उत्तर कोरिया में परमाणु विकिरण होने से चीन, जापान में लाखों को खतरा – दक्षिण कोरिया की मानव अधिकार संगठन की चेतावनी

सेउल – उत्तर कोरिया ने शुरू किए परमाणु और मिसाइल परीक्षण की वजह से परमाणु विकिरण होने का खतरा भीषण स्तर तक बढ़ा है। दस लाख से अधिक उत्तर कोरियन जनता के अलावा दक्षिण कोरिया, चीन और जापान के नागरिकों को भी इस परमाणु विकिरण से खतरा हो सकता है, ऐसी चेतावनी दक्षिण कोरिया के मानव अधिकार संगठन ने दिया। यह परमाणु संकट टालने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण के ठिकानों का निरीक्षण करे, ऐसा सुझाव इस मानव अधिकार संगठन ने दिया है। उत्तर कोरिया सातवां परमाणु परीक्षण करने की तैयारी में होने की स्थिति में इस संगठन की यह चेतावनी बड़ी गंभीर है।

साल २००७ से २०१७ के दौरान उत्तर कोरिया ने कुल छह परमाणु परीक्षण किए थे। हांग्योंग प्रांत के प्युंगे-री अड्डे पर यह परीक्षण किए गए थे। उत्तर कोरिया अपना सातवां परमाणु परीक्षण भी इसी अड्डे पर करेगा, यह दावा किया जा रहा है। इसके लिए उत्तर कोरिया ने अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ाई हैं। पिछले साल उत्तर कोरिया ने अपनी परमाणु नीति में बदलाव करने के बाद सातवां परीक्षण सबसे बड़ी क्षमता का होगा, यह दावा किया जा रहा है।

लेकिन, उत्तर कोरिया के इन परमाणु परीक्षणों की वजह से नया संकट खड़ा होने की चेतावनी ‘ट्रांज़िश्नल जस्टिस वर्किंग ग्रूप’ नामक दक्षिण कोरिया स्थित मानव अधिकार संगठन ने दी। उत्तर कोरिया ने इससे पहले प्युंगे-री अड्डे पर किए परमाणु परीक्षण की वजह से इस क्षेत्र में भूजल में विकिरण होने का दावा इस मानव अधिकार संगठन ने किया। कम से कम आठ शहर और कौंटिज्‌‍ इस विकिरण से प्रभावित जल से बाधित हुए हैं। इस क्षेत्र में कम से कम दस लाख से अधिक आबादी होने के मुद्दे पर भी इस संगठन ने ध्यान आकर्षित किया है।

इस जल का इस्तेमाल खेती के लिए होता है। इसकी वजह से वर्णित क्षेत्र के फल, सब्ज़ियों की पड़ोसी देशों में निर्यात के मद्देनज़र उत्तर कोरिया के जल में विकिरण का फैलाव दक्षिण कोरिया के अलावा चीन और जापान की जनता के लिए भी खतरा है, ऐसी चेतावनी इस संगठन ने दी है। इस संगठन ने साल २०१५ की घटना का दाखिला दिया। सात साल पहले दक्षिण कोरिया की अन्न सुरक्षा संगठन ने उत्तर कोरिया से आयात हो रहे मशरुम में निर्धारित मात्रा से नौं गुना अधिक विकिरण पाया गया था। चीनी सामान के नाम पर यह सब्ज़ियां दक्षिण कोरिया एवं जापान में बिक्री के लिए निर्यात की जाती हैं, यह दावा वर्णित संगठन ने किया।

उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण के ठिकाने पर भारी परमाणु विकिरण होने की कड़ी संभावना भी इस संगठन ने जताई है। साल २०१८ में उत्तर कोरिया ने परमाणु परीक्षण के ठिकाने के करीब निर्माण कार्य भी गिराया था। इसके लिए उत्तर कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय माध्यमों को भी बुलाया था। लेकिन, वहां पहुंचने के बाद उत्तर कोरियन सैनिकों ने कुछ पत्रकारों से परमाणु विकिरण परखने के डिटेक्टर्स जैसे यंत्र छीन लिए थे, इसकी याद भी इस संगठन ने ताज़ा की। इसकी वजह से उत्तर कोरिया परमाणु विकिरण छुपाने की कोशिश कर रहा है और इससे लाखों लोगों की जान को खतरा होने की चेतावनी इस मानव अधिकार संगठन ने दी है।

उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण यह संकट बढ़ा रहे हैं, यह दावा भी दक्षिण कोरियाई संगठन ने किया। कुछ ही घंटे पहले उत्तर कोरिया ने दो अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया। इनमें से एक मिसाइल जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के करीब गिरी थी।

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