लता दीदी को अंतिम विदाई

मुंबई – 8 जनवरी को कोरोना से संक्रमित होने के कारण लता दीदी को अस्पताल में दाखिल किया जाने की खबर से भारतीयों की चिंताएँ बढ़ी थीं। लेकिन उनकी तबियत सुधर रही है, यह स्पष्ट होने के बाद देश ने राहत की सांस ली। लेकिन रविवार को सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर लता दीदी ने अंतिम सांस ली होने की खबर सामने आई। उसके बाद देश में शोक की लहर फैल गई। भारत से ही नहीं, बल्कि पड़ोसी देशों से भी ऐसी ही भावपूर्ण प्रतिक्रियाएँ आ रहीं हैं।

लता दीदीरविवार को मुंबई स्थित शिवाजी पार्क में लता दीदी के पार्थिव को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत राजनीतिक तथा कला-सांस्कृतिक क्षेत्र के कई मान्यवर, लता दीदी के अंतिम दर्शन के लिए यहाँ पर उपस्थित थे। भारतरत्न लता मंगेशकर का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। यहाँ पर प्रत्यक्ष रूप में उपस्थित रहनेवाले और माध्यमों के ज़रिए इसका सीधा प्रसारण देखनेवाले कई लोगों को अपनी भावनाओं पर काबू पाना मुश्किल हुआ।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने, सदी में एक ही बार जन्म लेनेवाली महान गायिका को हमने खोया है, ऐसा कहते हुए लता दीदी के निधन पर शोक ज़ाहिर किया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, लता दीदी के जाने से निर्माण हुआ खालीपन कभी भी पूरा नहीं होगा, ऐसा कहा है। उपराष्ट्रपति व्यंकय्या नायडू ने, भारत ने अपनी आवाज खो दी है, ऐसा कहते हुए अपनी भावनाएँ व्यक्त की।

लता दीदीलता मंगेशकर को प्राप्त संगीत की धरोहर, उनकी पृष्ठभूमि, उनके गाने इनकी याद देशभर में फिर से ताज़ा की जा रही है। 36 भाषाओं में 25 हज़ार से अधिक गाने गानेवालीं लता दीदी, 8 दशक से अधिक समय से गा रहीं थीं। देश, भाषा, संस्कृति इनके पार उनका संगीत पहुँचा। दुनियाभर में उनके फैन्स फैले हुए हैं।

लता मंगेशकर केवल भारत की नहीं थीं। उनपर पाकिस्तान का भी उतना ही अधिकार था, ऐसा एक पाकिस्तानी पत्रकार ने कहा था। भारत का बँटवारा हुआ और पाकिस्तान अलग देश बन गया। कुछ समय बाद पाकिस्तान से बांग्लादेश अलग हुआ। लेकिन लता मंगेशकर को इन तीनों देशों से उतना ही सम्मान मिलता रहा। बचपन से उनके गाने हम सुनते आए। घरेलू काम करते समय घर घर की महिलाएँ लता दीदी के गाने सुनतीं थीं और गुनगुनातीं थीं। ऐसी गायिका को हम लाहौर अथवा कराची में आमंत्रित नहीं कर सके, ऐसा खेद इस पाकिस्तानी पत्रकार ने ज़ाहिर किया है।

इसी बीच, केंद्र सरकार ने लता मंगेशकर के निधन के उपलक्ष्य में 2-दिवसीय राजकीय शोक का ऐलान किया है। वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने 7 फरवरी को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।

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