संघर्ष विराम के समझौते से वापसी कर रहे अमरिका के कारण परमाणु युद्ध के खतरे में बढोतरी – रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन

मास्को – ‘परमाणु युद्ध होगा ही नही, यह काफी लोगों की जमझ है| लेकिन अब परमाणु युद्ध का खतरा बडा है और इसकी ओर नजरअंदाजी करना मुमकिन नही’, यह चेतावनी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने पुरे विश्‍व को दी है| रशिया के साथ हुए संघर्ष विराम के समझौते से वापसी करने के अमरिका ने तय करने से मानवी समुदाय के साथ पृथ्वी भी नष्ट हो सकती है, यह चेतावनी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने दी है|

तिसरा विश्‍व युद्ध या परमाणु युद्ध का खतरा बना है क्या, यह सवाल राष्ट्राध्यक्ष पुतिन को वार्षिक वार्ता परिषद के दौरान किया गया| इसे जवाब देते वक्त राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने पुरे विश्‍व का ध्यान आकर्षित करनेवाले विधान किए| ‘संहारक परमाणु युद्ध के खतरे की ओर जानबुझ कर नजरअंदाजी की जा रही है तो यह खतरा और भी पुख्ता हो रहा है| ऐसा कुछ हुआ तो मानवी समुदाय के साथ पृथ्वी का भी विनाश होगा, यह चिंता रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने जताई है| साथ ही इस के लिए अमरिका की नीति जिम्मेदार रहेगी, यह आलोचना भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन इन्होंने की है|

कुछ दिन पहले अमरिका ने रशिया के साथ किए गए ‘इंटरमिजिएट रेंज न्युक्लिअर फोर्सेस ट्रिटी’ (आईएनएफ) इस समझौते से वापसी करने का ऐलान किया था| रशिया ‘आईएनएफ’ का पालन नही कर रहा और रशिया को यह नीति बदलने के लिए ६० दिन का अवसर दिया था| अमरिकी विदेश मंत्री माईक पोम्पिओ ने इस अवसर के दौरान रशिया ने अपनी नीति में बदलाव किया नही तो, अमरिका ‘आईएनएफ’ से बाह होगा, यह चेतावनी भी दी थी| रशिया और चीन अपने एटमी हथियार एवं मिसाइल सर्वाधुनिक कर रहे है, ऐसी परिस्थिति में इस समझौते का पालन करना अमरिका के हित में नही रहेगा, यह दावा अमरिका के विदेश मंत्री ने किया था|

अमरिका ने रशिया के साथ ‘स्टार्ट-२’ इन एटमी हथियारों की संख्या मर्यादा में रखने के लिए किए समझौते से वापसी करने की चेतावनी दी थी| इस का दाखिला देकर अमरिका की यह नीति पुरे विश्‍व को और भी असुरक्षित करनेवाली है, यह आलोचना रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने की| अमरिका का रक्षा खर्च ७०० अरब डॉलर्स है और रशिया अपने रक्षा के लिए सिर्फ ४६ अरब डॉलर्स खर्च कर रही है| इस परिस्थिति में विश्‍व नियंत्रण करने की कोशिष कर रहे सत्ता का केंद्र कहा है, यह सबको ज्ञात है| यह सत्ता केंद्र रशिया की मास्को में नही, यह टिप्पणी भी पुतिन ने की|

संघर्ष विराम समझौते से वापसी करने के बाद अमरिका रशिया पर किसी भी प्रकार के दोष-आरोप कर नही सकती| रशिया को संघर्ष विराम समझौते से वापसी करके हावी होने के लिए कदम बढाने में कोई भी रुचि नही है| लेकिन शस्त्रों के मुद्दे पर संतुलन बनाना रशिया की सुरक्षा के लिए जरूरी है, यह बताकर राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने रशिया के इससे जुडी नीति का समर्थ किया|

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