रशियन विध्वंसक से लॉन्ग रेंज क्रूज़ क्षेपणास्त्र का परीक्षण

russia-cruise-missile-testमॉस्को – रशिया की नौसेना ने ‘सी ऑफ जापान’ से लॉन्ग रेंज कॅलिबर क्रूज़ क्षेपणास्त्र का परीक्षण किया। इस क्षेपणास्त्र ने कम से कम एक हज़ार किलोमीटर की दूरी पर स्थित लक्ष्य को छेदा। रशिया ने पहली ही बार विध्वंसक से लाँग रेंज क्रूज़ क्षेपणास्त्र का परीक्षण किया, ऐसा दावा किया जाता है। कुछ दिन पहले ही अमरीका के वरिष्ठ नौसेना अधिकारी ने, रशिया के कॅलिबर क्रूज़ क्षेपणास्त्र पर चिंता ज़ाहिर की थी।

रशिया के रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी के अनुसार, ‘मार्शल शॅपोश्‍निकोव्ह’ इस विध्वंसक से कैलीबर क्रूज़ क्षेपणास्त्र को दागा गया। इस क्षेपणास्त्र ने ‘केप सुरकम’ के तटवर्ती इलाके में होनेवाले लक्ष्य को सटीकता से और सटीक समय पर छेदा। इसके लिए कॅलिबर क्षेपणास्त्र ने हजार किलोमीटर से अधिक दूरी तय की। इस परीक्षण के लिए ‘पीटर द ग्रेट की खाड़ी’ इस सागरीक्षेत्र में जहाजों की तथा विमानों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई थी। साथ ही, ‘कॅमोव्ह केए-२७’ हेलिकॉप्टर भी तैनात किया गया था।

russia-cruise-missile-test‘मार्शल शॅपोश्‍निकोव्ह’ को, रशियन नौसेना के आधुनिक विध्वंसक के रूप में जाना जाता है। पनडुब्बी विरोधी युद्ध के लिए इस विध्वंसक का इस्तेमाल किया जाता है। इस विध्वंसक पर आठ ‘स्टॅलियन’ पनडुब्बीभेदी क्षेपणास्त्र और दो ‘आरबीयू १२०००’ पनडुब्बीभेदी रॉकेट लॉंचर्स तैनात है। साथ ही, यह विध्वंसक ‘उरन’ इस विध्वंसकभेदी क्षेपणास्त्रों से लैस है। इसके अलावा शॅपोश्‍निकोव्ह विध्वंसक पर, ज़मीन से हवा में दागे जानेवाले क्षेपणास्त्रों का बड़ा भंडार है। ऐसी परिस्थिति में, यह विध्वंसक कॅलिबर क्रूज़ क्षेपणास्त्रों से लैस होने के कारण रशिया की पैसिफिक फ्लीट की ताकत में बढ़ोतरी होने का दावा स्थानीय माध्यम कर रहे हैं।

रशिया के कॅलिबर क्रूज़ क्षेपणास्त्र की ताकत पर अमरीका के ‘इंडो-पैसिफिक कमांड’ के प्रमुख ऍडमिरल फिल डेव्हिडसन ने पिछले महीने में चिंता जाहिर की थी। यह क्षेपणास्त्र, अमरीका के इस क्षेत्र में होनेवाले प्रभाव के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, ऐसी चेतावनी ऍडमिरल डेव्हिडसन ने अमरिकी कॉंग्रेस को प्रस्तुत की रिपोर्ट में दी थी। इस क्षेपणास्त्र से रशियन नौसेना के विध्वंसकभेदी सामर्थ्य में भारी बढ़ोतरी होगी, ऐसा ऍडमिरल डेव्हिडसन ने जताया था। इस लाँग रेंज क्षेपणास्त्र के साथ ही, अत्याधुनिक लड़ाकू विमान, लाँग रेंज बॉम्बर्स विमान और हवाई सुरक्षा यंत्रणा की तैनाती से रशिया अपनी पैसिफिक फ्लीट का आधुनिकीकरण कर रहा है, इसपर ऍडमिरल डेव्हिडसन ने गौर फरमाया था।

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