कश्मीर मसले पर पाकिस्तान के उच्चायुक्त के उकसानेवाले बयान; भारत के विदेश मंत्रालय का करारा जवाब

नवी दिल्ली, दि. २३ : पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर (पीओके) को अपना पाँचवा प्रांत घोषित करने की तैयारी करनेवाले पाकिस्तान ने, ‘कश्मीर’ के मसले पर भारत को नये सिरे से उकसाया है| ‘जम्मू-कश्मीर की जनता द्वारा किये जा रहे संघर्ष को जल्द ही कामयाबी मिलेगी’ ऐसा दावा पाकिस्तान के भारत स्थित उच्चायुक्त अब्दुल बसित ने किया है| बसित के इस दावे के बाद भारत के विदेशमंत्रालय ने पाकिस्तान को फटकार लगायी है| ‘भारत के अंदरूनी मामले में दखलअंदाजी करने से पहले, पाकिस्तान को अपने देश से निर्यात किए जानेवाले आतंकवादियों पर कार्रवाई करने की ओर ध्यान केंद्रित करना चाहिए’ ऐसा भारत के विदेशमंत्रालय ने सुनाया है|

कश्मीर मसले पर‘कश्मीर का मसला जम्मू-कश्मीर की जनता की आकांक्षा के अनुसार सुलझना चाहिए| पाकिस्तान को चर्चा के माध्यम से यह सवाल सुलझाना है| लेकिन चर्चा के माध्यम से यह मसला सुलझाना इसे पाकिस्तान की कमजोरी ना समझी जाए’ ऐसा पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने कहा| नयी दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायुक्तालय में ‘पाकिस्तान दिन’ मनाया गया। इस मौके पर आयोजित किए गए कार्यक्रम में बात करते समय बसित ने यह बात कही| ‘कश्मीर मसले पर दोनों देशों के बीच जो आपसी मतभेद हैं, उन्हें दूर करने पर ही इस मसले का हल निकलेगा और जम्मू-कश्मीर की जनता जो संघर्ष कर रही है, उसका जल्द ही फल मिलेगा’ ऐसा विश्‍वास इस समय बसित ने जताया| उनके इस उकसानेवाले दावों पर भारत की ओर से प्रतिक्रिया देते हुए विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता गोपाळ बागले ने पाकिस्तान की अच्छीख़ासी ख़बर ली|

कश्मीर मसले पर‘पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने जम्मू-कश्मीर के सिलसिले में दिए बयान की जानकारी मीडिया के माध्यम से हम तक पहुँची है| यह बयान राजनैतिक संबंधों की दृष्टि से उपकारक नहीं है| पाकिस्तान के आतंकवाद की वजह से पड़ोसी देशों की स्थिरता और शांति को ख़तरा निर्माण हो रहा है, इसका ख़याल रखते हुए पाकिस्तान को, अपने देश के आतंकवादियों पर कार्रवाई करने की ओर अधिक ध्यान देना चाहिए, ऐसी उपरोधिक सलाह बागले ने दी है| वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने, पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर (पीओके) का भूभाग भारत को वापस मिलने तक ही कश्मीर का मसला बाकी है, ऐसा कहा है|

कश्मीर के सिललिसे में भारत की भूमिका काफी स्पष्ट है| पाकिस्तान के कब्जेवाला कश्मीर (पीओके) यह जम्मू-कश्मीर का ही हिस्सा है और इस पर भारत का स्वायत्त अधिकार है| अत एव पाकिस्तान ने इस भूभाग पर किया हुआ अपना गैरकानूनी कब्जा छोडना चाहिए, ऐसी माँग जितेंद्र सिंह ने की है| इसी दौरान, जम्मू-कश्मीर के अलगाववादियों द्वारा किया जानेवाला पथराव तथा प्रदर्शनों की ओर उंगली दिखाकर, ‘यहाँ की जनता भारत में रहने के लिए उत्सुक नहीं है’ ऐसा दावा पाकिस्तान की ओर से किया जाता है| इस दावे को अब करारा जवाब मिला है| भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए इच्छुक कश्मीर की जनता की लंबी कतारें लगी हैं| यह पाकिस्तान और अलगाववादी ताकतों के अपप्रचार का मुँहतोड जवाब है|

‘पीओके’ में पाकिस्तानविरोधी प्रदर्शन

पाकिस्तान ने पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर को (पीओके) अपना पाँचवा प्रांत घोषित करने की तैयारी की है| पाकिस्तान की संसद की समिति ने इसकी सिफारिश की है| इसके बाद पीओके की जनता की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आ रही है| पीओके के गिलगिट, मुझफ्फराबाद और कोटाल इन जगहों पर पाकिस्तान के खिलाफ कड़े प्रदर्शन किए गए| ‘पाकिस्तान ने हमारी भूमी का अवैध तरीके से कब्जा किया है| हमें पाकिस्तान में नहीं रहना है, हमे भारत में जाना है’ ऐसी घोषणा इस प्रदर्शन के वक्त दी गई|

पाकिस्तानी पुलीस और सेना की मौजूदगी में हुए इस कड़े प्रदर्शन से यहाँ की जनता का असंतोष दिखाई दे रहा है और प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करते समय पाकिस्तानी सेना और पुलीस ने मानवाधिकारों को पैरों तले रौंदा है, ऐसा कहा जा रहा है| इसके वाबजूद प्रदर्शनकारियों को रोकने में सेना और पुलीस नाकामयाब हुई है, ऐसा स्थानिक लोगों का कहना है| इसी दौरान जम्मू-कश्मीर के पाकिस्तानपरस्त अलगावादियों ने भी, ‘पाकिस्तान ‘पीओके’ को अपना पाँचवा प्रांत घोषित ना करें’ ऐसी चेतावनी दी है|

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