भारत ने दिखाया इम्रान खान को आईना

संयुक्त राष्ट्रसंघ – भारत के विरोध में मुमकिन था उतना जहर उगलकर आतंकवाद का स्पष्ट तौर पर समर्थन करनेवाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को भारत की ‘फर्स्ट सेक्रेटरी’ विदिशा मैत्रा ने आईना दिखाया है| ‘टेरर इंडस्ट्री’ चला रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ‘ओसामा बिन लादेन’ के समर्थक है, इस बात पर विदिशा मैत्रा ने ध्यान आकर्षित किया है| अपने भाषण में इम्रान खान ने खूनखराबा, तबाही, वर्णद्वेश और बंदूक उठाने के साथ आखिरतक लडने जैसी प्रक्षोभक मुद्दों का समावेश किया था| यह बात उनकी मध्ययुगीन मानसिकता की गवाही दे रही है, ऐसा मैत्रा ने कहा|

इम्रान खान ने भारत के विरोध में रखे हर एक मुद्दे पर मैत्रा ने करारा जवाब दिया| संयुक्त राष्ट्रसंघ ने आतंकी घोषित किए १३० दहशतगदों का घर पाकिस्तान में ही कैसे है अल कायदा और ‘आईएस’ के आतंकियों के रिश्तेदारों को पाकिस्तान में पेन्शन कैसे मिल सकती है? न्यूयॉर्क में कार्यरत हबिब बैंक पर आतंकियों की आर्थिक सहायता करने के इल्जाम में पाबंदी क्यों लगाई गई?  ‘फायनान्शिअल एक्शन टास्क फोर्स – ‘एफएटीएफ’ के २७ मुद्दों में से २० से अधिक मुद्दों का उल्लंघन करने का आरोप पाकिस्तान पर क्यों लगाया गया है? ऐसे प्रश्‍न करके विदिशा मैत्रा ने इम्रान खान को आईना दिखाया|

पाकिस्तान का इतिहास ही आतंक से भरा है, यही बात इन प्रश्‍नों के जरिए साबित करके मैत्रा ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कर रहे दावों की हवां ही निकाली| इसके अलावा मानव अधिकार के मुद्दे पर पाकिस्तान ने जताई चिंता यानी पाखंड है, यह बात भी मैत्रा ने स्पष्ट रूप से रखी| वर्ष १९४७ में पाकिस्तान में अल्पसंख्यांकों की मात्रा २३ प्रतिशत थी| यह प्रमाण अब सीर्फ ३ प्रतिशत रह चुकी है| पाकिस्तान में सिख, क्रिश्‍चन, शिया, पश्तून, सिंधी, बलोच, हिंदू और अहमदियों पर अत्याचार होते है| ईशनिंदा कानून का इस्तेमाल करके पाकिस्तान में अल्पसंख्यांकों को कुचला जा रहा है, यह कडी आलोचना विदिशा मैत्रा ने की|

वर्ष १९७१ में पाकिस्तान के लष्करी अधिकारी ए.ए.के.नियाझी ने बांगलादेशी जनतापर अत्याचार किए थे| बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसिना ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में किए अपने भाषण के दौरान इन्ही अत्याचारों का दाखिला देकर पाकिस्तान का निषेध किया था, इस ओर भी विदिशा मैत्रा ने ध्यान आकर्षित किया| ऐसा मलिन इतिहास रखनेवाला देश दुसरों को मानव अधिकारों के पाठ दे रहा है, यह बात ही सबसे बडी हंसी की बात साबित होती है, ऐसे कडे?शब्दों में मैत्रा ने इम्रान को आईना दिखाया|

दुनिया का अमीर बनाम गरीब, इस्लाम बनाम अन्य एवं उत्तर बनाम दक्षिण, विकसित बनाम विकनसशील ऐसे बटवारां करनेवाले इम्रान खान का भाषण एकता नही बल्कि तेढ बढानेवाला था| ऐसा करके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की व्यासपीठ का गलत इस्तेमाल किया है| इसके अलावा परमाणु युद्ध की इम्रान खान ने दी धमकी राष्ट्रीय नेता को नही बल्कि अराजकतावादी जैसी है, यह आरोप भी विदिशा मैत्रा ने रखा|

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