पाकिस्तान को नष्ट करना यह हमारा पहला लक्ष्य – आईएस-खोरासन आतंकवादी की धमकी

काबुल – ‘आज अफगानिस्तान में जो कुछ अस्थिरता मची है, उसके लिए पूरी तरह पाकिस्तान ही ज़िम्मेदार है। इसीलिए पाकिस्तान को नष्ट करना यह हमारा पहला लक्ष्य है’, ऐसी चेतावनी आयएस-खोरासन ने दी। उसी के साथ, दुनिया भर में आईएस के नियम थोंपने की धमकी भी आईएस के आतंकी ने दी। अफगानिस्तान के आतंकवादी संगठन परमाणु अस्त्रों पर कब्ज़ा कर सकते हैं, ऐसी चिंता अमरीका के लष्करी अधिकारी और विश्लेषक ज़ाहिर कर रहे हैं। उस पृष्ठभूमि पर, आईएस ने दी इस चेतावनी की गंभीरता बढ़ी है।

पाकिस्तान को नष्टआईएस-खोरासन के कमांडर नझिफुल्ला ने एक न्यूज एजेंसी के साथ बात करते समय , अफगानिस्तान में अस्थिरता मचाने वाले पाकिस्तान पर हमला करने की धमकी दी। हाल की परिस्थिति में आईएस के पास बड़ा संघर्ष करने की क्षमता नहीं है। लेकिन अगर आईएस को वैसा मौका मिला, तो पाकिस्तान पर हमला किया जाएगा, ऐसी चेतावनी नफिझुल्ला ने दी।

तालिबान ने काबुल पर कब्ज़ा करने के बाद अफगानिस्तान की परिस्थिति ‘बुरी’ से ‘बहुत बुरी’ तक जा पहुँची होने का दोषारोपण नफिझुल्ला ने किया। तालिबान ने अफगानिस्तान को बर्बाद किया होने का आरोप आईएस के इस आतंकी ने किया। तालिबान के पारदर्शी व्यवहार के कारण सैकड़ों लोग आईएस में सहभागी हुए होने का दावा भी नफिझुल्ला ने किया।

तालिबान का प्रमुख मुल्ला ओमर निश्चित रूप में कहाँ हैं? वह ज़िंदा होने का वीडियो दिखाओ, ऐसी माँग तालिबान में रहते समय मैंने की थी। लेकिन तालिबान ने वैसे कुछ भी सबूत नहीं दिए। इस कारण तालिबान से ऊबकर सैकड़ों लोग आईएस में सहभागी हुए’, ऐसी जानकारी नफिझुल्ला ने दी।

मुल्ला ओमर सन २०१३ में पाकिस्तान के क्वेट्टा शहर में मरा था। लेकिन तालिबान ने दो सालों तक उसकी मृत्यु की खबर छिपाकर रखी थी। इस कारण आतंकवादी, तालिबान के नेतृत्व पर होनेवाला विश्वास गँवा बैठे हैं, ऐसा दावा उस समय भी किया गया था।

नफिझुल्ला ने मुल्ला ओमर का उदाहरण देकर, तालिबान और पाकिस्तान के बारे में आईएस-खोरासन के आतंकवादियों में होनेवाले ग़ुस्से का एहसास करा दिया। अमरीका, अफगानिस्तान की इससे पहले की राष्ट्राध्यक्ष गनी की सरकार और हाल के तालिबान की वांटेड लिस्ट में नफिझुल्ला का समावेश है।

इसी बीच, अफगानिस्तान में आईएस अधिक से अधिक मजबूत हो रहा है ऐसा दावा किया जाता है। आईएएस तथा तेहरिक-ए-तालिबान जैसे आतंकवादी संगठनों को पाकिस्तान के कट्टरपंथियों का समर्थन मिल रहा है, ऐसी खबरें सामने आई थी। वहीं, अफगानिस्तान के आईएस, अल कायदा के ठिकानों पर समय पर ही कार्रवाई नहीं की, तो वे अमरीका पर 9/11 से अधिक भीषण हमला करा सकते हैं, ऐसी चेतावनी अमरीका के लष्करी अधिकारी दे रहे हैं। अमरीका के परमाणु अस्त्र भी सुरक्षित नहीं है, ऐसा अमरीका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने चेताया है।

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