ने, इसका प्रतिशोध लिया जाएगा, ऐसा धमकाया है।

सिस्तान-बलोचिस्तान प्रांत की राजधानी झेहेदान में रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के स्थानीय अधिकारी ने १५ वर्ष की बच्ची पर अत्याचार करने की बात सामने आयी थी। इसके बाद गुस्से में ही स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन शुरू किए। इन प्रदर्शनकारियों को काबू में करने की कोशिश कर रहें सयेद अली मौसावी की गोली मार कर हत्या की गई। जैश अल-अदल नामक संगठन ने इस हत्या की ज़िम्मेदारी स्वीकारी है। सिस्तान-बलोचिस्तान प्रांत ईरान से स्वतंत्र करने के लिए सशस्त्र जंग लड़ रहा संगठन, ऐसी अपनी पहचान जैश अल-अदल बताता है। ईरान इसपर आतंकी संगठन होने का आरोप लगा रहा है।

सिस्तान-बलोचिस्तान प्रांत के ‘आईआरजीसी’ के गुप्तचर विभाग के प्रमुख अली मौसावी की हत्या का ईरान ने गंभीर संज्ञान लिया है और ईरान के गुप्तचर विभाग के मंत्री इस्माईल खातिब ने, इस हत्या के पीछे विदेशी शक्तिं का हाथ होने का आरोप लगाया। लेकिन, ईरान की ‘आईआरजीसी’ विदेशियों के कान्ट्रैक्ट सैनिक के तौर पर काम करनेवालों को सबक सिखाए बिना नहीं रहेगी। अली मौसावी की हत्या का प्रतिशोध लिया जाएगा, ऐसी चेतावनी खातिब ने दी है।

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