जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा दलों का आतंकवाद विरोधी अभियान तीव्र

श्रीनगर, दि.१२: अमरनाथ यात्रियों पर हुए कायर हमले के पिछे ‘लश्कर-ए-तोयबा’ का कमांडर अबू इस्माइल के होने का सच सामने आया है। इसके बाद सुरक्षा दलों ने जम्मू-कश्मीर में अबू इस्माइल को पकडने का तीव्र अभियान शुरू किया है। पिछले ४ महिनो में लश्कर के ४ कमांडर सुरक्षा दल की कार्रवाई में मारे गये हैं। इसका बदला लेने हेतू अबू इस्माइलने इस हमले का षड्यंत्र रचा है, ऐसा कहा जा रहा है। पर इस हमले की जिम्मेदारी लेने के बजाय, लश्कर-ए-तोयबाने इस हमले का निषेध किया है। लश्कर अगर हमले की जिम्मेदारी लेता है तो पाकिस्तान का अधिक अपमान होगा और पाकिस्तान में स्थित लश्कर के नेताओं पर कार्रवाई के लिये अन्तर्राष्ट्रीय स्तर से दबाव बढेगा इस डर को विशेषज्ञो के व्यक्त किया है।

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के बंटीगू प्रदेश में सोमवार को अमरनाथ यात्रियों पर बेछूट गोलीबारी की जिस में ७ यात्रियों की जान गई तथा १९ यात्री घायल हुए। हमलावरों में अबू इस्माइल होने की जानकारी मिली है। अबूने ही इस षड्यंत्र को रचने की बात पुलिस की जांच में सामने आई है।

पाकिस्तानी आतंकवादी अबू इस्माइल पिछले कई सालों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी कार्रवाइयां कर रहा है। पिछले साल से अबू ने दक्षिण कश्मीर में अपना डेरा बदलने की जानकारी जम्मू कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी।

भारतीय सुरक्षा दलोंने कठोर कार्रवाई से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी संघटनाओं को बडा नुकसान पहुंचाया है। ‘लश्कर’, हिजबुल मुजाहिद्दीन’ और ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के अनेक आतंकवादियों को सुरक्षा दलों ने मुठभेड में मार गिराया है। पिछले महिने कश्मीर के पुलिस पथक पर हमला करनेवाला और उनके शवों की विटंबना करनेवाला लश्कर का कमांडर ‘बशीर लश्करी’ को हालही में हुई मुठभेड में सुरक्षा दल ने मार दिया है। इन घटनाओं का बदला लेने हेतू ही ‘अबू इस्माइल’ने अमरनाथ यात्रियों पर हमले का षड्यंत्र रचाने का दावा पुलिस अधिकारियों ने किया है।

उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़राबाद का रहनेवाला और बशीर लश्करी का निकटतम सहयोगी, संदीप कुमार को सोमवार के दिन सुरक्षा दल ने पकडा। पश्चात, कुछही घंटो में यह हमला किया गया।

पर ‘लश्कर’ इस हमले को दूर रखने का प्रयास कर रही है। ‘लश्कर’ का प्रवक्ता अब्दुल्ला गझनवी ने अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले के पिछे लश्कर न होने की बात कही और साथ ही यात्रियों पर हुए इस वारदात को किसी भी प्रकार का समर्थन नही दिये जाने का खयाल व्यक्त किया।

‘लश्कर’ जानबूझकर इस हमले से दूर रहने का प्रयास कर रहा है। दुनियाभर में हो रहे निषेध में अगर हमले की जिम्मेदारी लश्करने ली, तो पाकिस्तान पर अन्तर्राष्ट्रीय दबाव बढेगा यह भय लश्कर को महसूस हो रहा है। साथ ही जम्मू-कश्मीर के नागरिकों में आतंकवाद के बारे में असंतोष बढेगा, यह डर आतंकवादी संघटनो को महसूस हो रहा है।क्योंकि अमरनाथ यात्रा यह स्थानिक नागरिकों के उत्पन्न का प्रमुख साधन है’, यह विशेषज्ञो ने कहा।

इसी दौरान आतंकवाद के विरोध में पूर्ण सामर्थ्य से अभियान को अंजाम देने का आदेश केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर में तैनात सुरक्षा दलों को दिया गया है। पिछले दो दिनों में सेना प्रमुख जनरल बिपीन रावत, प्रधानमंत्री कार्यालय के विशेष राज्यमंत्री जितेंद्र सिंग और गृहराज्यमंत्री हंसराज अहिर ने जम्मू-कश्मीर का मुआइना किया और आतंकवाद विरोधी मुहीम और तीव्र होने की बात को स्पष्ट किया। बुधवार बडगाम जिले में हुए मुठभेड में ४ आतंकियों को मौत के घाट उतारा गया और आनेवाले समय में आतंकवादियों का खात्मा करने की मुहीम और तीव्र होगी यह स्पष्ट किया है।

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