नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न

नई दिल्ली – ‘बिमस्टेक’ देशों के राष्ट्रप्रमुख और करीबन आठ हजार विशेष निमंत्रितों की मौजुदगी में नरेंद्र मोदी इन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण की| राजनाथ सिंग, अमित शहा, नितीन गडकरी, सदानंद गौडा, निर्मला सीतारामन, रामविलास पासवान, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर बादल, स्मृती ईरानी, पियूश गोयल, धर्मेेंद्र प्रधान और भूतपूर्व विदेश सचिव एस.जयशंकर समेत २४ सांसदों ने कैबिनेट मंत्रिपद की शपथ ग्रहण की| साथ ही स्वतंत्र प्रभार के साथ ९ राज्यमंत्री और २४ राज्यमंत्री ने भी अपने पद की शपथ ग्रहण की|

पूरी दुनिया की नजर में रही लोकसभा चुनाव के नतीजे २३ मई के रोज घोषित हुए| ३०३ जगहों पर जीत प्राप्त करके भाजपा ने इस चुनाव में स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया था| वही, मित्रपक्षों के गठबंधन के साथ भाजपा ने कुल ३५२ जगहों पर जीत हासिल की थी| इस पृष्ठभूमि पर ३० मई के रोज नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के नए मंत्री शपथ ग्रहण करेंगे, यह जानकारी दी गई थी| इसके पहले वर्ष २०१४ में हुए शपथ ग्रहण समारोह के लिए नरेंद्र मोदी ने सार्क देशों के राष्ट्रप्रमुखों को निमंत्रित किया था| इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ को भी न्यौता दिया गया था|

लेकिन, इस बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान इन्हें शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण नही दिया गया| बिमस्टेक के सदस्य देशों के राष्ट्रप्रमुखों को इस समारोह के लिए विशेष निमंत्रण किया गया| बिमस्टेक में बांगलादेश, म्यानमार, श्रीलंका, थायलैंड, नेपाल, भूतान का समावेश है| इसके जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति की अहमियत रेखांकित की है, यह विश्‍लेषकों का कहना है| पिछले कुछ वर्षों से भारत पूर्वीय देशों के साथ सहयोग स्थापित करके अपने प्रभाव क्षेत्र में बढोतरी कर रहा है| ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए बिमस्टेक के राष्ट्रप्रमुखों की रही उपस्थिती ध्यान आकर्षित करती है|

इस दौरान, किरगिजिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष सुरनबे जिनबेकोव्ह इस समारोह के लिए उपस्थित रहे| इसके पीछे राजनयिक नीति होने का दावा कुछ विश्‍लेषकों ने किया है| फिलहाल शंघाय को-ऑपरेशन ऑर्गनायझेशन (एससीओ) की अध्यक्षता किरगिजिस्तान के पास है| इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष सुरनबे जिनबेकोव्ह की इस समारोह के लिए उपस्थित होना अहमियत रखती है| शपथ ग्रहण समारोह के बाद विशेष दावत का आयोजन किया गया| शुक्रवार के दिन हुए इस समारोह में शामिल हुए सभी देशों के राष्ट्रप्रमुखों के साथ प्रधानमंत्री मोदी बातचीत करेंगे, यह कहा जा रहा है|

पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहादत प्राप्त हुए सैनिकों के परिवार के साथ ही सियासी हिंसा में जान से जानेवाले सदस्यों के परिवार को भी इस समारोह में शामिल किया गया| साथ ही अगल अगल क्षेत्र के सम्मानित भी इस समारोह के लिए निमंत्रित थे| इनमें सिने जगत, क्रिडा क्षेत्र एवं उद्योग क्षेत्र के सम्मानितों का समावेश था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.