भारत के नए संसद भवन ने बढ़ाई पाकिस्तान की चिंता

नई दिल्ली – भारत के नए संसद की दिवारों पर लगा चित्रों की वजह से पाकिस्तान में आशंका का माहौल बना है। इन चित्रों में पहले के दौर के भारत का विस्तार दिखाया गया हैं और इनमें पाकिस्तान के मौजूदा क्षेत्र का भी समावेश है। इसकादाखिला देकर क्या भारत पाकिस्तान पर कब्ज़ा पाने के लिए सैन्य कार्रवा करेगा, इसकी चर्चा पाकिस्तानी माध्यम और सोशल मीडिया पर शुरू हुई है। इसी दौरान पाकिस्तान आर्थिक नज़रिये से डुबने की कगार पर पहुंचा हैं और राजनीतिक अस्थिरता ने भी पाकिस्ातन को परेशान किया है। इसका लाभ उठाकर भारत हमला करने की तैयारी जुटा रहा है, ऐसे दावे पाकिस्तान के कुछ चरमपंथियों ने किए थए। इस वजह से इस मुद्दे पर पाकिस्तान की चिंता अधिक बढ़ती दिख रही है। 

नए संसद भवनभारत ने हजारों करोड़ रुपयों के प्रकल्प चलाकर नए संसद भवन का निर्माण किया है। पाकिस्तान जैसा देश ऐसा सपना भी नहीं देख सकता। इस संसद भवन के लिए भारत ने किया खर्च, पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोश से मांग रहे निधी के दोगुना हैं। ऐसे भारत के साथ स्पर्धा करने का विचार भी पाकिस्तान नहीं कर सकता, ऐसी प्रतिक्रियाएं पाकिस्तान के कुछ पत्रकार और विश्लेषकों ने व्यक्त किए हैं। लेकिन, इनमें से कुछ लोगों ने भारत के नए संसद की दिवार पर लगे चित्र पर आपत्ति जताई है। प्रचीन दौर में भारत का प्रभाव कहा तक फैला था, इसका दाखिला दे रहा चित्र यानी अखंड़ भारत का ध्येय व्यक्त करता है, ऐसी चिंता पाकिस्तान के इन विश्लेषक और पत्रकारों ने व्यक्त की है।

भारत की आर्थिक क्षमता प्रचंड़ मात्रा में बढ़ी है और राजनीतिक नज़रिये से भारत अब विश्व का सबसे प्रभावी देशों में शामिल हुआ है। भारत का सैन्य सामर्थ्य बढ़ा है और दूसरी ओर पाकिस्तान सभी क्षेत्रों में पीछे हटा हैं। इस वजह से भारत अब पाकिस्तान पर कब्ज़ा पाने के लिए हमले करेगा और इसकी तैयारी भारत ने रखी है, ऐसा यह विश्लेषक और पत्रकारों का कहना हैं। सोशल मीडिया पर भी कुछ लोगों ने पाकिस्तान के इराके पर आशंका जताई है।

लेकिन, भारत को पाकिस्तान पर हमला करने की बिल्कुल भी ज़रूरत नहीं रही। पाकिस्तान के कब्ज़े के कश्मीर और गिलगिट-बाल्टिस्तान की जनता स्वयं पहल करके भारत में शामिल होगी। इसके लिए सेना की कार्रवाई करने की ज़रूरत नहीं रही, यह कहकर कुछ भारतीय पत्रकारों ने पाकिस्तान को सता रही चिंता दूर करने की कोशिश की है। पाकिस्तान के मौजूदा हालातों को देखकर किसी को भी पाकिस्तान में रहने की रुचि नहीं रही। उल्टा हमें जल्द से जल्द भारत का हिस्सा बनाए, ऐसी मांग पाकिस्तान ने कब्ज़ा किए कश्मीर की जनता कर रही है। गिलगिट-बाल्टिस्तान की स्थिति इससे अलग नहीं हैं, इसपर यह भारतीय पत्रकार ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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