नॉर्दन अलायन्स ने ३०० तालिबानियों को ढ़ेर करने का दावा – पंजशीर में संघर्ष भड़कने की संभावना

northern-alliance-kill-300-talibani-3काबुल – तालिबान के आतंकी और नॉर्दन अलायन्स के बीच हुए संघर्ष में कम से कम ३०० तालिबानी मारे जाने का दावा किया जा रहा है। पंजशीर-कपिसा सीमा पर यह संघर्ष होने की बात कही जा रही है। नॉर्दन अलायनस ने तालिबान के वाहन पर बम हमले करने के वीडियोज्‌ सामने आ रहे हैं। इस वजह से पंजशीर के लिए नॉर्दन अलायन्स और तालिबान का संघर्ष तीव्र होने की संभावना जताई जा रही है। लेकिन, इस पर अलग अलग माध्यमों से सामने आ रही जानकारी की अभी किसीने अधिकृत स्तर पर पुष्टी नहीं की है।

पंजशीर के अलावा अफ़गानिस्तान के लगभग सभी प्रांतों पर तालिबान ने कब्ज़ा किया है। लेकिन, अफ़गानिस्तान के सबसे छोटे प्रांत के रूप में पहचाने जानेवाले पंजशीर पर नियंत्रण हासिल करना तालिबान को संभव नहीं हुआ है। पंजशीर का नेतृत्व अहमद शाह मसूद का बेटा महमद मसूद के हाथों में है। अब अफ़गानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्राध्यक्ष अमरुल्ला सालेह भी पंजशीर में ही होने के फोटो और वीडियोज्‌ सामने आए हैं। पंजशीर से ही तालिबान के खिलाफ संघर्ष करने का ऐलान सालेह और मसूद ने किया है।

northern-alliance-kill-300-talibani-2इसके बाद अफ़गान सेना के काफिले और तालिबान विरोधी गुट टैंक, बख्तरबंद गाड़ियों के साथ पंजशीर में जमावड़ा करने की खबरें और वीडियोज्‌ प्रसिद्ध हुए थे। तभी तालिबान के आतंकी भी पंजशीर की दिशा में रवाना हुए थे। तालिबान के हमलों के सामने सालेह-मसूद की नॉर्दन अलायन्स ज्यादा देर तक टिक नहीं सकेगी, ऐसा प्रचार पाकिस्तानी माध्यमों ने शुरू किया है।

तालिबान की ताकत को देखकर मसूद ने रशिया की मध्यस्थता से तालिबान के साथ बातचीत शुरू करने की खबरें भी पाकिस्तानी माध्यमों ने जारी की थी। ‘हमें अपने पिता से तालिबान विरोधी संघर्ष की विरासत प्राप्त हुई है और इसे हम कभी नहीं छोड़ेंगे’, यह ऐलान अहमद मसूद ने किया है। इसके बाद कपिसा प्रांत की सीमा से करीबी पंजशीर के अंद्राब क्षेत्र में नॉर्दन अलायन्स और तालिबान के आतंकियों के बीच संघर्ष शुरू होने की खबरें प्राप्त हुई।

northern-alliance-kill-300-talibani-1इस संघर्ष में तालिबान के ३०० आतंकी मारे जाने का दावा किया जा रहा है। तालिबान के वाहन पर हुआ बम हमला और इसमें मारे गए तालिबानी आतंकियों के शव भी वीडियो में दिखाए गए हैं। सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हुई इस जानकारी की अधिकृत स्तर पर अभी किसी ने पुष्टी नहीं की है। बीस वर्ष पहले अफ़गानिस्तान में तालिबान की हुकूमत होने के बावजूद पंजशीर पर कब्ज़ा करना तालिबान को मुमकिन नहीं हुआ था। इस वजह से पंजशीर की स्थिति की ओर सबकी नज़रें लगी हुई हैं।

इसी बीच, हज़ारों नागरिक फंसे पड़ने से काबुल हवाई अड्डे की स्थिति अधिक बिगड़ने का दावा किया जा रहा है। सोमवार के दिन काबुल हवाई अड्डे की सुरक्षा के लिए तैनात अमरीका और जर्मन सेनाओं के साथ अफ़गान सैनिकों का संघर्ष होने से एक अफ़गान सैनिक मारा गया। जर्मनी की सेना ने यह जानकारी साझा की। काबुल हवाई अड्डे की बाहरी सुरक्षा तलिबान के हाथों में है और हवाई अड्डे पर अमरीका एवं पश्‍चिमी देशों की सेनाओं का नियंत्रण है। वहां पर कुछ अफ़गान सैनिक भी तैनात होने की बात कही जा रही है।

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