पाकिस्तान को सच में शांति की अपेक्षा है तो अजहर को भारत के हवाले करें – विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की फटकार

Third World Warनई दिल्ली: ‘पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान इन्हें सच में भारत के साथ शांति स्थापित करनी है, तो वह ‘मसूद अजहर’ को हमारें हवाले करें’, यह मांक भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इन्होंने रखी है| ‘अब तक पाकिस्तान ने कई बार भारत के सामने शांति एवं बातचीत का प्रस्ताव रखा है| इसमें कुछ नया नही है| अब हमें पाकिस्तान ने आतंकियों पर कार्रवाई करने की जरूरत है| आतंकवाद और बातचीत एक ही समय पर शुरू नही रह सकती’, ऐसा विदेश मंत्री स्वराज इन्होंने फिर एक बार डटकर कहा है|

विदेश मंत्री स्वराज देश की विदेश नीति के विषय पर एक अभ्यास गुट ने आयोजित किए परिसंवाद में बोल रही थी| ‘पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान भारत को शांति और बातचीत का प्रस्ताव दे रहे है| इस वजह से भारत में कुछ लोग प्रभावित हुए है और ऐसे लोग इम्रान खान इनकी स्तुती कर रहे है| लेकिन, इम्रान खान इन्हें सच में भारत के साथ शांति स्थापित करनी है तो वह ‘जैश’ का प्रमुख मसूद अजहर को हमारे हवाले करें’, ऐसी कडी फटकार विदेश मंत्री स्वराज इन्होंने लगाई है| साथ ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अपनी ‘आईएसआई’ और लष्कर को नियंत्रण में रखे| उन्हीं की वजह से भारत के साथ पाकिस्तान के संबंध काफी बिगडे है, ऐसा स्वराज ने आगे कहा|

पाकिस्तान, सच, शांति, अपेक्षा, अजहर, भारत, हवाले करें, विदेश मंत्री, सुषमा स्वराज, फटकार‘पुलवामा में हुए हमले के बाद कई देशों के विदेश मंत्री हमें फोन कर रहे है और इस हमलें का निषेध करते है| साथ ही स्थिति और बिगाडेगी ऐसा कदम भारत उठाएगा नही, यह उम्मीद भी वह जताते है| भारत ऐसा करेगा भी नही| लेकिन, यदि भारत पर दुबारा आतंकी हमला हुआ तो फिर भारत शांत नही रहेगा’, ऐसा स्वराज इन्होंने यह चेतावनी भी दी| साथ ही पाकिस्तान के साथ भारत के संबंध सुधार सकते है, लेकिन उसके लिए पाकिस्तान को आतंकी गतिविधियां रोकनी होगी| क्यों की आतंक और बातचीत दोनों एक समय पर शुरू नही रह सकते, इन कडे शब्दों में विदेश मंत्री ने देश की भूमिका रखी|

पुलवामा में हुए हमले के बाद इस हमले की जिम्मेदारी ‘जैश’ ने स्वीकारी थी| उसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने ‘जैश’ का प्रमुख मौलाना अजहर हमारे देश में है, लेकिन उसका स्वास्थ्य ठिक नही है, यह घोषित किया था| उसके बाद पाकिस्तानी लष्कर के प्रवक्ताने तो हमारे देश में ‘जैश’ का अस्तित्व ही नही है, यह ऐलान किया था| इस विसंगति पर भी विदेश मंत्री स्वराज इन्होंने ध्यान आकर्षित किया था| लेकिन, अब पाकिस्तान की इस आंतकी नीति की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पोल खोल की जा रही है और भारत को अन्य देशों से प्रतिसाद भी प्राप्त हो रहा है, यह बात पर इस दौरान सुषमा स्वराज इन्होंने ध्यान आकर्षित किया|

कुल ५६ इस्लामिक देशों की ‘ऑर्गनायजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन’ (ओआईसी) की परिषद में भारत को विशेष अतिथी के तौर पर आमंत्रित किया गया था| वर्ष १९६९ में पाकिस्तान ने इस परिषद में भारत को शामिल करने से इन्कार किया था?और इस वजह से इस जगह पर पहुंचने के बाद भी भारत के प्रतिनिधि उस परिषद में शामिल नही हो सके थे| अब ५० वर्षों के बाद भारत के हुए उस अपमान का बदला लिया गया है| इस वर्ष ‘ओआईसी’ में भारत विशेष अतिथी देश के तौर पर उपस्थित रहा और पाकिस्तान के प्रतिनिधि की कुर्सी खाली रही थी, यह हमने लिया हुआ बदला है, इन शब्दों में विदेश मंत्री स्वराज इन्होंने पाकिस्तान को बडी फटकार लगाई थी|

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