प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका यात्रा पर

प्रेटोरिया, दि. ८ (पीटीआय) – ‘महात्मा गाँधीजी जितने भारत के हैं, उतने ही दक्षिण अफ्रीका के भी है| महात्मा गाँधीजी और नेल्सन मंडेला इन दो महान नेताओं को श्रद्धांजली अर्पित करने का अवसर मुझे दक्षिण अफ्रीका यात्रा से मिला’ इन शब्दों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी भावना प्रकट की| दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर आये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्राध्यक्ष ‘जेकब झुमा’ के साथ प्रेस कॉन्फरस को संबोधित करते हुए दोनों देशों से जुडे हुए कई उदाहरण दिए|

modi-Jacob Zuma- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीवंशवाद और उपनिवेशवाद के खिलाफ भारत और दक्षिण अफ्रीका ने संघर्ष किया है| महात्मा गाँधीजी के नेतृत्व का उदय दक्षिण अफ्रीका से हुआ| इसी कारण, गाँधीजी भारत के साथ दक्षिण अफ्रीका के भी है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्राध्यक्ष झुमा के बीच, विभिन्न क्षेत्रों में रहनेवाले दोनों देशों के सहयोग पर बातचीत हुई| इसमें रक्षाक्षेत्र में सहयोग एवं उत्पादन; साथ ही उत्पादन क्षेत्र, खनन और खनिज क्षेत्र, दवानिर्माण, इन्फोर्मेशन टेक्नॉलॉजी, उच्च तंत्रज्ञान क्षेत्र, इन क्षेत्रों में सहयोग का समावेश था|

दक्षिण अफ्रीका के साथ भारत का व्यापार पिछले दस सालों में लगभग ३०० प्रतिशत से बढ़ा है| भारत से अफ्रीका खंड में होनेवाले कुल निवेश में से २५ प्रतिशत निवेश दक्षिण अफ्रीका में होता है| इस व्यापारी साझेदारी को अधिक व्यापक बनाने के लिए  दोनों देश उत्सुक है और उसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्राध्यक्ष झुमा के दरमियान बातचीत हुई| इसमें रक्षाविषयक सहयोग और रक्षासामग्री के संयुक्त निर्माण के संदर्भ में चर्चा हुई|

इसी दौरान, भारत के ‘एनएसजी’ सदस्यता को दक्षिण अफ्रीका ने पूरा समर्थन दिया है| सेऊल में हुई ‘एनएसजी’ बैठक में भारत की सदस्यता का विरोध करनेवाले देशों में दक्षिण अफ्रीका भी शामिल थी| लेकिन इस संदर्भ में दक्षिण अफ्रीका ने उपस्थित किये हुए सवाल का भारत ने निराकरण किया| इसी कारण दक्षिण अफ्रीका ने भारत के ‘एनएसजी’ सदस्यता के लिए समर्थन दिया, यह जानकारी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपती के सलाहकार ने दी| साथ ही, भारत की अगुवाई में शुरू हुए ‘इंटरनॅशनल सोलर अलायन्स’ को भी दक्षिण अफ्रीका ने समर्थन दिया है| इसके लिए भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्ष का शुक्रिया अदा किया|

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रहनेवाले हिंद महासागर की सुरक्षा के लिए, दोनों देशों ने सहयोग को बढ़ाने की घोषणा की| ‘इंडियन ओशन रिम असोसिएशन’ ( आयओआरए) के द्वारा हिंद महासागर क्षेत्र की सुरक्षा के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास करनेचाहिए, इसपर प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्राध्यक्ष झुमा ने सहमति जताई| भारत, ब्राझिल और दक्षिण अफ्रीका का समावेश रहनेवाले ‘आयबीएसए’; साथ ही, चीन और रशिया का समावेश रहनेवाले ‘ब्रिक्स’ के माध्यम से आंतर्राष्ट्रीय प्राथमिकताक्रम को निश्‍चित करने के लिए भारत और दक्षिण अफ्रीका सहयोग बढायेगा, ऐसी घोषणा प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्राध्यक्ष झुमा के निवेदन द्वारा की गई|

अक्तूबर महीने में गोवा में ब्रिक्स का आयोजन किया जा रहा है| इस परिषद के लिए हम राष्ट्राध्यक्ष झुमा का स्वागत करेंगे, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने कहा|

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