स्वदेश लौटने की तैयारी में होनेवाले नवाज़ शरीफ की प्रधानमंत्री इम्रान खान पर तीखी आलोचना

लाहोर – ‘पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान का ज़िक्र भारतीय नागरिक कठपुतली के तौर पर करते हैं। तो, इम्रान खान प्रधानमंत्री होने के बावजूद उन्हें किसी शहर के महापौर जितने ही अधिकार हैं, यह बात अमरीका में कही जा रही है क्योंकि, इम्रान खान जनता के मतदान से प्रधानमंत्री नहीं बने हैं बल्कि, सेना ने उन्हें इस पद पर बिठाया है, यह पूरा विश्‍व जानता है।’ इन शब्दों में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने इम्रान खान पर निशाना साधा। लंदन से स्वदेश लौटने की तैयारी करनेवाले शरीफ की यह आचोलना इम्रान खान के प्रधानमंत्री पद का कार्यकाल खत्म होने की कगार पर होने के संकेत दे रही है।

नवाज़ शरीफनवाज़ शरीफ जल्द ही पाकिस्तान लौटेंगे यह चर्चा शुरू हुई है। लेकिन, उन्हें पाकिस्तान में तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा, यह इशारा इम्रान खान सरकार ने दिया है। इसी कारण से नवाज़ शरीफ ने पाकिस्तान लौटना अब तक टाल दिया था। लेकिन, अब पाकिस्तान की सेना और इस देश की जनता भी इम्रान खान के खिलाफ है। इस वजह से इम्रान खान की सरकार चाहे जेल में कैद करे तब भी इसकी परवाह करने की ज़रूरत पूर्व प्रधानमंत्री रहें नवाज़ शरीद के लिए नहीं रही। इसी कारण नवाज़ शरीफ ने इम्रान खान के साथ उन्हें अवैध पद्धति से सत्ता पर बिठानेवाली सेना पर तीखी आलोचना की है।

अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश से हम कभी भी कर्ज़ नहीं उठाएँगे, इसके बजाय आत्महत्या करने की राह चुनेंगे, ऐसा बयान इम्रान खान ने विपक्षी नेता होते हुए किया था। लेकिन, अब मुद्राकोश से कर्ज़ प्राप्त करने के बाद इम्रान खान कब आत्महत्या कर रहें, इसकी हम प्रतिक्षा कर रहे हैं, ऐसी फटकार शरीफ ने लगाई। ‘पिछले तीन वर्षों के दौरान इम्रान खान की सरकार ने नए पाकिस्तान का निर्माण करने के नाम से ३४ अरब डॉलर्स का कर्ज़ उठाया है।

अपनी गलत नीति से उन्होंने पाकिस्तान की स्थिति काफी बिगाड़ दी है’, ऐसा प्रहार शरीफ ने किया।

नवाज़ शरीफइसी बीच, पाकिस्तान के सेनाप्रमुख जनरल बाजवा के साथ मतभेद होने के बाद इम्रान के दिन खत्म होने के दावे पाकिस्तान में किए जा रहे थे। सेना के इशारों पर पाकिस्तान के माध्यमों ने इम्रान खान पर काफी आलोचना शुरू की थी। साथ ही विपक्षी नेताओं का आत्मविश्‍वास भी इससे बढ़ा था। इम्रान खान की आर्थिक और विदेश नीति पूरी तरह से असफल रही है और इसी कारण पाकिस्तान अधिक मुश्‍किल में धंसने का आरोप तीव्र हो रहा है। महंगाई, बेरोजगारी और असुरक्षितता से परेशान जनता इम्रान खान के नए पाकिस्तान की तुलना में पहले का पाकिस्तान अच्छा था, ऐसा कहने लगी है। यानी कि, पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को इसका लाभ मिल रहा है।

लेकिन, इम्रान खान की जगह पर दूसरा कोई प्रधानमंत्री बनता है तब भी उस नेता को पाकिस्तान की सेना से हाथ मिलाना ही पड़ेगा, ऐसा इस देश के ज़िम्मेदार विश्‍लेषकों का कहना है। इम्रान खान की अपरिपक्वता और अनियन्त्रित नीति से परेशान पाकिस्तान की सेना अब दूसरे नेता को प्रधानमंत्री पद पर बिठाएगी। यह नया प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ हो सकते हैं या पाकिस्तान पिपल्स पार्टी के नेता बिलावल भुत्तो भी हो सकते हैं। लेकिन, कुछ भी हो जाए पर पाकिस्तानी सेना को नामंजूर नेता इस देश का प्रधानमंत्री नहीं बन सकता, यही सच्चाई है, यह निष्कर्ष पाकिस्तान के कुछ ज़िम्मेदार पत्रकारों ने दर्ज़ किया है।

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