पाकिस्तान मध्य आशिया और भारत को जोड़ने वाला पुल बनाएगा – पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकारों का प्रस्ताव

इस्लामाबाद: भारत और मध्य आशिया को जोड़नेवाले पुल के तौर पर पाकिस्तान काम कर सकता है, ऐसा प्रस्ताव पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर जंजुआ ने दिया है। पर इसके लिए भारत को पाकिस्तान के साथ दुश्मनी छोड़ देनी होगी, अगर ऐसा हुआ तो बड़े आशंका से यह वास्तव में उतर सकेगा, ऐसा दावा जंजुआ ने किया है।

पिछले कई दिनों से भारत और पाकिस्तान के लष्कर कि जम्मू कश्मीर के नियंत्रण रेखा पर जबरदस्त मुठभेड़ शुरू है। साथ ही पाकिस्तान अंतर्गत संघर्ष से जूझ रहा है। विशेष रूप से पाकिस्तान की वित्त व्यवस्था नुकसान में गई है और आनेवाले कई महीनों में पाकिस्तान गिर सकता है, ऐसी चिंता व्यक्त की जा रही है। तथा अमरिका ने पाकिस्तान के विरोध में शुरू के कठोर कार्रवाई की वजह से इस देश की अवस्था जटिल होती दिखाई दे रही है। इसके लिए भारत से दोस्ती करके फिर एक बार पाकिस्तान का पुनर्निर्माण करें, ऐसी सलाह विशेषज्ञ, विश्लेषक पाकिस्तान की सरकार को दे रहे हैं।

पाकिस्तान, पुल, मध्य आशिया, भारत, नासिर जंजुआ, प्रस्ताव, इस्लामाबाद, जम्मू कश्मीरइस पृष्ठभूमि पर जंजुआ ने भारत को यह प्रस्ताव दिया है। इससे पहले भी पाकिस्तानी भारत के मध्य एशियाई देशों के साथ एवं पाकिस्तान के साथ व्यापार का मार्ग खुला किया जाए, ऐसी मांग भारत में अनेक बार की थी। पर पाकिस्तान ने उसे कभी भी प्रतिक्रिया नहीं दी थी। पर अब ईरान के छाबर बंदरगाह भारत के लिए खुला हुआ है और इस मार्ग से भारत अफगानिस्तान एवं मध्य आशियाई देशों के साथ व्यापार किया जा सकता है। इसपर विवश हुए पाकिस्तान से अब भारत को यह प्रस्ताव दिया जा रहा है।

पाकिस्तान भौगोलिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण जगह होकर भारत एवं मध्य आशियाई तथा पूर्वी यूरोपीय देशों के साथ व्यापार के लिए पाकिस्तान पुल जैसा काम कर सकता है। भारत एवं पाकिस्तान हमेशा के लिए एक दूसरों के शत्रु नहीं रह सकते, भारत यह ध्यान में रखें एवं सारे समस्या चर्चा द्वारा सुलझानी चाहिए, ऐसा जंजुआ ने आगे कहा है। इससे पहले भी भारत ने यही प्रस्ताव पाकिस्तान को दिया था पर आतंकवाद का उपयोग करके भारत को बंधक करने के लिए भड़का हुये इस देश ने इस प्रस्ताव पर कभी भी ध्यान नहीं दिया था।

फिलहाल पाकिस्तान की अवस्था जटिल हो चुकी है और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की अमरिका के हवाई अड्डे पर आम यात्रियों की जैसी जांच हुई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान गवा बैठे हुआ यह देश अब चीन कि तरफ आशा से देख रहा है। पार चीन भी पाकिस्तान को अधिक महत्व देने के लिए तैयार ना होने के बाद स्पष्ट हो रही है। ऐसी परिस्थिति में पाकिस्तान को भारत की एवं भारत के सहयोग की याद हो रही है, यह अत्यंत स्वाभाविक बात है। पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर जंजुआ ने दिया प्रस्ताव यह रेखांकित कर रहा है।

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