सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों के पास पाकिस्तान की भारत के खिलाफ़ शिक़ायत

इस्लामाबाद: ‘भारत द्वारा कश्मीर की सीमारेखा पर तोपों का इस्तेमाल किया जा रहा है| इस वजह से इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता को खतरा पैदा हुआ है’ ऐसी शिकायत पाकिस्तान ने सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों के पास की है| भारत की यह आक्रामक नीती सबसे बड़ी गलती होगी, ऐसी चेतावनी पाकिस्तान ने सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों को दी है| पिछले कुछ महीनों से, कश्मीर मसला आंतर्राष्ट्रीय व्यासपीठ पर उपस्थित करने के लिए पाकिस्तान नये नये बहाने ढूँढ रहा होकर, स्थायी सदस्य देशों के पास की हुई यह नई शिकायत, यह भी पाकिस्तान की इन्हीं कोशिशों का एक भाग माना जा रहा है|

United-Nations-Logoपाकिस्तान के विदेश सचिव अझिज अहमद चौधरी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के पाँच स्थायी सदस्य देशों के राजदूतों से मिलकर चर्चा की थी| ‘पिछले दो महीनों से भारत द्वारा लगातार संघर्षबंदी का उल्लंघन किया जा रहा होकर, यहाँ पर बड़ी मात्रा में गोलाबारी चल रही है| भारत द्वारा लंबी पहुँचवालीं तोपों का इस्तेमाल किया जा रहा है’ ऐसी शिकायत चौधरी ने अमरीका, ब्रिटन, फ्रान्स, रशिया और चीन इन देशों के पास की है| भारत द्वारा १३ साल के बाद इन तोपों का इस्तेमाल शुरू हुआ है’ ऐसी शिकायत चौधरी ने की है| साथ ही, भारत द्वारा हुई गोलाबारी में अभी तक २६ लोगों की जाने गयी हैं और १०७ लोग जख्मी हुए हैं, ऐसी जानकारी चौधरी ने दी |

‘संयुक्त राष्ट्रसंघ के सेनानिरीक्षको को भारत की ओर से, कश्मीर के सीमावर्ती इलाके का सर्वेक्षण करने की अनुमति मिलती नहीं| इस मामले में भारत किसी भी प्रकार का सहयोग देने के लिए राज़ी नहीं’ ऐसी आलोचना भी चौधरी ने की| साथ ही, भारत ने बिना सोचे समझे आक्रामकता दिखाई, तो वह इस देश की सबसे बड़ी रवैय्यात्मक गलती होगी| पाकिस्तान भारत के हमले का मुँहतोड जवाब देगा, ऐसी धमकी भी चौधरी ने दी है| इससे पहले भी पाकिस्तान ने इसी प्रकार की चेतावनी और धमकियाँ दी हैं| लेकिन आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोई भी देश इन धमकियों को गंभीरतापूर्वक देखता नहीं है| इस वजह से, ‘भारत ने लंबी पहुँचवालीं तोपों का इस्तेमाल किया’ इस पाकिस्तान की शिकायत की ओर भी कोई गंभीरता से नहीं देखेगा, ऐसा दिख रहा है|

लेकिन इस प्रकार की शिकायतें करके पाकिस्तान ऐसा चित्र खड़ा करना चाहता है कि दो परमाणुधारी देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है| इस तनाव को टालना है, तो कश्मीर मसला सुलझाना चाहिए, ऐसी पाकिस्तान की नीती है| लेकिन कई बार इस प्रकार की माँग करके पाकिस्तान ने अपने आप को ही एक मजाक बनाया है| आंतर्राष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान का रोना सुनने के मूड में नहीं है| किसी भी देश ने अभी तक, पाकिस्तान को अनुकूल रहनेवाला और भारत के खिलाफ जानेवाला बयान नहीं दिया है| चीन जैसा देश, पाकिस्तान का निकटतम मित्रदेश होकर भी, इस मसले पर भारत के खिलाफ जानेवाली भूमिका अपनाने को तैयार नहीं है, इसका उदाहरण पाकिस्तान के समझदार विशेषज्ञ और निरीक्षक दे रहे हैं|

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