पाकिस्तान की ‘आयएसआय’ म्यानमार में सक्रिय – यूरोपियन अभ्यासगुट का दावा

ब्रुसेल्स – पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएसआय’ म्यानमार में सक्रिय होने का दावा ब्रुसेल्स स्थित साउथ एशिया डेमोक्रैटिक फोरम नामक अभ्यासगुट ने किया है। तीसरे देश की सीमा से आतंकवाद का इस्तेमाल करके पाकिस्तान ने भारत और अफ़गानिस्तान में अस्थिरता फैलाने की साज़िश करने का इशारा इस अभ्यासगुट ने दिया है। भारत विरोधी हरकतों के लिए म्यानमार स्थित आतंकी गुटों को चीन और पाकिस्तान से सहायता प्राप्त होने की बात इससे पहले भी स्पष्ट हुई थी। साथ ही म्यानमार की सीमा के करीब चीनी हथियारों का बड़ा भंड़ार बरामद किया गया था।

म्यानमार

आयएसआय अब म्यानमार की आतंकी गुटों को भारत विरोधी हरकतों के लिए प्रशिक्षण दे रही है। बांगलादेश की जमात-उल-मुजाहिद्दीन की सहायता से रोहिंग्यों को इन हरकतों के लिए तैयार किया जा रहा है, यह बात भी सामने आई है। इस संगठन ने ढाका में आतंकी हमला किया था। बांगलादेश की इस आतंकी संगठन की सहायता से भारत को अस्थिर करने की कोशिश पाकिस्तान कर रहा है। लेकिन, बांगलादेश यह होने नहीं देगा, यह वादा बांगलादेश के विदेशमंत्री ने किया था।

म्यानमार का इस्तेमाल करके भारत और अफ़गानिस्तान को पाकिस्तान अस्थिर कर रहा है। इससे पाकिस्तान आतंकियों की सहायता कर रहा है, यह बात नए से सबूतों के साथ सामने आई है, यह बात इस अभ्यासगुट के विश्‍लेषकों ने कही है। साथ ही आराकान रोहिंग्या सैल्वेशन आर्मी बांगलादेश-म्यानमार सीमा पर सक्रिय हुई है। इस गुट के प्रमुख पाकिस्तानी हैं और इसे पाकिस्तान तालिबान सहायता प्रदान करती है, यह भी सामने आया था। इस अभ्यासगुट के रपट से यह बात नए से सामने आयी हैं।

इसी बीच, भारत के खिलाफ़ हरकतों के लिए म्यानमार के आतंकी गुटों को चीन और पाकिस्तान की सहायता प्राप्त होने की बात उजागर हुई थी। चीन ने आयएसआय की सहायता से यह जाल तैयार किया है और भारत के हितसंबंधों को खतरा पहुँचाना ही इसका प्रमुख लक्ष्य है। कुछ सप्ताह पहले म्यानमार की सीमा के करीब थायलैंड के एक शहर में चीनी हथियारों का बड़ा भंड़ार बरामद किया गया था। इस दौरान गिरफ्तार किए गए आतंकियों में पाकिस्तानी दहशतवादी भी थे। साथ ही म्यानमार ने इससे पहले 22 आतंकियों को भारत के हवाले किया था। पाकिस्तान और चीन आतंकी गतिविधियों के लिए म्यानमार की भूमि का इस्तेमाल कर रहे हैं और ऐसी स्थिति में भारत-म्यानमार के सहयोग में हो रही बढ़ोतरी काफी अहम साबित होता है।

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