चीन की चुनौती को ध्यान में रखकर भारत की ओर से परमाणु अस्त्रों का विकास- अमरिका के विशेषज्ञों का दावा

नईदिल्ली, दि.१३: दक्षिण भारत की जगहों से पूरे चीन पर आक्रमण कर सके इस तरह के मिसाइलों का विकास भारत कर रहा है, ऐसा दावा अमरिका के विशेषज्ञों ने किया है।भारत ने अपनी पकिस्तान केंद्रीत परमाणु नीति को बदलकर चीन की ओर ध्यान केंद्रीत किया है, ऐसा अमरिका के विशेषज्ञों का मानना है।इसकेलिए भारत पूरी योजना के साथ तैयारी करने का निष्कर्ष विशेषज्ञों ने निकाला है।

मिसाइलों का विकास

‘आफ्टर मिडनाइट’ इस अमरिकी ऑनलाइन नियत कालिक के ताजे अंक में ‘इंडियन न्यूक्लियर फ़ोर्स २०१७’ इस शीर्षक के नीचे एक लेख प्रकाशित हुआ है।इस लेख में हँस एम्. क्रिस्टिंस और रॉबर्ट एस. नॅरिस इन दो विशेषज्ञों ने भारत की परमाणु नीति में बड़ा बदलाव होने का दावा किया है।डेढ़ सौ से दो सौ परमाणु अस्त्र निर्माण करने इतना प्लूटोनियम आज भारत के पास है।लेकिन भारत ने अब तक १२० से १३० परमाणु अस्त्रों का निर्माण किया है, ऐसा अंदाजा क्रिस्टिंस ने लगाया है।

भारत विकसित कर रहे आधुनिक मिसाइलों के लिए और परमाणु विस्फोट की आवश्यकता है।लेकिन वर्तमान में भारत चीन को सामने रखकर अपनी मिसाइलों को विकसित कर रहा है।

भारत की इस से पहले की नीति अपने पुराने दुश्मन पाकिस्तान पर केंद्रीत  थी।लेकिन पिछले कुछ समय में इसमें बड़ा परिवर्तन देखने को मिला है।वर्तमान में भारत ने चीन के मोरचे पर अपना ध्यान केंद्रीत करने का विशेषज्ञों ने दावा किया है।

भारत का ‘अग्नि-२’ मिसाइल पश्चिम, मध्य और दक्षिण चीन को लक्ष्य बनाने में सक्षम है।इस मिसाइल की मारक क्षमता दो हजार किलोमीटर है।‘अग्नि-४’ मिसाइल की सीमा में लगभग पूरा चीन आता है लेकिन इस मिसाइल को ईशान्य भारत से दागना पड़ेगा।पर भारत वर्तमान में विकसित कर रहे ‘अग्नि-५’ इस मिसाइल को पाच हजार किलोमीटर तक दागा जा सकता है।यह अंतर महाद्वीपीय मिसाइल मध्य और दक्षिण भारत से भी चीन को अपना लक्ष्य बना सकता है।‘अग्नि-५’ मिसाइल की अधिक मारक क्षमता दक्षिण भारत से भी चीन को लक्ष्य करने के लिए विकसित किया जा रहा है, ऐसा दावा अमरिकी विशेषज्ञों ने किया है।

भारत वर्तमान में अपने परमाणुओं का आधुनिकीकरण कर रहा है।भारत के पास वर्तमान में सात प्रकार के परमाणु वाहक बैलिस्टिक मिसाइल हैं।इस में से दो विमान से, चार जमीन से और एक समंदर से दागा जा सकता है।लेकिन इसके अलावा भारत और चार परमाणु वाहक मिसाइल यंत्रणा विकसित कर रहा है।यह मिसाइल लम्बी दूरी के हैं और इन्हें जमीन और समंदर से दागा जा सकता है।आने वाले दस साल में इन्हें तैनात किया जाएगा,ऐसा हँस एम्. क्रिस्टिंस और रॉबर्ट एस. नॅरिस ने अपने लेख में लिखा है।

भारत के मिसाइल और परमाणु पर चीन ने तीखी नजर रखी है।भारत को इस मोरचे पर मिली सफलता प्राथमिक स्तर परहै।लेकिन चीन का मिसाइल कार्यक्रम कुछ दशक आगे होने का दावा चीनी सामरिक विश्लेषक कर रहे हैं। पर पिछले कुछ सालों में इस मोरचे पर भारत ने की हुई प्रगति चीन को भी सोचने पर मजबूर करने वाली है और इस पर चीन बहुत बार अस्वस्थ भी हुआ है।

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