जम्मू-कश्मीर में स्वागतार्ह बदलाव दिखाई देने लगे – श्रीनगर के सचिवालय पर सीर्फ तिरंगा फहराया गया

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में सचिवालय पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया| इससे पहले इस सचिवालय पर राष्ट्रध्वज के साथ जम्मू कश्मीर का ध्वज भी फहराया जा रहा था| पर अब केवल भारतीय राष्ट्रध्वज श्रीनगर में इस सचिवालय पर दिखेगा| इसे बहुत बड़ा प्रतीकात्मक महत्व है| इसी बीच जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों का मनोबल अधिक टुटेगा, यह चर्चा शुरू हुई है|

धारा ३७० रद्द करने का प्रस्ताव संसद में प्रस्तुत करने से पहले इस राज्य में सुरक्षा बल की तैनाती बढ़ाकर बंदोबस्त किया गया था| संचार बंदी जारी करते हुए इस निर्णय को विरोध करनेवाले अलगाववादियों के सारे प्रयत्न असफल साबित हुए हैं| जम्मू तथा अन्य भागों में संचार बंदी आहिस्ता आहिस्ता कम की गई है और वहां जनजीवन पहले की तरह शुरू हुआ है| पर सुरक्षा के नजरिए से कई संवेदनशील इलाकों में अभी भी संचार बंदी कायम रखी गई है| इस वजह से जम्मू-कश्मीर में हिंसा की घटना होने की राह देखनेवाला पाकिस्तान व्याकुल हुआ है|

फिर भी झूठा प्रचार करते हुए कश्मीर की घाटी में परिस्थिति भयानक बनने के दावे पाकिस्तान से किए जा रहे हैं| वहां जीवन आवश्यक वस्तुओं की कमी निर्माण होने का आरोप पाकिस्तान ने किया है| पर जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने वहां किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने की बात घोषित की है| तथा चुनिंदा प्रकार को छोड़कर वहां हिंसाचार की बड़ी घटना नहीं हुई है, ऐसी जानकारी प्रशासन से दी जा रही है| इतना ही नहीं बल्कि कश्मीरी नेताओं को भारत ने नजर कैद में रखा है और उनकी आवाज दबाने का पाकिस्तान का आरोप निराधार होने की बात उजागर हो रही है|

हमेशा पाकिस्तान के पक्ष में भूमिका अपनाने वाले कश्मीर में अलगाववादियों की केंद्रीय संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता सैयद अली गिलानी ने जनता को भारत के निर्णय के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए निवेदन किया है| यह प्रदर्शन शांति के मार्ग से करें और आखिर तक भारत से संघर्ष करें, ऐसा संदेश गिलानी ने दिया है| तथा दुनिया भर में बिखरे हुए कश्मीरियों को भारत का विरोध करना है, ऐसा उकसानेवाला निवेदन गिलानी ने किया है|

पाकिस्तान के माध्यमों ने गिलानी ने दिए इस संदेश की खबर को काफी अहमियत दी है| पर गिलानी के निवेदन से कश्मीर की घाटी में प्रभाव न पड़ने की बात अभी तक सामने नही आयी है|

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